जुलाई 18, 2025 3:29 अपराह्न

विषिण्जम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन: भारतीय समुद्री व्यापार का नया युग

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Vizhinjam International Seaport Inauguration: A New Era in Indian Maritime Trade

भारत का पहला गहरे पानी वाला ट्रांसशिपमेंट पोर्ट चालू हुआ

2 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के तिरुवनंतपुरम के पास स्थित विषिण्जम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन किया। यह भारत का पहला पूर्णत: गहरे पानी वाला और अर्धस्वचालित कंटेनर ट्रांसशिपमेंट टर्मिनल है। यह बंदरगाह केरल सरकार और अदानी विषिण्जम पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (AVPPL) के बीच सार्वजनिकनिजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत विकसित किया गया है। इसकी विशाल क्षमता भारत की समुद्री लॉजिस्टिक्स प्रणाली में बदलाव लाएगी।

रणनीतिक स्थान और आर्थिक महत्व

विषिण्जम बंदरगाह अंतर्राष्ट्रीय ईस्टवेस्ट शिपिंग मार्ग से केवल 10 नॉटिकल मील की दूरी पर स्थित है, जिससे यह सीधे मदर वेसल्स को संभाल सकता है और भारत को कोलंबो या सिंगापुर जैसे विदेशी बंदरगाहों पर निर्भर होने से मुक्त करता है। इस बंदरगाह की प्राकृतिक गहराई 20 मीटर से अधिक है, जिससे खुदाई की आवश्यकता नहीं होती — यह लागत-कुशल और पर्यावरण के लिए लाभकारी है। इससे केरल की अर्थव्यवस्था को गति मिलने के साथ-साथ भारत को वैश्विक समुद्री व्यापार केंद्र के रूप में भी पहचान मिलेगी।

आधारभूत संरचना और निजी क्षेत्र की भागीदारी

2015 के अनुबंध समझौते के अंतर्गत ₹18,000 करोड़ की लागत से उन्नत आधारभूत संरचना विकसित की गई। अदानी पोर्ट्स एंड एसईजेड (APSEZ), जो भारत और विदेशों में 15 बंदरगाहों का संचालन करता है, इस पोर्ट का संचालन कर रहा है। वाणिज्यिक संचालन 2024 में शुरू हो चुका है और अब तक 265 जहाज और 5.48 लाख टीईयू (Twenty-foot Equivalent Units) संभाले जा चुके हैं। जुलाई 2024 में एमवी सान फर्नांडो नामक पहला मदर शिप यहाँ लंगर डाला, जो इस टर्मिनल की कार्यक्षमता को दर्शाता है।

राष्ट्रीय और वैश्विक प्रभाव

इस परियोजना से भारत की विदेशी बंदरगाहों पर ट्रांसशिपमेंट निर्भरता में कमी आएगी और लॉजिस्टिक्स लागत घटेगी। यह भारत की मेक इन इंडिया पहल को समर्थन देता है, क्योंकि इससे निर्यात माल का परिवहन तेज होगा। वैश्विक स्तर पर यह बंदरगाह भारत को इंडोपैसिफिक समुद्री गलियारे में प्रतिस्पर्धात्मक बनाता है, विशेष रूप से मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया और अफ्रीका के व्यापार में। यह बंदरगाह सागरमाला परियोजना के तहत पोर्ट आधारित विकास को भी गति देगा।

स्थैतिक सामान्य ज्ञान झलक (STATIC GK SNAPSHOT)

विषय विवरण
उद्घाटन तिथि 2 मई 2025
उद्घाटनकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
स्थान विषिण्जम, तिरुवनंतपुरम के पास, केरल
पोर्ट का प्रकार गहरे पानी वाला, अर्ध-स्वचालित कंटेनर ट्रांसशिपमेंट टर्मिनल
विकास मॉडल सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP)
साझेदार केरल सरकार + अदानी विषिण्जम पोर्ट प्रा. लि.
कुल निवेश ₹18,000+ करोड़
अब तक संभाले गए टीईयू 5.48 लाख
पहला मदर शिप आगमन जुलाई 2024 (MV San Fernando)
महत्व राज्य सरकार द्वारा विकसित पहला ग्रीनफील्ड पोर्ट; व्यापार को बढ़ावा
संचालक अदानी पोर्ट्स एंड एसईजेड (APSEZ)
अंतरराष्ट्रीय संपर्क ईस्ट-वेस्ट शिपिंग लेन के समीप; एशिया-अफ्रीका व्यापार संपर्क
Vizhinjam International Seaport Inauguration: A New Era in Indian Maritime Trade
  1. विषिण्जम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन 2 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया।
  2. यह भारत का पहला गहरे पानी वाला कंटेनर ट्रांसशिपमेंट टर्मिनल है।
  3. यह बंदरगाह केरल के तिरुवनंतपुरम के पास स्थित है, और अंतरराष्ट्रीय नौवहन मार्गों से 10 समुद्री मील दूर है।
  4. यह परियोजना पब्लिकप्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत विकसित की गई है।
  5. अडानी विषिण्जम पोर्ट प्रा. लि. (AVPPL) इस परियोजना का निजी साझेदार है और संचालन संभाल रहा है।
  6. बंदरगाह में प्राकृतिक रूप से 20 मीटर से अधिक गहराई है, जिससे ड्रेजिंग की आवश्यकता कम होती है
  7. विषिण्जम बंदरगाह, मदर वेसेल्स के सीधे डॉकिंग की सुविधा देता है, जिससे कोलंबो और सिंगापुर पर निर्भरता घटती है
  8. यह सागरमाला पहल का एक प्रमुख हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पोर्ट आधारित विकास है।
  9. 2025 तक, बंदरगाह ने 48 लाख TEUs और 265 जहाजों को संभाला है।
  10. पहला मदर वेसेल MV San Fernando, जुलाई 2024 में विषिण्जम पर आया था।
  11. यह परियोजना 2015 के कंसेशन एग्रीमेंट के तहत ₹18,000 करोड़ के निवेश से समर्थित है।
  12. विषिण्जम का स्थान दक्षिणपूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका के साथ व्यापार को बढ़ावा देता है।
  13. यह भारत की इंडोपैसिफिक समुद्री गलियारे में स्थिति को सुदृढ़ करता है।
  14. बंदरगाह के व्यावसायिक संचालन 2024 में शुरू हो गए थे।
  15. यह परियोजना मेक इन इंडिया पहल को समर्थन देती है, क्योंकि यह लॉजिस्टिक्स लागत को कम करती है।
  16. विषिण्जम भारत का पहला ग्रीनफील्ड पोर्ट है जिसे किसी राज्य सरकार ने विकसित किया है
  17. इसका संचालन अडानी पोर्ट्स एंड SEZ (APSEZ) द्वारा किया जाता है, जो भारत का सबसे बड़ा निजी पोर्ट ऑपरेटर है।
  18. बंदरगाह में सेमीऑटोमेटेड कार्गो हैंडलिंग सिस्टम का उपयोग किया गया है।
  19. यह परियोजना केरल की समुद्री अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण वृद्धि ला रही है।
  20. विषिण्जम भारत के लिए एक वैश्विक शिपिंग हब बनने की ओर अग्रसर है।

 

Q1. विझिंजम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन किस तिथि को हुआ?


Q2. विझिंजम बंदरगाह के विकास के लिए केरल सरकार ने किस संगठन के साथ साझेदारी की?


Q3. विझिंजम बंदरगाह को किस प्रकार के बंदरगाह के रूप में वर्णित किया गया है?


Q4. विझिंजम बंदरगाह के लिए रियायत समझौते के तहत कुल कितना निवेश हुआ है?


Q5. इस रिपोर्ट के अनुसार बंदरगाह ने अब तक कितने TEUs को संभाला है?


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