जुलाई 20, 2025 1:02 अपराह्न

विश्व होम्योपैथी दिवस 2025: समग्र चिकित्सा पद्धति को सम्मान

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World Homeopathy Day 2025: Honoring Holistic Healing

होम्योपैथी के जनक को श्रद्धांजलि

हर वर्ष 10 अप्रैल को विश्व होम्योपैथी दिवस मनाया जाता है, जो डॉ. क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमुएल हैनिमैन की जयंती है—जिन्होंने होम्योपैथी चिकित्सा प्रणाली की स्थापना की थी। 2025 में, यह दिन हमें याद दिलाता है कि कैसे प्राकृतिक, कोमल और समग्र उपचार पद्धतियाँ आधुनिक स्वास्थ्य व्यवस्था में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। होम्योपैथी का उद्देश्य लक्षणों के बजाय रोग के मूल कारण का उपचार करना है।

होम्योपैथी की मूल अवधारणाएं और अभ्यास

होम्योपैथी का आधार है—समान ही समान का उपचार करता है। यानी जो पदार्थ किसी स्वस्थ व्यक्ति में बीमारी के लक्षण उत्पन्न करता है, उसी को अत्यधिक पतली मात्रा में रोगी में उपयोग कर रोग का उपचार किया जाता है।

  • इसके उपचार पौधों, खनिजों, पशु उत्पादों और संश्लेषित यौगिकों से बनाए जाते हैं।
  • इनका अत्यधिक पतला रूप दुष्प्रभाव को न्यूनतम करता है, जिससे यह प्रणाली गैरआक्रामक और स्वाभाविक चिकित्सा विकल्प बन जाती है।

हालाँकि इसकी वैज्ञानिकता को लेकर बहस जारी है, लेकिन इसकी लोकप्रियता विशेष रूप से भारत में तेजी से बढ़ी है, जहाँ इसका सबसे बड़ा उपयोगकर्ता आधार है।

2025 के कार्यक्रम और उद्देश्य

इस वर्ष के आयोजन का उद्देश्य है:

  • जागरूकता बढ़ाना,
  • वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देना,
  • और होम्योपैथी को आधुनिक चिकित्सा के साथ एकीकृत करना

देशभर में सेमिनार, कार्यशालाएँ, स्वास्थ्य शिविर और सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से इसे मनाया जा रहा है।
होम्योपैथिक चिकित्सकों को सम्मानित किया जा रहा है, और औषधीय पौधों के बाग लगाने स्कूलों में प्रतियोगिताओं जैसी गतिविधियों के ज़रिये युवाओं और समुदायों को इससे जोड़ने का प्रयास हो रहा है।

भारत में होम्योपैथी की स्थिति और वैश्विक पहुंच

भारत का आयुष मंत्रालय (आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) इस दिवस के आयोजन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

  • भारत में 20 करोड़ से अधिक लोग नियमित रूप से होम्योपैथी का उपयोग करते हैं।
  • यह प्रणाली शहरी क्लीनिकों से लेकर ग्रामीण डिस्पेंसरियों तक में सक्रिय है।
  • दुनिया के 80 से अधिक देशों में होम्योपैथी प्रचलन में है, और इसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली में शामिल करने के प्रयास जारी हैं।

स्थैतिक जीके झलक (Static GK Snapshot)

श्रेणी विवरण
दिवस की तिथि 10 अप्रैल (हर वर्ष)
होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमुएल हैनिमैन (1755, जर्मनी)
प्रमुख सिद्धांत “समान समान का उपचार करता है”
वैश्विक उपयोग 200 मिलियन+ उपयोगकर्ता; भारत में सबसे बड़ा उपयोगकर्ता आधार
आम रोग जिनमें प्रयोग होता है अस्थमा, गठिया, चिंता, कान का संक्रमण, त्वचा विकार
भारत में नियमन आयुष मंत्रालय के अधीन
आयोजन गतिविधियाँ सेमिनार, मुफ्त परामर्श, कार्यशालाएँ, जागरूकता अभियान
अनुसंधान फोकस नैदानिक प्रमाण और आधुनिक चिकित्सा के साथ एकीकरण पर बल
उल्लेखनीय अभियान #WorldHomeopathyDay सोशल मीडिया पर सक्रिय

 

World Homeopathy Day 2025: Honoring Holistic Healing
  1. विश्व होम्योपैथी दिवस हर साल 10 अप्रैल को डॉ. सैमुअल हैनिमैन की जयंती पर मनाया जाता है।
  2. डॉ. क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमुअल हैनिमैन, 1755 में जर्मनी में जन्मे, होम्योपैथी के जनक माने जाते हैं।
  3. होम्योपैथी का सिद्धांत है – समान का समान से इलाज” (Like Cures Like)
  4. होम्योपैथिक औषधियाँ वनस्पति, खनिज, पशु और कृत्रिम स्रोतों से बनाई जाती हैं।
  5. ये दवाएं बहुत अधिक पतली होती हैं, जिससे ये कोमल और गैरआक्रामक उपचार विकल्प बन जाती हैं।
  6. भारत में दुनिया में सबसे अधिक होम्योपैथी उपयोगकर्ता हैं, जिनकी संख्या 20 करोड़ से अधिक है।
  7. भारत में इस दिन का आयोजन आयुष मंत्रालय के नेतृत्व में किया जाता है।
  8. दिवस का उद्देश्य है जागरूकता, वैज्ञानिक अनुसंधान और आधुनिक चिकित्सा के साथ एकीकरण को बढ़ावा देना।
  9. 2025 में सेमिनार, कार्यशालाएं, मुफ्त परामर्श और स्कूल प्रतियोगिताएं आयोजन का हिस्सा हैं।
  10. औषधीय बगिचों की स्थापना और जनजागरूकता अभियानों को भी अभियान में शामिल किया गया है।
  11. अस्थमा, गठिया, चिंता और त्वचा रोग जैसे सामान्य रोगों का उपचार होम्योपैथी से किया जाता है।
  12. 80 से अधिक देशों में होम्योपैथी का अभ्यास होता है, जिससे इसकी वैश्विक पहुँच स्पष्ट होती है।
  13. भारत में यह प्रणाली आयुष मंत्रालय के अंतर्गत विनियमित है, जो पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देता है।
  14. होम्योपैथी का उद्देश्य केवल लक्षणों का नहीं, बल्कि जड़ों का इलाज करना है, जिससे यह समग्र उपचार प्रणाली बनती है।
  15. 2025 का अभियान होम्योपैथी को परंपरागत और आधुनिक चिकित्सा के साथ एकीकृत करने पर केंद्रित है।
  16. देशभर में स्वास्थ्य शिविर और स्कूलों में जागरूकता सत्र आयोजित किए जा रहे हैं।
  17. सोशल मीडिया पर #WorldHomeopathyDay हैशटैग के माध्यम से डिजिटल जागरूकता बढ़ाई जा रही है।
  18. वैज्ञानिक बहसों के बावजूद, होम्योपैथी की लोकप्रियता कम दुष्प्रभावों के कारण लगातार बढ़ रही है
  19. भारत में होम्योपैथी को शहरी क्लीनिकों और ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों में शामिल किया गया है
  20. विश्व होम्योपैथी दिवस, वैकल्पिक चिकित्सा और समग्र स्वास्थ्य प्रणालियों के वैश्विक महत्व को सुदृढ़ करता है।

 

Q1. विश्व होम्योपैथी दिवस हर वर्ष किस तारीख को मनाया जाता है?


Q2. होम्योपैथी के संस्थापक किसे माना जाता है?


Q3. होम्योपैथी का मूल सिद्धांत क्या है?


Q4. भारत में होम्योपैथी पद्धति का नियमन किस मंत्रालय द्वारा किया जाता है?


Q5. भारत में लगभग कितने लोग नियमित रूप से होम्योपैथी का उपयोग करते हैं?


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