पूंजीगत व्यय में प्रभावशाली वृद्धि
तमिलनाडु ने वित्त वर्ष 2025 में ₹46,076.54 करोड़ के पूंजीगत व्यय के साथ 16% से अधिक की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। यह आंकड़ा FY2024 के ₹39,540.90 करोड़ से कहीं अधिक है।
दिलचस्प बात यह है कि यह वृद्धि राज्य के FY2018 से FY2024 तक के औसत वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) 12.3% से भी अधिक है, जो बुनियादी ढांचे और विकास पर तेज़ ध्यान को दर्शाता है।
बजटीय लक्ष्यों के अनुरूप सटीक प्रदर्शन
तमिलनाडु ने बजट के अनुसार खर्च करने में लगातार दक्षता दिखाई है।
- FY2025 में, राज्य ने अपने पूंजीगत व्यय लक्ष्य का2% पूरा किया।
- FY2024 में यह आंकड़ा 2% था।
- FY2023 में 4% रहा था।
- जबकि FY2018 से FY2024 के दौरान औसत 1% रहा।
इससे स्पष्ट है कि राज्य केवल घोषणाएँ नहीं करता, बल्कि उन्हें सफलतापूर्वक लागू भी करता है।
FY2026 के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य
तमिलनाडु सरकार ने वित्त वर्ष 2026 के लिए ₹57,231 करोड़ के पूंजीगत व्यय का लक्ष्य तय किया है, जो FY2025 की संशोधित अनुमान राशि की तुलना में 22.38% अधिक है।
अगर इसमें ऋण और अग्रिम (Net Loans and Advances) को भी शामिल करें तो कुल पूंजीगत व्यय ₹65,328 करोड़ तक पहुंचता है (BE 2025–26)।
यह राज्य सरकार की सड़क, बिजली, शहरी विकास जैसे बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की योजना को स्पष्ट दर्शाता है।
पूंजीगत व्यय क्यों होता है महत्त्वपूर्ण?
पूंजीगत व्यय (Capital Expenditure) का मतलब है दीर्घकालिक संपत्तियों जैसे स्कूल, अस्पताल, पुल, सड़कों आदि पर किया गया खर्च। यह भविष्य की वृद्धि और रोजगार निर्माण को बढ़ावा देता है।
इसके विपरीत, राजस्व व्यय (Revenue Expenditure) में वेतन, पेंशन, सब्सिडी जैसे दैनिक संचालन खर्च शामिल होते हैं।
तमिलनाडु में पूंजीगत व्यय की यह वृद्धि राज्य की आर्थिक मजबूती और निवेश–उन्मुख दृष्टिकोण को दर्शाती है।
Static Usthadian Current Affairs Table
संकेतक | आँकड़े / तथ्य |
पूंजीगत व्यय FY25 | ₹46,076.54 करोड़ |
पूंजीगत व्यय FY24 | ₹39,540.90 करोड़ |
वार्षिक वृद्धि दर (CAGR FY18–24) | 12.3% |
FY25 लक्ष्य प्राप्ति | 95.2% |
FY24 लक्ष्य प्राप्ति | 86.2% |
FY26 कैपेक्स लक्ष्य | ₹57,231 करोड़ |
FY26 अनुमानित वृद्धि | 22.38% (FY25 के मुकाबले) |
FY26 कुल पूंजीगत व्यय (ऋण सहित) | ₹65,328 करोड़ |
FY18–FY24 औसत लक्ष्य प्राप्ति | 88.1% |
राज्य का फोकस | अवसंरचना, विकास |