अगस्त 2025 से शुरू हो रही रोजगार क्रांति
1 अगस्त 2025 से केंद्र सरकार विकसित भारत रोजगार योजना (PM-VBRY) के तहत बड़े पैमाने पर औपचारिक रोजगार सृजन की शुरुआत कर रही है। दो वर्षों में 3.5 करोड़ से अधिक नई नौकरियाँ देने का लक्ष्य रखा गया है। ₹99,446 करोड़ के कुल बजट के साथ यह योजना विनिर्माण उद्योग को केंद्र में रखते हुए समावेशी विकास को प्रोत्साहित करती है।
दो भागों में संरचित योजना
यह योजना जुलाई 2027 तक लागू रहेगी और इसे दो खंडों में विभाजित किया गया है:
- भाग A: पहली बार कार्यबल में शामिल हो रहे व्यक्तियों को समर्थन प्रदान करता है।
- भाग B: ऐसे नियोक्ताओं को प्रोत्साहन देता है जो नई नियुक्तियाँ करते हैं।
इसका उद्देश्य रोजगार विस्तार को आर्थिक विकास लक्ष्यों से जोड़ना है।
पहली बार नौकरी पाने वालों के लिए लाभ
भाग A के तहत जो व्यक्ति पहली बार EPFO में पंजीकरण कराते हैं और जिनकी मासिक आय ₹1 लाख से कम है, उन्हें विशेष वित्तीय सहायता दी जाएगी। यह सहायता दो किस्तों में दी जाती है:
- पहली किस्त: 6 महीने तक निरंतर नौकरी पर बने रहने के बाद
- दूसरी किस्त: 12 महीने पूरे होने और वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षण लेने के बाद
इसमें एक हिस्सा सुरक्षित बचत खाते में जमा होता है ताकि बचत की आदत विकसित हो सके।
Static GK Fact: EPFO, भारत की प्रमुख सामाजिक सुरक्षा एजेंसी, 1952 में श्रम मंत्रालय के अधीन स्थापित की गई थी।
नियोक्ताओं के लिए प्रोत्साहन
जो नियोक्ता EPFO के अंतर्गत आते हैं और नवीन भर्ती करते हैं, वे भाग B के तहत पात्र होंगे:
- जिन कंपनियों में 50 से कम कर्मचारी हैं, उन्हें कम से कम 2 नई नियुक्तियाँ करनी होंगी
- 50 या अधिक कर्मचारियों वाली कंपनियों को 5 या अधिक नई नियुक्तियाँ करनी होंगी
प्रत्येक नए कर्मचारी (जिसकी वेतन ₹1 लाख/माह से कम हो) के लिए 2 वर्षों तक मासिक प्रोत्साहन दिया जाएगा। विनिर्माण क्षेत्र में यह लाभ 4 वर्षों तक मिलेगा।
प्रोत्साहन राशि वेतन के अनुसार तय की गई है:
- ₹10,000 तक वेतन: ₹1,000/माह
- ₹10,001 – ₹20,000 वेतन: ₹2,000/माह
- ₹20,000 से अधिक वेतन: ₹3,000/माह
भुगतान प्रक्रिया में पारदर्शिता
सभी भुगतान Direct Benefit Transfer (DBT) के माध्यम से आधार ब्रिज पेमेंट सिस्टम (ABPS) द्वारा किए जाएंगे। नियोक्ताओं को PAN लिंक्ड बैंक खातों में सीधे भुगतान मिलेगा जिससे लेन–देन में पारदर्शिता बनी रहे।
Static GK Tip: ABPS का संचालन UIDAI द्वारा किया जाता है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के तहत वैधानिक संस्था है।
समावेशी विकास को बल
इस योजना से 1.92 करोड़ नए कर्मचारियों को औपचारिक अर्थव्यवस्था में लाया जाएगा। MSME क्षेत्र में नियुक्ति लागत घटेगी और प्राथमिक क्षेत्रों में रोजगार को बल मिलेगा। साथ ही, वित्तीय जागरूकता कार्यक्रम नए कमाने वालों में उत्तरदायित्वपूर्ण वित्तीय आदतें विकसित करेंगे।
Static Usthadian Current Affairs Table
तथ्य | विवरण |
योजना प्रारंभ तिथि | 1 अगस्त 2025 |
योजना अवधि | अगस्त 2025 – जुलाई 2027 |
कुल बजट | ₹99,446 करोड़ |
नए कर्मचारियों को लाभ | 1 माह का EPF आधारित वेतन (2 किश्तों में) |
पात्र वेतन सीमा | ₹1 लाख प्रति माह |
रोजगार सृजन लक्ष्य | 3.5 करोड़ से अधिक नौकरियाँ |
EPFO भर्ती मानदंड (नियोक्ता) | <50 स्टाफ: 2 नियुक्तियाँ, ≥50 स्टाफ: 5 नियुक्तियाँ |
विनिर्माण क्षेत्र में लाभ अवधि | अधिकतम 4 वर्ष |
भुगतान प्रणाली | DBT के ज़रिए ABPS व PAN-लिंक्ड खातों में भुगतान |
निगरानी मंत्रालय | श्रम मंत्रालय एवं इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय |