विकसित कृषि संकल्प अभियान का परिचय
विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक राष्ट्रव्यापी पहल है, जिसका उद्देश्य भारतीय कृषि को आधुनिक बनाना है। यह अभियान वैज्ञानिक जागरूकता, सतत कृषि तकनीकों और किसानों को सशक्त बनाने पर केंद्रित है, ताकि उत्पादकता और संसाधन प्रबंधन को बेहतर किया जा सके। यह अभियान हर वर्ष दो बार—खरीफ और रबी बोवाई के ठीक पहले—चलाया जाता है, जिससे किसानों को समय पर और व्यावहारिक मार्गदर्शन मिल सके।
अभियान का दायरा और कार्यान्वयन
इस अभियान के माध्यम से देशभर में कृषि संस्थानों का विशाल नेटवर्क किसानों तक पहुंचता है। इसमें शामिल हैं:
• 113 आईसीएआर अनुसंधान संस्थान
• 731 कृषि विज्ञान केंद्र (KVKs)
• कृषि विश्वविद्यालय और राज्य कृषि विभाग
• किसान उत्पादक संगठन (FPOs)
• प्रगतिशील और नवाचारकारी किसान जो स्थानीय स्तर पर प्रेरक बनते हैं
यह अभियान 723 जिलों के 65,000 से अधिक गांवों तक फैल चुका है और इसका उद्देश्य 1.3 करोड़ से अधिक किसानों तक प्रत्यक्ष रूप से पहुंच बनाना है। यह भारत का सबसे बड़ा कृषि जागरूकता अभियान बनता जा रहा है।
उद्देश्य और महत्व
इस अभियान के मुख्य उद्देश्य हैं:
• वैज्ञानिक विधियों से फसल उत्पादन में सुधार
• सतत कृषि प्रथाओं द्वारा मृदा स्वास्थ्य में सुधार
• पानी और उर्वरक जैसे संसाधनों का स्मार्ट प्रबंधन
बोवाई के मौसम से पहले बीज चयन, कीट नियंत्रण, सिंचाई और पोषण प्रबंधन पर मार्गदर्शन देकर यह अभियान किसानों को बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है, जिससे उत्पादकता बढ़ती है और पर्यावरणीय संतुलन बना रहता है।
हालिया फसल उत्पादन की उपलब्धियाँ
भारत की कृषि उत्पादन में निरंतर प्रगति हो रही है। हाल ही में दर्ज की गई उपज इस प्रकार है:
• खरीफ धान: 1206.79 लाख मीट्रिक टन
• गेहूं: 1154.30 लाख मीट्रिक टन
• मक्का: 248.11 लाख मीट्रिक टन
• मूंगफली: 104.26 लाख मीट्रिक टन
• सोयाबीन: 151.32 लाख मीट्रिक टन
ये आंकड़े दिखाते हैं कि कैसे विकसित कृषि संकल्प अभियान जैसे प्रयासों ने भारतीय किसानों की क्षमता को नया आयाम दिया है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय/शब्द | विवरण |
अभियान का नाम | विकसित कृषि संकल्प अभियान (राष्ट्रीय स्तर, वर्ष में दो बार) |
प्रमुख संस्थान | ICAR, 731 KVKs, कृषि विश्वविद्यालय, FPOs |
कवरेज | 65,000+ गांव, 723 जिले, 1.3 करोड़ किसान |
प्रमुख उद्देश्य | फसल उत्पादन, मृदा स्वास्थ्य, संसाधन प्रबंधन में सुधार |
उत्पादन आँकड़े | धान: 1206.79, गेहूं: 1154.30, मक्का: 248.11 LMT आदि |
संचालन समय | खरीफ और रबी बोवाई से पहले |