चालू घटनाएँ: विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025, शिवराज सिंह चौहान कृषि अभियान, खरीफ जागरूकता अभियान, भारत में आधुनिक कृषि तकनीक, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना, बीज अधिनियम 1966 संशोधन, UPSC TNPSC SSC Static GK
सतत भविष्य के लिए किसानों को शिक्षित करना
29 मई से 12 जून 2025 तक भारत में विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत देश के 700 जिलों में 1 से 1.5 करोड़ किसानों तक पहुँचने की योजना है। यह अभियान खरीफ बुवाई मौसम के साथ शुरू किया गया है और इसका उद्देश्य जलवायु–लचीले बीजों, नवीन कृषि तकनीकों, और उपज बढ़ाने के तरीकों पर किसानों को जागरूक बनाना है। यह सरकार की उत्पादक, सतत और जलवायु अनुकूल कृषि को बढ़ावा देने की रणनीति का हिस्सा है।
ढांचा और प्रतिदिन की पहुँच रणनीति
अभियान में 2,000 विशेष टीमें गठित की गई हैं, जिनमें कृषि वैज्ञानिक, राज्य अधिकारी और प्रगतिशील किसान शामिल हैं। हर टीम रोज़ाना तीन किसान बैठकों का आयोजन करेगी, जिससे प्रतिदिन 10 से 12 लाख किसानों तक जानकारी पहुँचाई जाएगी। ये बैठकें गांवों की सभा मंडपों, सहकारी समितियों, और कृषि केंद्रों में आयोजित होंगी ताकि अधिकतम सहभागिता सुनिश्चित की जा सके।
प्रमुख विषयवस्तु: बीज, उर्वरक, जलवायु और सरकारी योजनाएँ
अभियान में जलवायु–लचीले और उच्च गुणवत्ता वाले बीजों को बढ़ावा दिया जाएगा, जो विविध मानसून स्थितियों में उपयुक्त हों। उर्वरक आपूर्ति, मानसून पूर्वानुमान, और पीएम–किसान, पीएम फसल बीमा योजना (PMFBY) तथा मृदा स्वास्थ्य कार्ड जैसी सरकारी योजनाओं के बारे में भी किसानों को बताया जाएगा। किसानों को वैज्ञानिक शोध का खेतों में व्यावहारिक उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
विधायी समर्थन और भविष्य की दृष्टि
सरकार बीज अधिनियम 1966 में संशोधन करके नकली बीजों की बिक्री पर रोक और बीज ट्रेसबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है। कृषि मंत्रालय बीज आपूर्ति श्रृंखला में पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में भी कार्य कर रहा है। यह अभियान फसल उत्पादकता बढ़ाने, उत्पादन लागत घटाने, और निर्यात योग्य कृषि उत्पादों को प्रोत्साहित करने की दीर्घकालिक रणनीति से जुड़ा है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड कार्यक्रम को फिर से सक्रिय कर किसानों को पोषक तत्व प्रबंधन में मदद दी जाएगी।
प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु Static GK सारांश
विषय | विवरण |
अभियान का नाम | विकसित कृषि संकल्प अभियान |
तिथियाँ | 29 मई से 12 जून 2025 |
आयोजनकर्ता | कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय |
प्रमुख मंत्री | शिवराज सिंह चौहान |
लक्षित किसान | 1 से 1.5 करोड़ किसान, 700 जिलों में |
टीमों की संख्या | 2,000 टीमें (वैज्ञानिक, अधिकारी, प्रगतिशील किसान) |
प्रमुख फोकस क्षेत्र | जलवायु-लचीले बीज, मृदा स्वास्थ्य, बीज गुणवत्ता, उर्वरक उपयोग |
कानूनी सुधार | बीज अधिनियम 1966 में संशोधन प्रस्तावित |
प्रतिदिन पहुँच लक्ष्य | 10–12 लाख किसान |
तकनीकी उपयोग | मृदा स्वास्थ्य कार्ड, बीज ट्रेसबिलिटी प्रणाली |
खरीफ मौसम महत्त्व | मानसून पूर्व बुवाई की तैयारी के अनुसार अभियान की समयबद्धता |