जुलाई 27, 2025 2:52 अपराह्न

लैंटाना हिमाचल की वन जैव विविधता के लिए खतरा

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Lantana Threatens Himachal’s Forest Biodiversity

हिमाचल में लैंटाना का व्यापक प्रसार

Lantana camara, जो मूलतः दक्षिण और मध्य अमेरिका से आई एक आक्रामक प्रजाति है, हिमाचल प्रदेश के 3,25,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फैल चुकी है।
यह पौधा 18वीं सदी में एक सजावटी झाड़ी के रूप में भारत लाया गया था, लेकिन आज यह राज्य के वन क्षेत्रों—धर्मशाला, नाहन, हमीरपुर, चंबा, बिलासपुर, मंडी और शिमला—में तीव्र गति से फैल चुका है।
India State of Forest Report 2023 के अनुसार, लैंटाना अब लगभग 3,252.82 वर्ग किलोमीटर को प्रभावित कर रहा है और इसका प्रसार अब निचले क्षेत्रों से ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है।

जैव विविधता पर विनाशकारी प्रभाव

लैंटाना घने, कांटेदार झाड़ियों का निर्माण करता है जो स्थानीय पौधों को दबा देता है
इसकी जड़ें और पत्तियाँ एलिलोकेमिकल्स छोड़ती हैं, जो अन्य पौधों के अंकुरण और विकास को रोकती हैं।
इससे फूलों की विविधता कम होती है, पारिस्थितिकी असंतुलित होती है और वन पारिस्थितिकी तंत्र कमजोर हो जाते हैं।
Static GK तथ्य: लैंटाना को IUCN द्वारा विश्व की 10 सबसे खतरनाक आक्रामक वनस्पतियों में शामिल किया गया है।

वन विभाग की नियंत्रण कोशिशें

2009–10 से अब तक 51,000 हेक्टेयर भूमि से लैंटाना हटाया जा चुका है, जिसमें cut root stock विधि का उपयोग होता है यानी पौधे को जड़ से काटकर पुनः वृद्धि रोकी जाती है।
साफ की गई भूमि में सल, ओक और बांस जैसे देशज वृक्ष लगाए जाते हैं ताकि पारिस्थितिक संतुलन पुनः स्थापित किया जा सके।
वन विभाग का लक्ष्य प्रतिवर्ष 1,000 हेक्टेयर क्षेत्र को साफ करना है।

प्रमुख चुनौतियाँ और जोखिम

लैंटाना का ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फैलना पहाड़ी पारिस्थितिकी के लिए बड़ा खतरा है।
जनशक्ति, वित्त और समन्वय की कमी समय पर कार्रवाई को प्रभावित कर रही है।
विशेषज्ञों का सुझाव है कि संक्रमण की प्रारंभिक ऊँचाई पर फोकस किया जाए और स्थानीय समुदायों तथा उद्योगों को जोड़कर बहु-हितधारक रणनीति अपनाई जाए।
Static GK टिप: हिमाचल प्रदेश का 27% भूभाग वन क्षेत्र है, और जैव विविधता हानि सीधे राज्य की जलवायु और अर्थव्यवस्था को प्रभावित करती है।

आर्थिक उपयोग से समाधान की ओर

लैंटाना की लकड़ी से फर्नीचर, जलावन और जैविक खाद बनाई जा सकती है।
इसमें पाए जाने वाले क्षारीय तत्वों (alkaloids) के औषधीय गुण भी पहचाने जा रहे हैं—जैसे सूजनरोधी और जीवाणुरोधी प्रभाव
स्थानीय कारीगरों और लघु उद्योगों को लैंटाना का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिससे रोजगार भी उत्पन्न हो और उन्मूलन प्रक्रिया को बल मिले।

भविष्य की नीति और समाधान

  • उद्यानों, सड़कों और पार्कों में लैंटाना लगाना प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
  • नीति में प्रारंभिक पहचान, तीव्र कार्रवाई और जैविक नियंत्रण को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
  • स्थानीय निकाय, शोध संस्थान और नागरिक समाज की भागीदारी के साथ समयबद्ध उन्मूलन योजना बनानी होगी।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
लैंटाना का वैज्ञानिक नाम Lantana camara
मूल क्षेत्र मध्य और दक्षिण अमेरिका
भारत में पहली बार कब आया 18वीं सदी की शुरुआत
हिमाचल में प्रभावित क्षेत्र 3.25 लाख हेक्टेयर से अधिक
नियंत्रक विधि कट रूट स्टॉक विधि
अब तक साफ किया गया क्षेत्र 51,000+ हेक्टेयर
रिपोर्ट वर्ष India State of Forest Report 2023
रासायनिक विशेषता एलिलोकेमिकल्स छोड़ता है
आर्थिक उपयोग फर्नीचर, ईंधन, जैविक खाद
वैश्विक रैंक IUCN की शीर्ष 10 आक्रामक प्रजातियों में शामिल
Lantana Threatens Himachal’s Forest Biodiversity
  1. लैंटाना कैमरा, एक आक्रामक प्रजाति, हिमाचल प्रदेश में25 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र को संक्रमित कर चुकी है।
  2. मूल रूप से 18वीं शताब्दी में मध्य और दक्षिण अमेरिका से लाई गई थी।
  3. यह धर्मशाला, चंबा, शिमला, मंडी और बिलासपुर जैसे वन क्षेत्रों में मौजूद है।
  4. भारत वन स्थिति रिपोर्ट 2023 इसके आक्रामक प्रसार पर प्रकाश डालती है।
  5. लैंटाना ऐसे ऐलीलोकेमिकल्स उत्पन्न करता है जो अन्य पौधों की वृद्धि को रोकते हैं।
  6. यह घने घने जंगल बनाता है, जिससे पुष्प विविधता और वन स्वास्थ्य कम होता है।
  7. IUCN द्वारा इसे विश्व स्तर पर शीर्ष 10 सबसे खराब आक्रामक खरपतवारों में सूचीबद्ध किया गया है।
  8. इसके प्रसार को नियंत्रित करने के लिए कट रूटस्टॉक विधि का उपयोग किया जाता है।
  9. 2009-10 से 51,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र को साफ किया गया है।
  10. पुनर्रोपण में साल, ओक और बांस जैसी देशी प्रजातियाँ शामिल हैं।
  11. ऊँचाई पर फैलने से पहाड़ी पारिस्थितिकी और जैव विविधता को खतरा है।
  12. चुनौतियों में जनशक्ति की कमी, धन संबंधी समस्याएँ और समन्वय की कमी शामिल है।
  13. स्थानीय समुदायों सहित बहु-हितधारक सहयोग की तत्काल आवश्यकता है।
  14. हिमाचल प्रदेश के वन इसके 27% भू-भाग पर फैले हैं।
  15. लैंटाना को फर्नीचर, खाद और जैव ईंधन में परिवर्तित किया जा सकता है।
  16. लैंटाना में सूजन-रोधी गुणों वाले एल्कलॉइड होते हैं।
  17. स्थानीय कारीगर लैंटाना की लकड़ी का उपयोग करके आय अर्जित कर सकते हैं।
  18. विशेषज्ञ शीघ्र पहचान और जैविक नियंत्रण का सुझाव देते हैं।
  19. सड़कों और पार्कों के किनारे लैंटाना के पौधे लगाने पर कानूनी रूप से प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए।
  20. वन विभाग ने 1,000 हेक्टेयर/वर्ष क्षेत्र से इसे हटाने का लक्ष्य रखा है।

Q1. Lantana camara को किस रूप में वर्गीकृत किया गया है?


Q2. भारत का कौन-सा राज्य लैंटाना से सबसे अधिक प्रभावित है?


Q3. लैंटाना को हटाने के लिए मुख्य रूप से कौन-सी विधि का उपयोग किया जाता है?


Q4. लैंटाना किस रासायनिक क्रिया द्वारा अन्य पौधों की वृद्धि को रोकता है?


Q5. लैंटाना की जैव द्रव्य (biomass) का किस रूप में पुनः उपयोग किया जा रहा है?


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