चालू घटनाएँलेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (रणनीति), ऑपरेशन सिंदूर, उत्तम युद्ध सेवा पदक 2025, भारतीय सेना डीजीएमओ, सैन्य अभियान निदेशालय, रणनीतिक योजना, भारत-म्यांमार सीमा, चिनार कोर, रक्षा अलंकरण समारोह 2025
भारतीय सेना में नेतृत्व का नया अध्याय
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को भारतीय सेना के उप प्रमुख (रणनीति) के रूप में नियुक्त किया गया है। यह नवगठित पद भारतीय सेना के रणनीतिक सुधारों का हिस्सा है और मिलिट्री ऑपरेशन्स, इंटेलिजेंस और स्ट्रैटेजिक प्लानिंग जैसे अहम विभाग उनके अधीन होंगे। वे अपने मौजूदा दायित्व सेना संचालन महानिदेशक (DGMO) के पद पर भी बने रहेंगे।
क्यों अहम है यह पद?
डिप्टी चीफ (रणनीति) का पद सेना के रणनीतिक तंत्र की धुरी माना जाता है। यह पद सेना की विभिन्न शाखाओं को आपस में जोड़ता है जो खुफिया, योजना और सूचना युद्ध से जुड़ी हैं। सीमाओं पर बढ़ते तनाव और हाइब्रिड वारफेयर की चुनौती को देखते हुए यह एक ऐसा केंद्रीय पद है जो तेज़ फैसले और बेहतर समन्वय को सुनिश्चित करता है।
ऑपरेशन सिंदूर: एक रणनीतिक सफलता
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल घई की रणनीति को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली। इस अभियान में भारतीय सेना ने आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया, लेकिन न एलओसी पार की और न अंतरराष्ट्रीय सीमा। यह ऑपरेशन सर्जिकल और सीमित था, पर प्रभावशाली।
इस रणनीतिक अभियान के लिए उन्हें उत्तम युद्ध सेवा पदक 2025 प्रदान किया गया — यह सम्मान रक्षा अलंकरण समारोह 2025 के दौरान दिया गया। यह पदक उन सैन्य नेताओं को मिलता है जिन्होंने जटिल युद्ध परिस्थितियों में असाधारण नेतृत्व दिखाया हो।
चिनार कोर का अनुभव
रणनीति पद से पहले लेफ्टिनेंट जनरल घई ने जम्मू–कश्मीर की चिनार कोर का नेतृत्व किया। यह कोर देश की सबसे सक्रिय और चुनौतीपूर्ण सैन्य इकाइयों में से एक है, जहाँ सतत आतंक–रोधी अभियान चलते रहते हैं। यहां का अनुभव उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर रणनीतिक भूमिका के लिए तैयार करता है।
म्यांमार सीमा का दौरा
25 फरवरी 2025 को उन्होंने मणिपुर का दौरा किया और भारत–म्यांमार सीमा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। इस दौरे में उन्होंने राज्यपाल, प्रमुख पुलिस अधिकारियों और मुख्य सचिव से मुलाकात की और “समग्र सरकारी दृष्टिकोण“ अपनाने पर जोर दिया — जिससे सीमा पार अपराध और जातीय तनावों से बेहतर निपटा जा सके।
एक समर्पित सैन्य करियर
कुमाऊं रेजिमेंट से आने वाले लेफ्टिनेंट जनरल घई ने मैदानी अनुभव और नीति नेतृत्व दोनों में गहरी पकड़ बनाई है। उनकी नियुक्ति यह संकेत देती है कि भारतीय सेना अब सामरिक कौशल और रणनीतिक दृष्टिकोण को समान रूप से महत्व दे रही है।
वर्तमान में, DGMO और डिप्टी चीफ (रणनीति) दोनों की जिम्मेदारियों के साथ, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई भारत की सैन्य रणनीति की केंद्रीय भूमिका में हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
महत्वपूर्ण जानकारी | विवरण |
अधिकारी का नाम | लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई |
वर्तमान पद | डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (रणनीति) |
साथ में संभाला पद | सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) |
प्रमुख सैन्य अभियान | ऑपरेशन सिंदूर |
प्राप्त सम्मान | उत्तम युद्ध सेवा पदक 2025 |
पूर्व पद | चिनार कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग |
रेजिमेंट | कुमाऊं रेजिमेंट |
मणिपुर दौरा | 25 फरवरी 2025 |
ध्यान केंद्रित सीमा | भारत-म्यांमार सीमा (IMB) |
देखरेख में इकाइयाँ | सैन्य अभियान, खुफिया, रणनीतिक योजना विभाग |