संयुक्त रक्षा नेतृत्व का नया चेहरा
1 जून 2025 को लेफ्टिनेंट जनरल दिनेश सिंह राणा ने 18वें कमांडर–इन–चीफ, अंडमान और निकोबार कमान (CINCAN) के रूप में पदभार ग्रहण किया। यह नियुक्ति केवल औपचारिक बदलाव नहीं, बल्कि भारत की संयुक्त सैन्य रणनीति को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अंडमान निकोबार कमान भारत की एकमात्र त्रि–सेवा कमान है, जहां सेना, नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक बल एकीकृत रूप से कार्य करते हैं।
वैश्विक अनुभव से समृद्ध वीर अधिकारी
1987 में गढ़वाल राइफल्स की 10वीं बटालियन में कमीशन पाए राणा ने पूर्वी क्षेत्र में कोर और ब्रिगेड की कमान संभाली है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (UNIFIL) में लेबनान में सेवा की और भारतीय सैन्य अकादमी तथा आर्मी वॉर कॉलेज में प्रशिक्षण भी दिया। वे PVSM, AVSM, YSM, SM और सेना मेडल से सम्मानित हैं। उनका पीएच.डी. शोध चीन की रक्षा आधुनिकीकरण पर आधारित है, जो आज के भू-राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में अत्यंत प्रासंगिक है।
अंडमान निकोबार कमान का रणनीतिक महत्व
2001 में स्थापित यह कमान श्री विजया पुरम, पोर्ट ब्लेयर में स्थित है और हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में भारत के रणनीतिक हितों की रक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह कमान मलक्का जलडमरूमध्य के समीप स्थित है, जो विश्व के सबसे व्यस्त समुद्री व्यापार मार्गों में से एक है। यही कारण है कि यह स्थान व्यापार सुरक्षा, समुद्री सहयोग और आपदा प्रबंधन के लिए भी केंद्र बिंदु है।
नियुक्ति का व्यापक प्रभाव
लेफ्टिनेंट जनरल राणा पहले रक्षा खुफिया एजेंसी (DIA) के महानिदेशक रह चुके हैं। इस पृष्ठभूमि के साथ वे इंटेलिजेंस आधारित संयुक्त संचालन का नेतृत्व करेंगे। उनकी जिम्मेदारी में सेनाओं के संयुक्त मिशनों का समन्वय, वास्तविक समय में संचालन और रणनीतिक सतर्कता सुनिश्चित करना शामिल है। उनकी नियुक्ति दर्शाती है कि भारत अब संगठित, समुद्री निगरानी और रणनीतिक प्रतिबंध के मामलों में एक सशक्त और एकीकृत रुख अपनाने की दिशा में बढ़ रहा है।
स्टेटिक उस्तादियन समसामयिक मामले तालिका
श्रेणी | विवरण |
नियुक्त अधिकारी | लेफ्टिनेंट जनरल दिनेश सिंह राणा |
पद | कमांडर-इन-चीफ, अंडमान निकोबार कमान (CINCAN) |
नियुक्ति की तिथि | 1 जून 2025 |
पूर्व पद | महानिदेशक, रक्षा खुफिया एजेंसी |
कमान स्थान | श्री विजया पुरम, पोर्ट ब्लेयर |
कमान का प्रकार | त्रि-सेवा (सेना, नौसेना, वायुसेना, तटरक्षक) |
कमान की स्थापना | वर्ष 2001 |
रणनीतिक महत्व | हिंद महासागर क्षेत्र, मलक्का जलडमरूमध्य सुरक्षा |
सम्मान | PVSM, AVSM, YSM, SM, सेना मेडल, सेना प्रमुख प्रशस्ति |
शिक्षा | NDA, DSSC वेलिंगटन, NDC दिल्ली, अमेरिका एवं स्पेन संस्थान |