खनिज सुरक्षा के लिए एक रणनीतिक मिशन
भारत सरकार ने ₹16,300 करोड़ के बजट के साथ राष्ट्रीय महत्त्वपूर्ण खनिज मिशन (NCMM) की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य खनिज आयात पर निर्भरता कम करना और स्वच्छ ऊर्जा तथा उच्च तकनीक उद्योगों के लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। यह मिशन केंद्रीय बजट 2024–25 में घोषित किया गया और आत्मनिर्भर भारत के तहत खनिज मूल्य श्रृंखला में भारत को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मिशन के उद्देश्य और खनिज सूची
NCMM का लक्ष्य है 24 महत्त्वपूर्ण खनिजों की खोज, खनन और प्रसंस्करण में देशीय क्षमता का विकास करना। इसमें लिथियम, कोबाल्ट, निकेल, ग्रेफाइट और दुर्लभ पृथ्वी तत्व शामिल हैं, जो ईवी बैटरियों, सौर पैनलों और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए आवश्यक हैं। इस पहल के माध्यम से चीन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से आयात पर निर्भरता कम करने की योजना है।
मूल्य श्रृंखला को सशक्त बनाना
यह मिशन खनिज मूल्य श्रृंखला के सभी चरणों को कवर करता है—खोज से लेकर पुनर्प्राप्ति तक। खनन और प्रसंस्करण संचालन के लिए फास्ट–ट्रैक क्लीयरेंस व्यवस्था बनाई जाएगी, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा और नौकरशाही अड़चनों को कम किया जा सकेगा। मिशन में ओवरबर्डन और टेलिंग्स से खनिजों की पुनर्प्राप्ति को भी बढ़ावा मिलेगा।
सार्वजनिक और निजी निवेश को बढ़ावा
इस मिशन के तहत ₹18,000 करोड़ तक के निवेश की उम्मीद है, जो सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों (PSU) और निजी क्षेत्र से आएगा। सरकार खोज व तकनीकी नवाचार के लिए वित्तीय प्रोत्साहन देगी और खनिज प्रसंस्करण पार्कों की स्थापना द्वारा मूल्य संवर्धन को प्रोत्साहित किया जाएगा।
वैश्विक सहयोग और खनिज कूटनीति
स्थिर खनिज आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भारतीय कंपनियों को विदेशी खनिज परिसंपत्तियों का अधिग्रहण करने और खनिज–समृद्ध देशों के साथ व्यापारिक साझेदारी विकसित करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके तहत PSUs को संयुक्त उपक्रम और सरकार से सरकार के स्तर पर सहयोग स्थापित करने की अनुमति होगी।
विधायी ढांचा और खोज परियोजनाएँ
1957 के खनिज और खनन (विकास और विनियमन) अधिनियम में 2023 में संशोधन के बाद, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) ने 195 सक्रिय खोज परियोजनाएँ शुरू की हैं और 2025–26 के लिए 227 नई परियोजनाओं की योजना बनाई गई है। संशोधनों के तहत केंद्र को खोज लाइसेंसों की नीलामी और खनिज ब्लॉकों के आवंटन की प्रक्रिया सरल करने का अधिकार मिला है।
नीति समर्थन और सीमा शुल्क राहत
2024–25 के बजट में कई महत्त्वपूर्ण खनिजों पर सीमा शुल्क समाप्त कर दिया गया है, जिससे भारत में प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे स्वच्छ तकनीकों के लिए एक मजबूत निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण होगा।
हरित ऊर्जा भविष्य की ओर अग्रसर
NCMM भारत के हरित ऊर्जा संक्रमण के लिए एक प्रमुख पहल है। यह मिशन स्वदेशी संसाधन आपूर्ति के माध्यम से जलवायु लक्ष्यों, रोजगार सृजन, और तकनीकी विकास को समर्थन देता है। मिशन के तहत महत्त्वपूर्ण खनिजों पर एक उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना भी की जाएगी जो सतत खनन में नवाचार और अनुसंधान का नेतृत्व करेगा।
Static GK Snapshot for Exams
तत्व | विवरण |
मिशन का नाम | राष्ट्रीय महत्त्वपूर्ण खनिज मिशन (NCMM) |
शुरुआत | केंद्रीय बजट 2024–25 |
कुल परिव्यय | ₹16,300 करोड़ |
लक्षित खनिज | लिथियम, निकेल, कोबाल्ट, दुर्लभ पृथ्वी तत्व |
प्रशासनिक मंत्रालय | खान मंत्रालय |
खोज परियोजनाएँ (GSI) | 195 सक्रिय, 227 नियोजित |
अद्यतन कानून | खनिज और खनन (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1957 (2023 में संशोधित) |
सीमा शुल्क स्थिति | कई महत्त्वपूर्ण खनिजों पर समाप्त |
रणनीतिक लक्ष्य | हरित ऊर्जा और खनिज आत्मनिर्भरता |