डोपिंग नियमों को वैश्विक मानकों से जोड़ने की पहल
राष्ट्रीय एंटी–डोपिंग (संशोधन) विधेयक 2025 को संसद में खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने प्रस्तुत किया। इसका मुख्य उद्देश्य भारत के डोपिंग विरोधी कानूनों को विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) द्वारा निर्धारित अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाना है। यह संशोधन 2022 में पारित मूल कानून की समीक्षा करता है, जिसे वाडा ने सरकारी हस्तक्षेप के कारण अस्वीकार्य बताया था।
वाडा की आपत्ति और मूल कानून की कमजोरी
2022 के अधिनियम के तहत गठित National Board for Anti-Doping in Sports को नाडा (NADA) को निर्देश देने और सरकार को सलाह देने की शक्ति दी गई थी। वाडा ने इसे नाडा की स्वायत्तता का उल्लंघन माना और भारत को प्रतिबंध की चेतावनी दी थी। वाडा की नीति है कि डोपिंग जांच एजेंसियां सरकार से स्वतंत्र रूप से काम करें।
Static GK Fact: वाडा की स्थापना 1999 में हुई थी और यह विश्व डोपिंग रोधी कोड को लागू करने वाली वैश्विक संस्था है, जिससे 190+ देश जुड़े हैं।
2025 संशोधन की मुख्य विशेषताएं
2025 संशोधन विधेयक में बोर्ड को बरकरार रखा गया है, लेकिन इसकी शक्तियां समाप्त कर दी गई हैं। अब यह नाडा पर नियंत्रण या सलाह देने का कार्य नहीं करेगा। इससे नाडा को पूर्ण संवैधानिक और कार्यकारी स्वायत्तता मिलेगी। यह बदलाव WADA के अनुपालन मानकों को पूरा करता है और भारत को ओलंपिक और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों से प्रतिबंध से बचाता है।
खिलाड़ियों की सुरक्षा और भारत की वैश्विक छवि
संशोधन से यह सुनिश्चित होता है कि भारतीय खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय खेलों में निर्बाध रूप से भाग ले सकें। यह सुधार न केवल डोपिंग–मुक्त खेल को बढ़ावा देता है, बल्कि भारत को जिम्मेदार खेल राष्ट्र के रूप में स्थापित करता है।
Static GK Tip: भारत 2022 की वाडा रिपोर्ट में डोपिंग उल्लंघन के मामले में तीसरे स्थान पर था, जिससे यह सुधार और भी आवश्यक हो गया।
आगे की दिशा
यह संशोधन एक संस्थागत सुधार है, जिससे भारत WADA-compliant राष्ट्र बनेगा। यह खेलों में पारदर्शिता और निष्पक्षता को भी बढ़ावा देगा और सरकार की मंशा को स्पष्ट करता है कि वह डोपिंग जैसे मुद्दों पर कठोर और निष्पक्ष रवैया अपनाना चाहती है।
Static Usthadian Current Affairs Table
तथ्य | विवरण |
मूल अधिनियम पारित | 2022 |
संशोधन पेश करने वाले मंत्री | मनसुख मांडविया (खेल मंत्री) |
संशोधन वर्ष | 2025 |
वाडा की आपत्ति | सरकारी हस्तक्षेप के कारण नाडा की स्वायत्तता प्रभावित |
मुख्य निकाय | राष्ट्रीय एंटी-डोपिंग एजेंसी (NADA) |
नई व्यवस्था | बोर्ड रहेगा, पर नाडा पर नियंत्रण नहीं |
वाडा स्थापना वर्ष | 1999 |
भारत की डोपिंग रैंक (2022) | वैश्विक स्तर पर तीसरा स्थान |
प्रतिबंध जोखिम | अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों से संभावित निलंबन |
संशोधन का उद्देश्य | वाडा मानकों के अनुसार भारतीय कानूनों को लाना |