जुलाई 18, 2025 7:34 अपराह्न

राष्ट्रीय डेंगू दिवस 2025: बढ़ते खतरे के खिलाफ जागरूकता का अभियान

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National Dengue Day 2025: Raising Awareness to Combat a Growing Threat

क्यों महत्वपूर्ण है राष्ट्रीय डेंगू दिवस

भारत में हर साल 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है ताकि नागरिकों को डेंगू बुखार के बढ़ते खतरे के प्रति सतर्क किया जा सके। मानसून के मौसम में डेंगू के मामलों में तेजी से वृद्धि होती है, और यह दिवस लोगों को सावधानी बरतने और मच्छरों की संख्या कम करने की याद दिलाता है। इस अभियान की अगुवाई स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय करता है और लोगों को प्रारंभिक लक्षणों को पहचानने और समय पर इलाज लेने की अपील करता है। यह सिर्फ एक दिन का नहीं, बल्कि साल भर जागरूकता फैलाने का प्रयास है ताकि लाखों लोगों को इस रोके जा सकने वाले रोग से बचाया जा सके।

डेंगू को समझना: कारण और लक्षण

डेंगू एक वायरल बीमारी है, जो एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलती है। यह मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपता है और दिन के समय अधिक सक्रिय रहता है। डेंगू के प्रमुख लक्षणों में तेज बुखार, बदन दर्द, त्वचा पर चकत्ते, और गंभीर मामलों में अंदरूनी रक्तस्राव शामिल हैं। गंभीर डेंगू को हैमरेजिक फीवर कहा जाता है और यह जानलेवा हो सकता है अगर समय पर इलाज न मिले। चूँकि डेंगू वायरस का कोई निश्चित इलाज नहीं है, इसलिए प्रारंभिक पहचान और सहायक उपचार ही सबसे प्रभावी उपाय हैं।

दैनिक जीवन में डेंगू से कैसे बचें

डेंगू की रोकथाम घर से ही शुरू होती है। सबसे जरूरी है कि मच्छरों के ब्रीडिंग स्पॉट्स को खत्म किया जाए, जैसे कि फूलदान, कूलर, गड्ढों या टंकियों में जमा पानी को हटाया जाए। मच्छरदानी का प्रयोग, रेपेलेंट लगाना और पूरे आस्तीन के कपड़े पहनना, विशेष रूप से वर्षा ऋतु में, संक्रमण की संभावना को कम करता है। भारत के कई इलाकों में साफसफाई अभियान चलाए जाते हैं ताकि मच्छर के लार्वा को नष्ट किया जा सके। सामूहिक प्रयासों से बड़ा फर्क पड़ता है।

सरकारी उपाय और राष्ट्रीय स्तर पर तैयारी

भारत सरकार डेंगू से लड़ाई के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत एक सशक्त सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचा तैयार कर चुकी है। पूरे देश में 805 सेंटिनल अस्पताल और 17 शीर्ष प्रयोगशालाएँ स्थापित की गई हैं ताकि डेंगू की पहचान और निगरानी की जा सके। सरकार ईएलिसा टेस्ट किट्स वितरित करती है और स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित करती है। मानसून के पहले और दौरान जागरूकता अभियान, रैलियाँ, स्कूल प्रतियोगिताएँ, और घरघर स्वास्थ्य निरीक्षण जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

2025 में डेंगू दिवस की विशेष प्रासंगिकता

2025 में जलवायु परिवर्तन के कारण मच्छरों का प्रजनन चक्र और अधिक अनिश्चित हो गया है। ऐसे में डेंगू के खिलाफ जल्दी जागरूकता और कार्रवाई पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गई है। इस दिन का उद्देश्य है कि बच्चों और बुजुर्गों जैसे संवेदनशील वर्गों में समय पर इलाज सुनिश्चित किया जाए और समुदायों में स्वास्थ्य तंत्र पर विश्वास को मजबूत किया जाए। व्हाट्सऐप संदेशों से लेकर मोहल्ला सफाई अभियानों तक, हर व्यक्ति की भूमिका अहम है।

STATIC GK SNAPSHOT

विषय विवरण
आयोजन तिथि हर साल 16 मई
पहल करने वाला मंत्रालय भारत सरकार का स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय
मच्छर का प्रकार एडीज एजिप्टी (दिन में काटने वाला मच्छर)
बीमारी का प्रकार वायरल; डेंगू वायरस (DENV) से
सामान्य लक्षण बुखार, सिरदर्द, चकत्ते, जोड़ों में दर्द, मतली, रक्तस्राव
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के उपकरण 805 सेंटिनल अस्पताल, 17 शीर्ष प्रयोगशालाएँ, ELISA किट्स, NCVBDC सहयोग
मुख्य रोकथाम उपाय ठहरा पानी हटाना, मच्छरदानी, रेपेलेंट, समय पर इलाज
टीकाकरण की स्थिति कोई सार्वभौमिक टीका नहीं; कुछ वैक्सीन परीक्षण में

 

National Dengue Day 2025: Raising Awareness to Combat a Growing Threat
  1. राष्ट्रीय डेंगू दिवस हर साल 16 मई को पूरे भारत में मनाया जाता है।
  2. इसे स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा डेंगू जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जाता है।
  3. डेंगू वायरस (DENV) से होने वाली यह बीमारी एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलती है।
  4. ये मच्छर दिन में काटते हैं और ठहरे हुए पानी में पनपते हैं।
  5. सामान्य लक्षणों में बुखार, चकत्ते, जोड़ों में दर्द, मिचली और रक्तस्राव शामिल हैं।
  6. गंभीर डेंगू या हेमरेजिक फीवर समय पर इलाज न होने पर जानलेवा हो सकता है।
  7. इसका कोई विशिष्ट एंटीवायरल इलाज नहीं है; प्रारंभिक पहचान और सहायक देखभाल आवश्यक है।
  8. रोकथाम में मच्छरदानी, रिपेलेंट और पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनना शामिल है।
  9. समुदायों में स्वच्छता अभियान चलाए जाते हैं ताकि मच्छर के प्रजनन स्थलों को नष्ट किया जा सके।
  10. भारत में 805 सेंटिनल अस्पताल और 17 एपेक्स प्रयोगशालाएं डेंगू निगरानी के लिए स्थापित की गई हैं।
  11. ELISA टेस्ट किट का उपयोग डेंगू मामलों की प्रारंभिक जांच के लिए किया जाता है।
  12. राष्ट्रीय प्रयास को नेशनल सेंटर फॉर वेक्टर बोर्न डिज़ीज़ कंट्रोल (NCVBDC) द्वारा समर्थन मिलता है।
  13. जागरूकता अभियानों में विद्यालय प्रतियोगिताएं, रैलियाँ और घर-घर निरीक्षण शामिल होते हैं।
  14. जलवायु परिवर्तन ने 2025 में मच्छरों के प्रजनन को और अधिक अनिश्चित बना दिया है।
  15. बच्चे और बुजुर्ग गंभीर डेंगू के प्रमुख शिकार होते हैं।
  16. व्हाट्सएप, टीवी और स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से जन संदेश फैलाया जाता है।
  17. डेंगू एक वायरल बीमारी है, बैक्टीरियल नहीं, और इसका एंटीबायोटिक से इलाज नहीं होता।
  18. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) डेंगू नियंत्रण प्रयासों में मुख्य भूमिका निभाता है।
  19. भारत में कोई सार्वभौमिक डेंगू वैक्सीन नहीं है, लेकिन परीक्षण जारी हैं।
  20. राष्ट्रीय डेंगू दिवस मच्छर नियंत्रण और प्रारंभिक निदान में समुदाय की भागीदारी को प्राथमिकता देता है।

Q1. भारत में राष्ट्रीय डेंगू दिवस किस तिथि को मनाया जाता है?


Q2. डेंगू फैलाने के लिए मुख्य रूप से कौन सा मच्छर ज़िम्मेदार होता है?


Q3. डेंगू किस प्रकार की बीमारी है?


Q4. भारत में डेंगू निगरानी के लिए कितने सेंटिनल अस्पताल स्थापित किए गए हैं?


Q5. घर पर डेंगू से बचाव का सबसे अच्छा तरीका क्या है?


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Daily Current Affairs May 16

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