संसद को मिला विशेषज्ञता का नया बल
12 जुलाई 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने केंद्र सरकार की सिफारिश पर चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को राज्यसभा के लिए नामित किया। ये नामांकन संविधान के अनुच्छेद 80(1)(a) के तहत हुए हैं, जो साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा जैसे क्षेत्रों में असाधारण योगदान देने वाले व्यक्तियों को उच्च सदन में मनोनीत करने का अधिकार देता है।
यह कदम राज्यसभा में गैर–राजनीतिक क्षेत्रों के विशेषज्ञों की आवाज़ को जगह देकर नीतिगत चर्चाओं को अधिक समृद्ध बनाता है।
मनोनीत सदस्यों का महत्व
राज्यसभा में मनोनीत सीटें उन व्यक्तियों के लिए आरक्षित होती हैं जिन्होंने सार्वजनिक जीवन में उल्लेखनीय योगदान दिया हो। ये सदस्य चुने नहीं जाते, बल्कि योग्यता के आधार पर नामित किए जाते हैं, जिससे संसद को बाहरी क्षेत्रों की विशेषज्ञता मिलती है।
Static GK: राज्यसभा में अधिकतम 12 सदस्य संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत मनोनीत किए जा सकते हैं।
नामित चार प्रमुख व्यक्तित्व
उज्ज्वल निकम
प्रसिद्ध सरकारी वकील, जो आतंकवाद और संगठित अपराध से जुड़े कई महत्त्वपूर्ण मुकदमों का हिस्सा रहे हैं। उनका कानूनी अनुभव न्यायिक सुधारों और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चर्चाओं में उपयोगी सिद्ध होगा।
सी. सदानंदन मास्टर
एक समर्पित शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता जिन्होंने ग्रामीण शिक्षा और युवाओं के उत्थान के लिए कई दशकों तक काम किया है। उनके अनुभव से सामाजिक कल्याण और ग्राम विकास की नीतियों को नई दिशा मिलेगी।
हर्षवर्धन श्रृंगला
अनुभवी राजनयिक और G20 शिखर सम्मेलन 2023 के मुख्य समन्वयक रहे हैं। उन्होंने विदेश सचिव और अमेरिका में भारत के राजदूत जैसे प्रमुख पदों पर कार्य किया है। विदेश नीति और रणनीतिक मामलों पर उनकी जानकारी संसद में अमूल्य होगी।
Static GK Tip: श्रृंगला भारत के पूर्व विदेश सचिव भी रह चुके हैं।
डॉ. मीनाक्षी जैन
राजनीति विज्ञान और भारतीय इतिहास की विद्वान, जो कई महत्त्वपूर्ण ग्रंथों की लेखिका हैं। उनका शैक्षणिक योगदान संस्कृति, शिक्षा और ऐतिहासिक संदर्भों पर संसद में गहन विमर्श को बढ़ावा देगा।
विधायी प्रक्रिया में विशेषज्ञता का समावेश
यह नामांकन प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि संसद में कानून निर्माण बहु–विषयक दृष्टिकोण से हो। कानूनी, सामाजिक, कूटनीतिक और शैक्षणिक विशेषज्ञता से विधायी चर्चाएं अधिक सटीक और सारगर्भित होंगी।
Static GK Fact: गैर-राजनीतिक विशेषज्ञों को नामित करने की परंपरा दो सदनीय व्यवस्थाओं (बिकैमराल सिस्टम) में विचारों की विविधता को सुनिश्चित करने के लिए अपनाई गई है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
नामांकन की तिथि | 12 जुलाई 2025 |
संविधान का प्रावधान | अनुच्छेद 80(1)(a) |
राज्यसभा में कुल मनोनीत सदस्य सीमा | 12 |
भारत की राष्ट्रपति | द्रौपदी मुर्मू |
विधिक क्षेत्र से नामांकन | उज्ज्वल निकम |
सामाजिक सेवा क्षेत्र से | सी. सदानंदन मास्टर |
कूटनीति क्षेत्र से | हर्षवर्धन श्रृंगला |
इतिहास और शिक्षा क्षेत्र से | डॉ. मीनाक्षी जैन |
प्रमुख पूर्व मनोनीत सदस्य | डॉ. एस. राधाकृष्णन |
G20 2023 मेज़बान शहर | नई दिल्ली |