दशकों बाद पुनः खोजा गया एक दुर्लभ पौधा
भारत में वनस्पति अनुसंधान के क्षेत्र में बड़ी प्रगति के रूप में वैज्ञानिकों ने यूनियाला केरलेन्सिस नामक एक नई स्थानिक पौधा प्रजाति की पहचान की है, जो केरल के अगस्त्यमाला बायोस्फीयर रिजर्व में पाई गई है। यह पौधा लगभग 27 वर्ष पहले संग्रहित किया गया था लेकिन लंबे समय तक गलत वर्गीकृत रहा। नवीन टैक्सोनोमिक विश्लेषण से इसकी सही पहचान की गई, जो पश्चिमी घाट की अद्भुत जैव विविधता को रेखांकित करती है।
अद्वितीय वनस्पति पहचान और पुनः वर्गीकरण
सूर्यमुखी कुल (Asteraceae) के अंतर्गत आने वाला यह पौधा पहले वर्नोनिया मल्टीब्रैक्टिएटा समझा गया था। आधुनिक हर्बेरियम अध्ययन और संरचनात्मक विश्लेषण से इसे एक नवीन वंश “Uniyala” में स्थानांतरित किया गया है। यह भारत की वनस्पति टैक्सोनॉमी में एक महत्वपूर्ण सुधार है और यह दर्शाता है कि पूर्ववर्ती रिकॉर्ड की वैज्ञानिक पुनर्समीक्षा से नई खोज संभव होती है।
रूप-रंग और पुष्पकाल
यह पौधा एक झाड़ी है जिसकी ऊँचाई तीन मीटर तक होती है। अगस्त से अप्रैल तक इसके हल्के बैंगनी फूल खिलते हैं। इसके चौड़े पत्ते, लंबे डंठल और कम पार्श्व नसें इसे अन्य प्रजातियों से अलग करते हैं। इसकी लंबी पुष्प अवधि इसे परागण के लिए महत्वपूर्ण पौधा भी बना सकती है।
प्राकृतिक वितरण और पारिस्थितिकी
यह प्रजाति अगस्त्यमाला पहाड़ियों की ढलानों पर पाई जाती है, 700 से 1,400 मीटर ऊँचाई तक। क्षेत्रीय सर्वेक्षणों के अनुसार लगभग 5,000 पौधे चार अलग–अलग उप–जनसंख्या समूहों में पाए गए हैं, जो 250 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले हुए हैं। यह पौधा सूरज वाले वन क्षेत्रों में पनपता है, जिससे पता चलता है कि संरक्षित वन क्षेत्र कितने आवश्यक हैं।
संरक्षण के लिए तत्काल शोध की आवश्यकता
IUCN रेड लिस्ट में इसे डेटा डेफिशिएंट (DD) श्रेणी में रखा गया है, जिसका अर्थ है कि इसके संरक्षण जोखिम का मूल्यांकन करने के लिए पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसकी खोज दर्शाती है कि पश्चिमी घाट जैव विविधता संरक्षण को और अधिक गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। प्रजनन जैविकी, निवास स्थान विश्लेषण और जलवायु अथवा मानव प्रभाव पर शोध अनिवार्य है।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान सारांश तालिका
पहलु | जानकारी |
वैज्ञानिक नाम | यूनियाला केरलेन्सिस (Uniyala keralensis) |
पौधा परिवार | एस्टरेसी (सूर्यमुखी कुल) |
खोज स्थान | अगस्त्यमाला बायोस्फीयर रिजर्व, केरल |
ऊँचाई सीमा | 700 से 1,400 मीटर |
ज्ञात जनसंख्या | लगभग 5,000 पौधे (4 उप-समूहों में) |
भौगोलिक विस्तार | 250 वर्ग किमी |
पुष्पकाल | अगस्त से अप्रैल |
IUCN स्थिति | डेटा डेफिशिएंट (DD) |
पूर्व गलत पहचान | वर्नोनिया मल्टीब्रैक्टिएटा |
पारिस्थितिक क्षेत्र | पश्चिमी घाट – यूनेस्को विश्व विरासत स्थल |