डिजिटल समानता की ओर एक नई पहल
यशोदा एआई, जिसे ‘आपकी एआई सखी’ भी कहा जाता है, महिलाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। इसे राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) द्वारा शुरू किया गया है, खासकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों की महिलाओं के लिए। यह पहल विकसित भारत की उस सोच को साकार करती है, जिसमें प्रगति केवल शहरी या पुरुषों तक सीमित न रहे, बल्कि समान रूप से बंटी हो। उद्देश्य यह है कि महिलाएं भी डिजिटल टूल्स का आत्मविश्वास से उपयोग कर सकें।
आज की ज़रूरत – सही डिजिटल ज्ञान
यशोदा एआई केवल एआई सिखाने के लिए नहीं, बल्कि साइबर सुरक्षा, डिजिटल सुरक्षा, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सामाजिक प्रभाव जैसे व्यावहारिक पहलुओं पर प्रशिक्षण देती है। यह महिलाओं को डिजिटल दुनिया में सतर्क रहने, झूठी सूचनाओं को पहचानने और एआई आधारित अपराधों से निपटने की शक्ति देती है। यह कार्यक्रम स्वावलंबन और नेतृत्व को बढ़ावा देता है।
समुदाय के साथ सीखने की ताकत
इस पहल की विशेषता इसका सामुदायिक दृष्टिकोण है। इसमें छात्र, शिक्षक और महिला पुलिसकर्मी शामिल किए जाते हैं ताकि एक समूह आधारित सहायक नेटवर्क बन सके। जब ये समूह साथ सीखते हैं, तो डिजिटल दुनिया में कदम रखने वाली महिलाओं को मार्गदर्शन और सुरक्षा मिलती है। यह सिर्फ व्यक्तिगत सशक्तिकरण नहीं, बल्कि सामूहिक सामाजिक परिवर्तन का मॉडल है।
डिजिटल साक्षरता क्यों जरूरी है?
आज लगभग हर सेवा – खरीदारी, बैंकिंग, शिक्षा – ऑनलाइन हो गई है। लेकिन ग्रामीण भारत की कई महिलाओं के लिए यह दुनिया अपरिचित और असुरक्षित लगती है। यशोदा एआई इन्हें सरल भाषा में डिजिटल जानकारी, ऑनलाइन सुरक्षा के तरीके, और सवाल पूछने का सुरक्षित मंच देता है। जब एआई हमारे जीवन के हर क्षेत्र में प्रवेश कर रहा है, तब यह जागरूकता अति आवश्यक है।
नैतिक तकनीक की साझेदारी
इस कार्यक्रम में फ्यूचर शिफ्ट लैब्स (FSL) को साझेदार बनाया गया है, जो नैतिक तकनीक विकास के लिए प्रसिद्ध है। यह साझेदारी यह सुनिश्चित करती है कि महिलाओं को जो तकनीक सिखाई जाए, वह सुरक्षित, समावेशी और पारदर्शी हो। यह सिर्फ तकनीक का उपयोग नहीं, बल्कि उसका जिम्मेदार उपयोग सिखाने पर ज़ोर देता है।
प्रेरणादायक संदेश और नेतृत्व
शुभारंभ अवसर पर एनसीडब्ल्यू और साझेदार संस्थाओं के नेताओं ने महिलाओं के डिजिटल सशक्तिकरण और तकनीकी नेतृत्व की महत्ता को रेखांकित किया। महिला अधिकारियों और शिक्षकों की भागीदारी ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह कोई प्रतीकात्मक पहल नहीं, बल्कि वास्तविक बदलाव लाने वाली क्रांति है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
पहल का नाम | यशोदा एआई – आपकी एआई सखी |
शुभारंभ तिथि | 24 मई, 2025 |
आयोजक संस्था | राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) |
सहयोगी संस्था | फ्यूचर शिफ्ट लैब्स (FSL) |
प्रमुख क्षेत्र | एआई, साइबर सुरक्षा, डिजिटल सेफ्टी |
लक्षित समूह | ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्र की महिलाएं |
संबंधित दृष्टिकोण | विकसित भारत |
प्रमुख सहयोगी | छात्र, शिक्षक, महिला पुलिसकर्मी |
उद्देश्य | एआई साक्षरता और डिजिटल सशक्तिकरण |
Static GK | एनसीडब्ल्यू की स्थापना 1992 में, अधिनियम: NCW अधिनियम, 1990 |