तमिलनाडु का सबसे बड़ा मैंग्रोव वन
मुथुपेट मैंग्रोव वन तमिलनाडु का सबसे बड़ा मैंग्रोव पारिस्थितिकी तंत्र है, जिसका क्षेत्रफल 120 वर्ग किमी है। यह तिरुवारुर जिले में पाल्क की खाड़ी के किनारे स्थित है और तटीय जैव विविधता व चक्रवात संरक्षण में अहम भूमिका निभाता है।
Static GK: मुथुपेट, कावेरी डेल्टा के दक्षिणी छोर पर स्थित है और खारे पानी की आर्द्रभूमियों के लिए प्रसिद्ध है, जो मैंग्रोव वृक्षों की वृद्धि के लिए अनुकूल होते हैं।
प्रमुख प्रजातियाँ और पारिस्थितिकी
यह क्षेत्र मुख्य रूप से अविसेनिया मरीना (Avicennia marina) नामक नमक सहनशील प्रजाति से आच्छादित है, जो पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करने में सक्षम है।
फिशबोन नहर तकनीक से पुनरुद्धार
2004 में, फिशबोन नहर तकनीक को अपनाया गया, जिससे ज्वारीय जल का प्रवाह बेहतर हुआ और बीजों का प्रसार तेज़ हुआ। 2023–24 में इस तकनीक से 350 हेक्टेयर क्षेत्र का पुनरुद्धार हुआ।
अब स्टेप–टाइप नहर तकनीक का परीक्षण हो रहा है, जिससे पौधों की जीवित रहने की दर बढ़ाने के लिए जल वितरण को अनुकूल बनाया जा सके।
डेल्टा क्षेत्रों में बहु-वर्षीय योजना
कोरैयार और पमनीयार नदियों के संगम पर तीन साल की योजना के तहत 12,020 हेक्टेयर में पुनरुद्धार कार्य चल रहा है। इसमें 1,350 हेक्टेयर में नए पौधे लगाए गए हैं और 707 हेक्टेयर में नहरों की मरम्मत और गाद निकासी की गई है।
तंजावुर जिले में 1,482 हेक्टेयर और तिरुवारुर जिले में 575 हेक्टेयर में कार्य पूरा हुआ है। 700 हेक्टेयर क्षेत्र तत्काल रोपण के लिए और 800 हेक्टेयर भविष्य के लिए चिन्हित किया गया है।
ग्रीन तमिलनाडु मिशन से रोजगार सृजन
यह परियोजना ग्रीन तमिलनाडु मिशन द्वारा संचालित है, जिसका उद्देश्य हरा आवरण बढ़ाना और स्थानीय लोगों को आजीविका के अवसर देना है। रोपण, नहर खुदाई और रखरखाव जैसे कार्यों से लोगों को रोजगार मिला है।
2022–23 में 31,000 मानव–दिवस, 2023–24 में 32,397 मानव–दिवस सृजित हुए। कुल मिलाकर अब तक 86,000 से अधिक मानव–दिवस का रोजगार उत्पन्न हुआ है।
Static GK Tip: ग्रीन तमिलनाडु मिशन, राज्य के सभी जिलों में सूखे और क्षतिग्रस्त क्षेत्रों में वनीकरण को बढ़ावा देता है।
मैंग्रोव आवरण में उल्लेखनीय वृद्धि
2022 से 2025 के बीच, 2,057 हेक्टेयर में मैंग्रोव आवरण बढ़ा है, जो नवीन जल प्रबंधन तकनीकों और समुदाय की भागीदारी के चलते संभव हुआ।
Static Usthadian Current Affairs Table (Hindi)
विषय | विवरण |
कुल मैंग्रोव क्षेत्र | 120 वर्ग किमी |
प्रमुख प्रजाति | अविसेनिया मरीना |
शुरू की गई नहर तकनीक | फिशबोन नहर (2004) |
नई तकनीक | स्टेप-टाइप नहर |
तीन-वर्षीय योजना का क्षेत्र | 12,020 हेक्टेयर |
लगाए गए पौधों का क्षेत्र | 1,350 हेक्टेयर |
नहर मरम्मत द्वारा पुनरुद्धार | 707 हेक्टेयर |
2022–25 में वृद्धि | 2,057 हेक्टेयर |
उत्पन्न मानव-दिवस | 86,000+ |
सहायक मिशन | ग्रीन तमिलनाडु मिशन |