असम में शोधकर्ताओं को वित्तीय सहायता
2025 में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मुख्यमंत्री जीवन अनुप्रेरणा योजना की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य राज्य के पूर्णकालिक शोध छात्रों को वित्तीय सहयोग प्रदान करना है। यह योजना विशेष रूप से शैक्षणिक उन्नति और समावेशिता पर केंद्रित है। पहली बार असम में दिव्यांग शोधार्थियों के लिए अलग अनुदान निर्धारित किया गया है, जिससे शिक्षा में समानता का संदेश दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत सामान्य शोधार्थियों को ₹25,000 की एकमुश्त सहायता और दिव्यांग शोधार्थियों को ₹40,000 की सहायता दी जाती है। केवल वे छात्र जो असम के स्थायी निवासी हैं और राज्य या केंद्रीय सार्वजनिक संस्थानों में अध्ययनरत हैं, इस योजना के पात्र हैं।
प्रशासन में पारदर्शिता को मज़बूती
इस शैक्षणिक पहल के साथ मुख्यमंत्री ने स्वागत सतिर्थ पोर्टल भी लॉन्च किया है, जो राज्य के सरकारी कर्मचारियों के परस्पर स्थानांतरण को डिजिटल और सरल बनाता है। इससे ग्रेड III और IV के 9,000 से अधिक कर्मचारी बिना अनावश्यक विलंब के स्थानांतरण प्रक्रिया का लाभ ले सकते हैं। यह पहल असम में पारदर्शी और कुशल शासन प्रणाली के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह भारत की डिजिटल इंडिया मिशन का हिस्सा है, जो दस्तावेज़ी प्रक्रियाओं को कम करने और सेवाओं की आसान पहुँच सुनिश्चित करने का प्रयास करता है।
रोजगार में निष्पक्षता और कर्मचारियों के हित
असम सरकार ने केंद्र सरकार के समान महंगाई भत्ता (DA) और महंगाई राहत (DR) देने की नीति अपनाकर एक मजबूत उदाहरण पेश किया है। यह सुविधा अधिकांश राज्यों में उपलब्ध नहीं है। मुख्यमंत्री ने मेरिट–आधारित भर्ती प्रणाली पर बल देते हुए कहा कि इससे सरकारी नौकरियों में विश्वास और पारदर्शिता सुनिश्चित होती है, जिससे युवाओं को तैयारी के लिए प्रेरणा मिलती है।
आवास और शिक्षा के लिए अतिरिक्त योजनाएं
असम सरकार की प्रतिबद्धता केवल नौकरियों और शोध तक सीमित नहीं है। पहले शुरू की गई अपुन घर योजना, जिसमें ₹15 लाख तक का आवास ऋण दिया जाता था, अब ₹30 लाख तक कर दिया गया है। यह बदलाव कर्मचारियों की प्रतिक्रिया पर आधारित है और सरकार की लचीलापन नीति को दर्शाता है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु निजुट मोइना योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत छात्राओं को मासिक आर्थिक सहायता दी जाती है। यह पहल परिवारों को सशक्त बनाने और राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में सहायक है।
असम में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा
मुख्यमंत्री जीवन अनुप्रेरणा योजना का उद्देश्य असम में शोध संस्कृति को मजबूत करना है। जब शोधार्थी आर्थिक बोझ से मुक्त होते हैं, तो वे गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। इससे न केवल राज्य के शैक्षणिक संस्थानों का स्तर ऊँचा होगा, बल्कि प्रकाशनों और नवाचारों की संख्या में भी वृद्धि हो सकती है। यह योजना पूर्वोत्तर में असम को एक प्रमुख शैक्षिक केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
Static Usthadian Current Affairs Table
सारांश आइटम | विवरण |
योजना का नाम | मुख्यमंत्री जीवन अनुप्रेरणा योजना |
शुरू किया | मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा |
वर्ष | 2025 |
अनुदान राशि | सामान्य छात्रों के लिए ₹25,000, दिव्यांग छात्रों के लिए ₹40,000 |
पात्र संस्थान | असम के सार्वजनिक विश्वविद्यालय एवं संस्थान |
अतिरिक्त पहल | कर्मचारियों के स्थानांतरण हेतु स्वगत सतिर्थ पोर्टल |
कर्मचारी लाभ | केंद्र के समान DA और DR |
आवास योजना | अपुन घर (ऋण सीमा ₹30 लाख तक बढ़ाई गई) |
शिक्षा योजना | निजुट मोइना – छात्राओं को मासिक सहायता |
प्रमुख उद्देश्य | अनुसंधान, समावेशिता और कर्मचारी कल्याण को बढ़ावा देना |