भारतीय शिक्षा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि
मिज़ोरम आधिकारिक रूप से भारत का पहला पूर्ण साक्षर राज्य बन गया है, जिसकी साक्षरता दर 98.20% है, जैसा कि पीरियॉडिक फाउंडेशनल लिटरेसी सर्वे (PFLS) 2023–24 में दर्ज किया गया। इस उपलब्धि की घोषणा मुख्यमंत्री लालदूहोमा ने आइज़ॉल में की, जो राज्य में वर्षों से चली आ रही सशक्त शैक्षिक योजनाओं और सामुदायिक भागीदारी का परिणाम है।
ऐतिहासिक रूप से मज़बूत शैक्षिक नींव
1987 में राज्य का दर्जा प्राप्त करने के बाद, मिज़ोरम ने शिक्षा के क्षेत्र में लगातार ऊंचे स्थान पर बने रहकर एक आदर्श प्रस्तुत किया। 2011 की जनगणना के अनुसार, राज्य की साक्षरता दर पहले ही 91.33% थी, जो दर्शाता है कि यहां शिक्षा को हमेशा प्राथमिकता दी गई। इस मजबूत नींव के चलते शेष आबादी को साक्षर बनाने की योजना साकार हो सकी।
उल्लास: वयस्क साक्षरता का परिवर्तनकारी कार्यक्रम
ULLAS – नव भारत साक्षरता कार्यक्रम, जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत शुरू किया गया, इस सफलता में एक प्रमुख भूमिका निभाने वाला कार्यक्रम रहा। यह 15 वर्ष से अधिक आयु के वयस्कों के लिए प्रारंभिक साक्षरता, जीवन कौशल, व्यावसायिक प्रशिक्षण और सतत शिक्षा जैसी सुविधाएँ प्रदान करता है। 2022 से 2027 तक चलने वाला यह कार्यक्रम अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा पहुंचाने में सफल रहा।
जमीनी सर्वेक्षण और स्वयंसेवकों की निष्ठा
2023 में मिज़ोरम में घर–घर जाकर किए गए सर्वेक्षण में 3,026 निरक्षर वयस्कों की पहचान की गई, जिनमें से 1,692 लोगों ने साक्षरता कार्यक्रमों में भाग लिया। इस कार्य की सफलता में 292 स्वयंसेवक शिक्षकों – छात्रों, शिक्षकों और सरकारी कर्मियों – की भूमिका अहम रही। इन्होंने कर्तव्य बोध की भावना से काम करते हुए शिक्षा के प्रचार-प्रसार में योगदान दिया।
राष्ट्रीय मानक और भविष्य की दिशा
जहां लद्दाख ने जून 2024 में एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में पहले ही 100% साक्षरता हासिल कर ली थी, वहीं मिज़ोरम पूर्ण राज्य के रूप में यह उपलब्धि पाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। यह उपलब्धि दर्शाती है कि सतत योजना, तकनीक आधारित शिक्षण और सामाजिक भागीदारी के माध्यम से सर्वजन साक्षरता का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
STATIC GK SNAPSHOT
विषय | विवरण |
पूर्ण साक्षर राज्य | मिज़ोरम |
साक्षरता दर (2023–24) | 98.20% (PFLS सर्वेक्षण) |
राज्य का दर्जा प्राप्त | 1987 |
राष्ट्रीय साक्षरता कार्यक्रम | ULLAS – नव भारत साक्षरता कार्यक्रम |
मिज़ोरम में स्वयंसेवक शिक्षक | 292 |
भारत में कुल ULLAS शिक्षार्थी | 2.37 करोड़ |
कुल स्वयंसेवक शिक्षक (ULLAS) | 40.84 लाख |
पहला पूर्ण साक्षर केंद्र शासित प्रदेश | लद्दाख (जून 2024) |
NEP 2020 साक्षरता उद्देश्य | सार्वभौमिक आधारभूत साक्षरता और आजीवन शिक्षा |