जुलाई 21, 2025 8:12 अपराह्न

महाराष्ट्र के भिवंडी में पहला शिवाजी महाराज मंदिर उद्घाटित: मराठा विरासत को समर्पित सांस्कृतिक केंद्र

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Maharashtra Unveils Its First Shivaji Maharaj Temple in Bhiwandi

ऐतिहासिक मराठा वीर को समर्पित श्रद्धांजलि

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ठाणे जिले के भिवंडी में राज्य के पहले छत्रपति शिवाजी महाराज मंदिर का उद्घाटन किया। यह आयोजन मार्च 2025 की शिवाजी जयंती पर हुआ। यह मंदिर शिवाजी महाराज के जीवन, साहस और आदर्शों को समर्पित है और आध्यात्मिक चिंतन देशभक्ति प्रेरणा का स्थल बनने की उम्मीद है। सीएम फडणवीस ने घोषणा की कि इसे जल्द ही राज्यमान्य तीर्थस्थल घोषित किया जाएगा।

मराठा किला वास्तुशैली में बना मंदिर

मंदिर की संरचना मराठा किलों की वास्तुकला को दर्शाती है, जिसे विजयकुमार पाटिल द्वारा डिज़ाइन किया गया है। 2,500 वर्ग फुट क्षेत्र में बना मंदिर 5,000 वर्ग फुट की किले-प्रेरित परिधि में स्थित है जिसमें बुर्ज, प्रहरी पथ और एक 42 फीट ऊँचा प्रवेश द्वार शामिल है। परिसर में 6.5 फीट ऊँची शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित की गई है, जिसे अयोध्या के राम लल्ला मूर्तिनिर्माता अरुण योगीराज ने तैयार किया है। दीवारों पर 36 शिल्पपैनल लगाए गए हैं, जो शिवाजी के युद्धों और नेतृत्व के महत्वपूर्ण क्षणों को दर्शाते हैं।

शिवाजी भक्तों के लिए एक नया आध्यात्मिक केंद्र

मंदिर की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उपस्थिति इसे मराठा अनुयायियों और सांस्कृतिक यात्रियों के लिए एक लोकप्रिय स्थल बनाएगी। सीएम फडणवीस ने मंदिर की तुलना भगवान राम से पहले भगवान हनुमान के स्मरण से की, यह बताते हुए कि शिवाजी महाराज हिन्दू अस्मिता और धर्म रक्षक के रूप में देखे जाते हैं। इसे राजकीय तीर्थस्थल घोषित करना सांस्कृतिक एकता और ऐतिहासिक गर्व को मजबूत करने की दिशा में कदम है।

विरासत, देशभक्ति और उपासना का संगम

यह मंदिर केवल धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि शिवाजी महाराज के आदर्शों का जीवित संग्रहालय भी है। यहाँ की हर मूर्ति और डिज़ाइन उनके शासन सिद्धांतों, सैन्य दृष्टिकोण और नैतिक मूल्यों को प्रदर्शित करती है। ऐतिहासिक पर्यटन और सांस्कृतिक शिक्षा में बढ़ती रुचि को देखते हुए, यह मंदिर राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक बनेगा, जो युवाओं और आगंतुकों को प्रेरणा और राष्ट्रभक्ति की भावना से भर देगा।

स्थैतिक सामान्य ज्ञान सारांश तालिका

पहलु जानकारी
स्थान भिवंडी, ठाणे जिला, महाराष्ट्र
उद्घाटनकर्ता मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
उद्घाटन अवसर शिवाजी जयंती – मार्च 2025
वास्तुकला शैली मराठा किला प्रेरित, डिज़ाइन: विजयकुमार पाटिल
मुख्य मूर्ति 6.5 फीट शिवाजी प्रतिमा – अरुण योगीराज द्वारा
प्रमुख विशेषताएँ 42 फीट प्रवेश द्वार, 36 ऐतिहासिक जीवन पैनल, सभा मंडप
कुल क्षेत्रफल मंदिर – 2,500 वर्ग फुट; परिसर – 5,000 वर्ग फुट
ऐतिहासिक महत्त्व महाराष्ट्र में शिवाजी को समर्पित पहला मंदिर
धार्मिक दर्जा राज्य-मान्य तीर्थस्थल घोषित किया जाएगा
व्यापक प्रभाव सांस्कृतिक पर्यटन, मराठा गौरव पुनरुद्धार, युवा प्रेरणा
Maharashtra Unveils Its First Shivaji Maharaj Temple in Bhiwandi
  1. महाराष्ट्र ने भिवंडी (ठाणे ज़िला) में अपना पहला शिवाजी महाराज मंदिर उद्घाटित किया।
  2. इस मंदिर का उद्घाटन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मार्च 2025 में किया।
  3. यह आयोजन शिवाजी जयंती समारोह के साथ आयोजित किया गया।
  4. यह मंदिर छत्रपति शिवाजी महाराज को राज्य की ओर से आधिकारिक श्रद्धांजलि के रूप में निर्मित किया गया है।
  5. इसे शीघ्र ही मराठा विरासत के अनुयायियों के लिए एक तीर्थ स्थल के रूप में घोषित किया जाएगा।
  6. मंदिर का आंतरिक क्षेत्र 2,500 वर्ग फीट है और यह 5,000 वर्ग फीट के किलेनुमा परिसर में स्थित है।
  7. विजयकुमार पाटिल द्वारा डिजाइन किए गए इस ढांचे में मराठा किले की वास्तुकला की झलक मिलती है।
  8. मुख्य द्वार 42 फीट ऊँचा भव्य प्रवेशद्वार है, जो राजसी किले की बुर्जों जैसा दिखता है।
  9. मंदिर के केंद्र में 5 फीट ऊँची शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित है।
  10. इस प्रतिमा को अरुण योगीराज ने तराशा है, जिन्होंने राम लल्ला की मूर्ति भी बनाई थी।
  11. दीवारों पर 36 मूर्तिकला पैनल हैं जो शिवाजी की सैन्य और नैतिक विरासत को दर्शाते हैं।
  12. यह मंदिर आध्यात्मिकता और देशभक्ति का संगम है, जो मराठा वीरता का उत्सव मनाता है।
  13. मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस मंदिर की यात्रा कोराम से पहले हनुमान को नमन करनेजैसा बताया, जो भक्ति और कर्तव्य का प्रतीक है।
  14. यह परियोजना मराठा सांस्कृतिक पहचान और एकता को सशक्त बनाती है।
  15. मंदिर धरोहर पर्यटन को बढ़ावा देगा और युवाओं व श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा।
  16. यह धर्म की रक्षा और सुशासन के मूल्यों को बनाए रखने में शिवाजी की भूमिका को उजागर करता है।
  17. मंदिर में एक सभा मंडप भी है, जो धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों के लिए उपयुक्त है।
  18. यह भारत का पहला मंदिर है जो पूरी तरह से छत्रपति शिवाजी महाराज को समर्पित है।
  19. यह पहल डिज़ाइन और कहानी कहने के माध्यम से ऐतिहासिक जागरूकता को प्रोत्साहित करती है।
  20. यह मंदिर महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पुनर्जागरण और राष्ट्रीय गर्व को बढ़ावा देने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है।

 

Q1. महाराष्ट्र का पहला छत्रपति शिवाजी महाराज को समर्पित मंदिर कहाँ स्थित है?


Q2. नए मंदिर में शिवाजी महाराज की 6.5 फीट की प्रतिमा किसने निर्मित की है?


Q3. भिवंडी में बने शिवाजी महाराज मंदिर की वास्तुकला किससे प्रेरित है?


Q4. 2025 में किस अवसर पर शिवाजी महाराज मंदिर का उद्घाटन किया गया?


Q5. मंदिर में शिवाजी महाराज की विरासत दर्शाने वाले कितने शिल्प पट्ट (sculptural panels) लगाए गए हैं?


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