आपसी बातचीत के लिए नई सहमति
ओडिशा और छत्तीसगढ़ ने महानदी जल बंटवारे के विवाद को न्यायालय से बाहर आपसी बातचीत के ज़रिये हल करने की इच्छा जताई है। महानदी जल विवाद न्यायाधिकरण (Tribunal) ने पक्षों को वार्ता के लिए अतिरिक्त समय दिया है और अगली सुनवाई 6 सितंबर 2025 को तय की है। इससे आपसी समाधान की नई उम्मीद जगी है।
विवाद की पृष्ठभूमि
विवाद की शुरुआत लगभग एक दशक पहले हुई, जब ओडिशा ने छत्तीसगढ़ द्वारा नदी के ऊपरी हिस्से में बैरिज और बांध निर्माण पर आपत्ति जताई। इससे सूखे मौसम में ओडिशा को मिलने वाला जल प्रवाह कम हो गया, जिससे खेती और ग्रामीण आजीविका पर बुरा असर पड़ा।
Static GK fact: भारत में अधिकांश अंतर्राज्यीय नदी विवादों को अंतर्राज्यीय नदी जल विवाद अधिनियम, 1956 के अंतर्गत सुलझाया जाता है।
न्यायिक कार्यवाही और ट्रिब्यूनल
ओडिशा ने 2016 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, जिसके आधार पर 2018 में केंद्र सरकार ने ट्रिब्यूनल गठित किया। लेकिन डेटा प्रस्तुत करने में देरी और गवाहों की कमी के चलते कार्यवाही में प्रगति धीमी रही। 2024 तक केवल एक गवाह ही औपचारिक रूप से पेश हो सका।
महानदी की भौगोलिक महत्ता
महानदी भारत की पूर्वी दिशा की प्रमुख नदियों में से एक है, जो उर्वर डेल्टा, बाढ़ नियंत्रण, और जल आपूर्ति के लिए जानी जाती है। इसका संस्कृत अर्थ है “महान नदी“।
Static GK fact: महानदी की लंबाई लगभग 900 किलोमीटर है और यह छत्तीसगढ़ से निकलकर ओडिशा में बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
बेसिन विस्तार और सहायक नदियाँ
- स्रोत: फारसिया गांव, नगरी-सिहावा पहाड़ियाँ, धमतरी जिला, छत्तीसगढ़
- मुहाना: पारादीप के पास, ओडिशा में बंगाल की खाड़ी
- कुल बेसिन क्षेत्रफल: लगभग4 लाख वर्ग किमी
- बाएं किनारे की सहायक नदियाँ: सियोनाथ, हसदेव, मांड, इब
- दाएं किनारे की सहायक नदियाँ: ओंग, तेल, जोंक
Static GK fact: ओडिशा में स्थित हिराकुंड बांध दुनिया के सबसे लंबे मिट्टी बांधों में से एक है।
क्षेत्रीय विकास में भूमिका
महानदी धान की खेती, पीने के पानी, उद्योग और मछली पालन के लिए महत्वपूर्ण है। ऊपरी हिस्से में बांधों के कारण जल प्रवाह में परिवर्तन हुआ है, जिससे ओडिशा के डेल्टा क्षेत्र में पर्यावरणीय असंतुलन और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हुई हैं।
बाढ़ प्रबंधन और जल नियंत्रण
महानदी में पहले भारी बाढ़ आती थी, जिसे हिराकुंड बांध ने काफी हद तक नियंत्रित किया। लेकिन नए बांधों और जल प्रवाह नियंत्रण को लेकर पर्यावरणीय और अंतर्राज्यीय विवाद गहरे हो गए हैं।
Static GK Tip: महानदी डेल्टा को भारत के सबसे उपजाऊ क्षेत्रों में गिना जाता है, जहाँ पोषक तत्वों से भरपूर जलोढ़ मिट्टी पाई जाती है।
Static Usthadian Current Affairs Table
तथ्य | विवरण |
ट्रिब्यूनल गठन वर्ष | 2018 |
अगली सुनवाई तिथि | 6 सितंबर 2025 |
विवाद में शामिल राज्य | ओडिशा और छत्तीसगढ़ |
नदी की कुल लंबाई | लगभग 900 किलोमीटर |
स्रोत | फारसिया गाँव, धमतरी जिला, छत्तीसगढ़ |
मुहाना | बंगाल की खाड़ी, पारादीप, ओडिशा |
बेसिन क्षेत्रफल | लगभग 1.4 लाख वर्ग किमी |
बाएं तट की सहायक नदियाँ | सियोनाथ, हसदेव, मांड, इब |
दाएं तट की सहायक नदियाँ | ओंग, तेल, जोंक |
प्रमुख बांध | हिराकुंड बांध, ओडिशा |