जुलाई 22, 2025 3:05 पूर्वाह्न

मध्य प्रदेश बना भारत की गिद्ध राजधानी: 2025 में रिकॉर्ड जनसंख्या दर्ज

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Madhya Pradesh Leads India in Vulture Conservation with Record Population in 2025

रिकॉर्ड-ब्रेकिंग गिद्ध गणना

मध्य प्रदेश ने 2025 की पहली चरण की गिद्ध जनगणना में 12,981 गिद्धों की रिकॉर्ड संख्या दर्ज की है, जिससे यह भारत का शीर्ष गिद्ध संरक्षण राज्य बन गया है। यह आंकड़ा 2024 में 10,845 और 2019 में 8,397 था। यह सरकारी संरक्षण प्रयासों की सफलता को दर्शाता है—विशेषकर प्राकृतिक आवास सुरक्षा, पशु दवाओं पर नियंत्रण और जन जागरूकता अभियान की बदौलत गिद्धों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।

वैज्ञानिक गणना मॉडल

मध्य प्रदेश वन विभाग 2016 से वैज्ञानिक पद्धति से गिद्ध गणना कर रहा है2025 का सर्वेक्षण दो चरणों में आयोजित किया गया—पहला चरण 17–19 फरवरी, और दूसरा चरण 29 अप्रैल को निर्धारित है। सर्वेक्षण 16 वन वृत्तों, 64 वन मंडलों और 9 संरक्षित क्षेत्रों (राष्ट्रीय उद्यान, बाघ अभयारण्य और वन्यजीव अभयारण्य सहित) में किया गया, जिससे स्थायी और प्रवासी दोनों गिद्ध प्रजातियों की सटीक गणना संभव हो पाई।

सात प्रमुख प्रजातियों की उपस्थिति

मध्य प्रदेश में भारत में पाई जाने वाली 9 गिद्ध प्रजातियों में से 7 प्रजातियाँ पाई जाती हैं। इसमें 4 निवासी प्रजातियाँलॉन्गबिल्ड गिद्ध, व्हाइटरंप्ड गिद्ध, इजिप्शियन गिद्ध और रेडहेडेड गिद्ध—और 3 प्रवासी प्रजातियाँहिमालयन ग्रिफॉन, यूरेशियन ग्रिफॉन और सिनेरेअस गिद्ध—शामिल हैं। इससे यह राज्य गिद्ध जैव विविधता का प्रमुख केंद्र बन गया है।

संकट से पुनरुत्थान की कहानी

2000 के दशक की शुरुआत में गिद्धों की जनसंख्या में भारी गिरावट डाइक्लोफेनाक नामक पशु दर्द निवारक दवा के कारण हुई थी, जिससे मरे पशुओं का मांस खाने वाले गिद्धों की गुर्दे फेल हो जाते थे। 2006 में इस दवा पर प्रतिबंध और सख्त प्रवर्तन, जनजागरूकता और सुरक्षित क्षेत्रों की स्थापना ने गिद्धों की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाई। समुदायआधारित संरक्षण प्रयासों के चलते अब गिद्धों की संख्या में स्थायी सुधार देखा जा रहा है।

पारिस्थितिकी में गिद्धों की भूमिका

गिद्ध मृत पशुओं को खाकर वातावरण को स्वच्छ रखते हैं, जिससे एंथ्रैक्स और रेबीज जैसे रोगों के प्रसार को रोका जा सकता है। इनकी जनसंख्या में वृद्धि केवल वन्यजीव संरक्षण की सफलता नहीं, बल्कि पारिस्थितिक संतुलन के सुधार का संकेत भी है। निरंतर संरक्षण प्रयास आवश्यक हैं ताकि यह प्राकृतिक सफाई सेवा सुरक्षित रह सके।

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विषय तथ्य
भारत में सबसे अधिक गिद्ध किस राज्य में मध्य प्रदेश
2025 की जनगणना (प्रथम चरण) में संख्या 12,981
पिछली गणनाएँ 10,845 (2024), 8,397 (2019)
गणना आरंभ वर्ष 2016
कवरेज क्षेत्र 16 वृत्त, 64 वन मंडल, 9 संरक्षित क्षेत्र
एमपी में पाई जाने वाली प्रजातियाँ 9 में से 7 प्रजातियाँ
प्रमुख निवासी प्रजातियाँ लॉन्ग-बिल्ड, व्हाइट-रंप्ड, इजिप्शियन, रेड-हेडेड
प्रवासी प्रजातियाँ हिमालयन ग्रिफॉन, यूरेशियन ग्रिफॉन, सिनेरेअस गिद्ध
गिरावट का मुख्य कारण डाइक्लोफेनाक (प्रतिबंधित पशु दवा)
डाइक्लोफेनाक प्रतिबंध वर्ष 2006
गिद्धों की भूमिका मृत जानवरों की सफाई कर रोग नियंत्रण

 

Madhya Pradesh Leads India in Vulture Conservation with Record Population in 2025
  1. मध्य प्रदेश ने 2025 की गिद्ध गणना (प्रथम चरण) में 12,981 गिद्धों के साथ भारत में सबसे अधिक गिद्ध जनसंख्या दर्ज की।
  2. यह संख्या 2024 में 10,845 और 2019 में 8,397 थी, जो संरक्षण में निरंतर सफलता दर्शाती है।
  3. MP वन विभाग 2016 से नियमित गिद्ध गणनाएँ कर रहा है।
  4. 2025 की गिद्ध गणना दो चरणों में हुई, जिसमें पहला चरण 17 से 19 फरवरी के बीच हुआ।
  5. सर्वेक्षण में 16 वन वृत्त, 64 वन मंडल, और 9 संरक्षित क्षेत्र शामिल थे।
  6. भारत में पाई जाने वाली 9 गिद्ध प्रजातियों में से 7 मध्य प्रदेश में पाई जाती हैं।
  7. प्रमुख स्थायी प्रजातियाँ हैं – इंडियन लॉन्गबिल्ड, व्हाइटरम्प्ड, इजिप्शियन, और रेडहेडेड वल्चर
  8. प्रवासी प्रजातियाँ हैं – हिमालयन ग्रिफॉन, यूरेशियन ग्रिफॉन, और सिनीरियस वल्चर
  9. 2000 के दशक में गिद्धों की गिरती संख्या का मुख्य कारण था डायक्लोफेनाक, एक हानिकारक पशु औषधि।
  10. डायक्लोफेनाक पर 2006 में प्रतिबंध लगा, जिसने गिद्ध संरक्षण में बड़ी भूमिका निभाई।
  11. मध्य प्रदेश ने सुरक्षित क्षेत्र, प्रजनन सहायता, और सामुदायिक संरक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से पुनरुद्धार किया।
  12. गिद्ध पारिस्थितिक सफाईकर्मी होते हैं जो रेबीज़ और एंथ्रैक्स जैसी बीमारियों से रक्षा करते हैं।
  13. गिद्धों की वापसी, भारतीय वन्यजीव संरक्षण की एक सफल कहानी है।
  14. आवास संरक्षण और औषधि नियंत्रण ने गिरावट को उलटने में मुख्य भूमिका निभाई।
  15. बढ़ती गिद्ध जनसंख्या मध्य प्रदेश की पारिस्थितिकी के स्वस्थ होने का संकेत देती है।
  16. 2025 की गणना सर्दियों में की गई, जब गिद्ध अधिक संख्या में दिखाई देते हैं।
  17. MP अब राष्ट्रीय स्तर पर गिद्ध पुनरुद्धार और जैव विविधता ट्रैकिंग का आदर्श बन गया है।
  18. जन जागरूकता और वैज्ञानिक निगरानी ने स्थानीय समर्थन जुटाने में मदद की।
  19. गिद्ध मवेशियों के शवों को साफ कर प्राकृतिक स्वच्छता में योगदान करते हैं।
  20. मध्य प्रदेश गिद्ध संरक्षण और उनकी जनसंख्या पुनरुद्धार में भारत का नेतृत्वकर्ता राज्य बन गया है।

Q1. 2025 की जनगणना (चरण 1) के दौरान मध्य प्रदेश में दर्ज की गई गिद्धों की कुल जनसंख्या कितनी थी?


Q2. भारत में गिद्धों की जनसंख्या में भारी गिरावट के लिए मुख्य रूप से कौन-सी दवा जिम्मेदार थी?


Q3. भारत में पशु चिकित्सा में डायक्लोफेनाक के उपयोग पर किस वर्ष प्रतिबंध लगाया गया था?


Q4. मध्य प्रदेश में कुल कितनी गिद्ध प्रजातियाँ पाई जाती हैं?


Q5. लेख में गिद्धों की कौन-सी पारिस्थितिक भूमिका का उल्लेख किया गया है?


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