जुलाई 28, 2025 11:36 अपराह्न

मध्य प्रदेश ने शुरू की डॉ. भीमराव अंबेडकर वन्यजीव अभयारण्य योजना

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Madhya Pradesh Launches Dr. Bhimrao Ambedkar Wildlife Sanctuary

वन्यजीव संरक्षण के माध्यम से दूरदर्शी नेता को श्रद्धांजलि

डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के उपलक्ष्य में, मध्य प्रदेश सरकार ने एक नए वन्यजीव अभयारण्य की घोषणा की है। 258.64 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला यह अभयारण्य डॉ. भीमराव अंबेडकर अभयारण्य नाम से स्थापित किया गया है। यह न केवल एक सामाजिक सुधारक को सम्मान देने का प्रतीक है, बल्कि भारत की जैव विविधता को संरक्षित करने की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।

यह अभयारण्य कहां स्थित है?

यह अभयारण्य मध्य प्रदेश के सागर जिले में स्थित है, विशेष रूप से उत्तर सागर वन मंडल के अंतर्गत आता है। यह बंडा और शाहगढ़ तहसीलों में फैला हुआ है, जो अपनी घनी हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं। यह इलाका स्थानीय वन्यजीवों के लिए एक आदर्श आवास प्रदान करता है। मध्य भारत की इन हरीभरी पहाड़ियों में वन्य जीवन पनपने के लिए उपयुक्त वातावरण मौजूद है।

यह अभयारण्य क्यों महत्वपूर्ण है?

मध्य प्रदेश पहले से ही भारत का टाइगर स्टेट माना जाता है, जहां कान्हा, बांधवगढ़ और पन्ना जैसे प्रमुख टाइगर रिजर्व स्थित हैं। इस नए अभयारण्य के साथ, राज्य में वन्यजीव अभयारण्यों की संख्या 25 हो गई है। परंतु इसका महत्व केवल पर्यावरण संरक्षण तक सीमित नहीं है। अंबेडकर के नाम पर इसका नामकरण, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक न्याय के मिलन का प्रतीक है।

यह अभयारण्य केवल जानवरों की रक्षा नहीं करता, बल्कि स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करता है, विशेषकर इकोटूरिज्म के माध्यम से। आसपास के ग्रामीण लोग गाइड, होमस्टे ऑपरेटर या ईकोफ्रेंडली व्यवसायी बन सकते हैं, जिससे प्राकृतिक संसाधन और आजीविका आपस में जुड़ती हैं।

इको-टूरिज्म और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा

वन्यजीव अभयारण्य हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। जैसे उत्तराखंड का जिम कॉर्बेट या केरल का पेरियार, इन इलाकों के गांवों के लिए आर्थिक जीवनरेखा बन गए हैं। डॉ. अंबेडकर अभयारण्य के माध्यम से, मध्य प्रदेश भी संरक्षण को आर्थिक विकास का साधन बनाना चाहता है।

इस घोषणा का समय भी बेहद प्रतीकात्मक है — यह अंबेडकर जयंती (14 अप्रैल) से ठीक पहले किया गया। इससे अब डॉ. अंबेडकर का नाम भारत के हरित भविष्य का हिस्सा बनता है, न कि केवल राजनीतिक या सामाजिक स्मृति का।

पर्यावरणविदों द्वारा स्वागत योग्य कदम

पर्यावरण विशेषज्ञों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस निर्णय की प्रशंसा की है। इसे उन्होंने पर्यावरणीय जिम्मेदारी और समावेशी शासन का अद्भुत मेल बताया है। अंबेडकर के नाम को अपनाकर, सरकार ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि संरक्षण में सभी की भागीदारी होनी चाहिए, विशेषकर उन लोगों की जो अक्सर उपेक्षित रहते हैं।

जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता संकट के इस युग में, ऐसी पहलें आशा की किरण बनती हैं। ये दिखाती हैं कि राज्य सरकारें कैसे विरासत और पर्यावास की रक्षा में अहम भूमिका निभा सकती हैं।

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विषय विवरण
अभयारण्य का नाम डॉ. भीमराव अंबेडकर अभयारण्य
स्थान सागर जिला, मध्य प्रदेश
क्षेत्रफल 258.64 वर्ग किमी
राज्य में स्थान मध्य प्रदेश का 25वां वन्यजीव अभयारण्य
संबंधित अवसर अंबेडकर जयंती (14 अप्रैल)
प्रमुख विशेषता संरक्षण और इको-टूरिज्म को बढ़ावा देना
Madhya Pradesh Launches Dr. Bhimrao Ambedkar Wildlife Sanctuary
  1. मध्यप्रदेश सरकार ने 2025 में डॉ. भीमराव अंबेडकर वन्यजीव अभयारण्य की स्थापना की।
  2. यह अभयारण्य सागर जिले में64 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
  3. यह मध्यप्रदेश का 25वाँ वन्यजीव अभयारण्य है, जिसे भारत का टाइगर स्टेट कहा जाता है।
  4. इस अभयारण्य की घोषणा 14 अप्रैल अंबेडकर जयंती के अवसर पर की गई।
  5. यह उत्तर सागर वन मंडल में स्थित है और बांदा शाहगढ़ तहसीलों को कवर करता है।
  6. अभयारण्य का नाम भारत के सामाजिक न्याय के प्रतीक डॉ. बी.आर. अंबेडकर के सम्मान में रखा गया है।
  7. यह पहल जैव विविधता संरक्षण को सामाजिक प्रतीकों से जोड़ती है।
  8. यह क्षेत्र घने जंगलों और प्राकृतिक वन्यजीव आवास के लिए जाना जाता है।
  9. इसका उद्देश्य इकोटूरिज़्म को बढ़ावा देना और ग्रामीण रोजगार सृजन करना है।
  10. ग्रामवासी होमस्टे, गाइडिंग और पर्यावरणीय सेवाओं से लाभ कमा सकते हैं।
  11. यह अभयारण्य कान्हा और बांधवगढ़ जैसे प्रसिद्ध रिज़र्व की विरासत में नया अध्याय जोड़ता है।
  12. पर्यावरणविदों ने इसे समावेशी शासन का प्रतीक बताया है।
  13. यह नामकरण संरक्षण और सामाजिक सुधार के समन्वय को दर्शाता है।
  14. यह पहल सामुदायिक आधारित वन संरक्षण मॉडल को बढ़ावा देती है।
  15. यह एक जनभागीदारी वाली पर्यावरणीय नीति की ओर संकेत करती है।
  16. यह अभयारण्य मध्य भारत में जैव विविधता हॉटस्पॉट के रूप में उभरने की संभावना रखता है।
  17. यह जलवायु परिवर्तन और आवास विनाश के खिलाफ भारत के मिशन में योगदान देगा।
  18. अब अंबेडकर का नाम भारत की हरित विरासत का भी प्रतीक बन गया है।
  19. सरकार का लक्ष्य जिम कॉर्बेट और पेरियार जैसे सफल उदाहरणों को दोहराना है।
  20. यह पहल पर्यावरणीय विकास के साथ सांस्कृतिक विरासत की रक्षा को भी बढ़ावा देती है।

 

Q1. डॉ. भीमराव अंबेडकर वन्यजीव अभयारण्य किस ज़िले में स्थित है?


Q2. नए अंबेडकर वन्यजीव अभयारण्य का कुल क्षेत्रफल कितना है?


Q3. मध्य प्रदेश में यह नया अभयारण्य कुल वन्यजीव अभयारण्यों की संख्या में कौन से क्रम पर है?


Q4. इस अभयारण्य की घोषणा किस प्रमुख अवसर के साथ की गई थी?


Q5. संरक्षण के अतिरिक्त यह अभयारण्य किस दोहरे उद्देश्य को पूरा करता है?


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