IMF ने UPI की सफलता को सराहा
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, भारत रियल–टाइम डिजिटल लेनदेन में दुनिया में सबसे आगे है। IMF ने भारत को फास्ट पेमेंट सिस्टम का वैश्विक अग्रणी बताया है, जिसमें भारत का यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) वैश्विक दिग्गजों जैसे Visa से भी आगे निकल गया है। यह उपलब्धि भारत के मजबूत फिनटेक इकोसिस्टम और डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की शक्ति को दर्शाती है।
UPI का तकनीकी आधार और निर्माण
UPI को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियंत्रण में विकसित किया। यह इमीडिएट पेमेंट सर्विस (IMPS) की तकनीकी रीढ़ पर आधारित है।
Static GK Fact: NPCI की स्थापना 2008 में RBI और भारतीय बैंकों के संघ द्वारा की गई थी।
UPI की मजबूती भारत की समग्र डिजिटल रणनीति में निहित है:
• प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत 55 करोड़ से अधिक लोगों को बैंक खाता मिला।
• आधार व डिजिटल पहचान प्रणाली ने लेनदेन में विश्वास बढ़ाया।
• 4G और 5G नेटवर्क की व्यापकता ने डिजिटल अपनाने को गति दी।
UPI का विकास और नवाचार
UPI को एक डिजिटल सार्वजनिक ढांचे (DPI) के रूप में विकसित किया गया है। यह Closed Loop System की तरह सीमित नहीं है, बल्कि बैंक, ऐप और थर्ड–पार्टी सेवाओं को खुला एक्सेस देता है।
यह मॉडल कम लागत, बेहतर दक्षता और बड़े पैमाने पर पहुंच सुनिश्चित करता है।
इसके अतिरिक्त UPI में हैं:
• रियल–टाइम और बैच सेटलमेंट की सुविधा
• पुराने और नए सिस्टम से एकीकरण की क्षमता
• इंटरऑपरेबिलिटी, जिससे उपयोगकर्ता बिना रुकावट के सेवाएं बदल सकते हैं
Static GK Tip: अगस्त 2023 में UPI ने पहली बार 10 अरब से अधिक लेनदेन एक महीने में दर्ज किए।
वैश्विक विस्तार और सीमा पार लेनदेन
भारत की फिनटेक डिप्लोमेसी ने UPI को सिंगापुर, UAE, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, मॉरीशस, फ्रांस और नामीबिया तक पहुंचाया है।
क्रॉस–बॉर्डर UPI से प्रवासी भारतीयों के लिए रेमिटेंस लेनदेन तेज और सस्ता हो गया है। भारत, डिजिटल इंडिया मिशन के तहत अधिक देशों के साथ साझेदारी कर रहा है।
क्षेत्रीय भाषाओं में समावेशी पहुंच
UPI अब 20 से अधिक भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे वित्तीय साक्षरता और ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल रहा है।
Static GK Fact: 2024 तक UPI हिंदी, तमिल, बंगाली, मराठी, तेलुगु सहित 20+ भाषाओं को सपोर्ट करता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
UPI का विकासकर्ता | भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) |
नियामक संस्था | भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) |
तकनीकी आधार | इमीडिएट पेमेंट सर्विस (IMPS) |
जन धन खातों की संख्या | 55 करोड़ से अधिक |
भाषाओं का समर्थन | 20+ भारतीय भाषाएँ |
विदेशी अपनापन | सिंगापुर, UAE, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फ्रांस, नामीबिया, मॉरीशस |
प्रमुख विशेषता | डिजिटल सार्वजनिक ढांचा (DPI) |
इंटरऑपरेबिलिटी लाभ | प्रदाताओं के बीच स्वतंत्रता |
क्रॉस-बॉर्डर उद्देश्य | रेमिटेंस और प्लेटफॉर्म सेटलमेंट |
लेनदेन उपलब्धि | अगस्त 2023 में 10 अरब+ लेनदेन |