सितम्बर 1, 2025 12:58 पूर्वाह्न

भारत में घोड़ा स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि

समसामयिक मामले: अश्व रोग-मुक्त कम्पार्टमेंट, WOAH मान्यता, आरवीसी मेरठ, अश्व जैव सुरक्षा, भारतीय खेल घोड़े, अंतर्राष्ट्रीय घुड़सवारी व्यापार, पशु स्वास्थ्य प्रमाणन, मेरठ छावनी, कम्पार्टमेंटलाइज़ेशन प्रोटोकॉल, रोग-मुक्त अश्व क्षेत्र

Equine Health Breakthrough in India

भारत का पहला प्रमाणित घोड़ा रोग-मुक्त क्षेत्र

3 जुलाई 2025 को विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (WOAH) द्वारा भारत के पहले Equine Disease-Free Compartment (EDFC) को मंजूरी दी गई। यह सुविधा उत्तर प्रदेश के मेरठ छावनी स्थित Remount Veterinary Corps (RVC) सेंटर एंड कॉलेज में स्थापित है। यह मान्यता भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घोड़ों के रोगमुक्त दर्जे के साथ प्रतिस्पर्धा की अनुमति देती है, जो वैश्विक स्वास्थ्य मानकों के अनुरूप है।

क्या है Equine Disease-Free Compartment?

EDFC एक वैज्ञानिक रूप से निगरानी किया गया क्षेत्र होता है, जहाँ घोड़ों को विशिष्ट संक्रामक रोगों से मुक्त रखा जाता है। यह क्षेत्र WOAH के Terrestrial Animal Health Code के अंतर्गत सख्त जैव-सुरक्षा और पशु-चिकित्सा मानकों के अनुसार संचालित होता है। इससे घोड़ा स्वास्थ्य की पारदर्शिता और वैश्विक विश्वास सुनिश्चित होता है।

भारत की वैश्विक मानकों के अनुरूप पहल

मेरठ स्थित EDFC को WOAH से पहली अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली है, जिससे यह प्रमाणित होता है कि यहाँ के स्वच्छता, परीक्षण प्रोटोकॉल और क्वारंटाइन मानदंड पूरी तरह लागू हैं।

Static GK Fact: WOAH (पूर्व में OIE) की स्थापना 1924 में हुई थी और इसमें 183 सदस्य देश शामिल हैं।

रोग-मुक्त स्थिति और निगरानी प्रणाली

EDFC निम्नलिखित प्रमुख घोड़ा रोगों से पूरी तरह मुक्त है:

  • Equine Infectious Anaemia
  • Equine Influenza
  • Equine Piroplasmosis
  • Glanders
  • Surra
    भारत 2014 से African Horse Sickness से भी मुक्त रहा है। इस सुविधा में 24×7 पशुचिकित्सा निगरानी, कीट नियंत्रण, सफाई और कचरा प्रबंधन के लिए Standard Operating Procedures (SOPs) लागू हैं।

घुड़सवारी खेल और निर्यात को बढ़ावा

WOAH की मंजूरी के बाद भारतीय घोड़े अंतरराष्ट्रीय घुड़सवारी खेलों में भाग ले सकते हैं, जिससे खेलों और उच्चमूल्य के निर्यात को बल मिलेगा।

Static GK Tip: घुड़सवारी ओलंपिक खेलों का हिस्सा है, जिनमें ड्रेसेज, शो जंपिंग और इवेंटिंग शामिल हैं।

संयुक्त प्रयास से मिली सफलता

यह उपलब्धि इन संस्थाओं के संयुक्त सहयोग से संभव हुई:

  • मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय
  • रक्षा मंत्रालय (Remount Veterinary Services निदेशालय)
  • Equestrian Federation of India
  • उत्तर प्रदेश पशुपालन विभाग
    ऐसी संयुक्त शासन व्यवस्था ही इस तरह की दीर्घकालिक सफलताओं की कुंजी है।

कम्पार्टमेंट मॉडल का विस्तार

भारत अब अन्य पशु क्षेत्रों में भी कम्पार्टमेंट रणनीति को अपनाने की योजना बना रहा है। पोल्ट्री सेक्टर में Highly Pathogenic Avian Influenza (HPAI)-Free Compartments की स्थापना पर कार्य चल रहा है, जिससे भारत जैवसुरक्षा, निर्यात और वैश्विक व्यापार में अग्रणी बन सकेगा।

Static Usthadian Current Affairs Table (हिंदी संस्करण)

विषय विवरण
भारत का पहला EDFC RVC सेंटर और कॉलेज, मेरठ, उत्तर प्रदेश
मान्यता तिथि 3 जुलाई 2025
प्रमाणन संस्था विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (WOAH)
रोके गए प्रमुख रोग Equine Influenza, Glanders, Surra आदि
पशु स्वास्थ्य की वैश्विक संस्था WOAH (पूर्व में OIE)
ओलंपिक घुड़सवारी खेल ड्रेसेज, शो जंपिंग, इवेंटिंग
African Horse Sickness मुक्त 2014 से
विस्तार क्षेत्र पोल्ट्री क्षेत्र (HPAI-मुक्त क्षेत्र)
राष्ट्रीय सहयोग रक्षा मंत्रालय, पशुपालन मंत्रालय आदि
अंतरराष्ट्रीय मानक WOAH का Terrestrial Animal Health Code
Equine Health Breakthrough in India
  1. भारत ने आरवीसी केंद्र एवं महाविद्यालय, मेरठ में अपना पहला अश्व रोग-मुक्त कम्पार्टमेंट (ईडीएफसी) स्थापित किया।
  2. इस सुविधा को 3 जुलाई 2025 को अंतर्राष्ट्रीय पशु स्वास्थ्य मानकों के लिए WOAH मान्यता प्राप्त हुई।
  3. EDFC निगरानी क्षेत्र हैं जो सख्त जैव सुरक्षा के माध्यम से संक्रामक अश्व रोगों को रोकते हैं।
  4. यह प्रमाणन भारतीय घोड़ों को अंतर्राष्ट्रीय घुड़सवारी खेलों में प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाता है।
  5. यह मॉडल WOAH स्थलीय पशु स्वास्थ्य संहिता का पालन करता है, जिससे वैश्विक अनुपालन सुनिश्चित होता है।
  6. मेरठ EDFC अश्व इन्फ्लूएंजा, पाइरोप्लाज्मोसिस, ग्लैंडर्स, सुर्रा और EIA से मुक्त है।
  7. भारत 2014 से अफ्रीकी अश्व रोग से मुक्त रहा है, जिससे वैश्विक विश्वास बढ़ा है।
  8. 24/7 पशु चिकित्सा निगरानी, मानक संचालन प्रक्रिया (SOP), कीट नियंत्रण और अपशिष्ट प्रबंधन स्वच्छता सुनिश्चित करते हैं।
  9. इस अनुमोदन से घुड़सवारी खेलों को बढ़ावा मिलेगा और घोड़ों के निर्यात के अवसर खुलेंगे।
  10. ड्रेसेज, शो जंपिंग और इवेंटिंग जैसे घुड़सवारी खेल ओलंपिक का हिस्सा हैं।
  11. यह भारत का पहला अश्व सुविधा केंद्र है जिसे WOAH द्वारा रोग-मुक्त दर्जा प्राप्त है।
  12. WOAH, जिसे पहले OIE कहा जाता था, की स्थापना 1924 में हुई थी और इसके 183 सदस्य देश हैं।
  13. इस सफलता में रक्षा मंत्रालय, पशुपालन और भारतीय घुड़सवारी संघ शामिल थे।
  14. उत्तर प्रदेश पशुपालन विभाग ने भी इसमें प्रमुख भूमिका निभाई।
  15. यह पहल भारत के कृषि-पशु व्यापार विस्तार और जैव सुरक्षा लक्ष्यों का समर्थन करती है।
  16. एवियन इन्फ्लूएंजा से निपटने के लिए पोल्ट्री क्षेत्र में भी कम्पार्टमेंटलाइज़ेशन का विस्तार किया जा रहा है।
  17. यह कदम पशु स्वास्थ्य प्रमाणन में भारत की वैश्विक विश्वसनीयता को मजबूत करता है।
  18. यह रोग पारदर्शिता और पशु चिकित्सा जवाबदेही की दिशा में एक बड़ा कदम है।
  19. भारत का मॉडल अन्य राज्यों में भविष्य के क्षेत्रीय ईडीएफसी के लिए मंच तैयार करता है।
  20. यह पहल स्वस्थ पशुधन का एक विश्वसनीय वैश्विक निर्यातक बनने के भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

Q1. भारत का पहला अश्व रोग-मुक्त क्षेत्र (EDFC) कहाँ स्थित है?


Q2. भारत के पहले अश्व रोग-मुक्त क्षेत्र को किस वैश्विक संस्था ने प्रमाणित किया?


Q3. भारत 2014 से किस प्रमुख अश्व रोग से मुक्त है?


Q4. WOAH की मान्यता भारतीय घोड़ों को क्या लाभ देती है?


Q5. निम्नलिखित में से कौन-सा मंत्रालय EDFC की स्थापना में सीधे शामिल नहीं था?


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