अगस्त 1, 2025 4:45 पूर्वाह्न

भारत में आपदा संचार प्रणाली

चालू घटनाएँ: आपदा संचार, साचेत्त (SACHET), सेल ब्रॉडकास्ट तकनीक, एनडीएमए, दूरसंचार विभाग, कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल, सी-डॉट, एसएमएस अलर्ट, बहुभाषी अलर्ट, आपातकालीन तैयारी

Disaster Communication Systems in India

आपातकालीन संदेश व्यवस्था को सशक्त बनाना

दूरसंचार विभाग (DoT) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) मिलकर भारत की आपदा संचार प्रणाली को आधुनिक बना रहे हैं। इसका उद्देश्य चक्रवात, भूकंप और बाढ़ जैसी आपदाओं के समय स्थानविशिष्ट और समयबद्ध चेतावनी देना है, जिससे जनहानि को कम किया जा सके।

एसएमएस अलर्ट के लिए साचेत्त प्रणाली

SACHET (इंटीग्रेटेड अलर्ट सिस्टम) एक नई प्रणाली है जो इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन (ITU) द्वारा अनुशंसित कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (CAP) पर आधारित है। यह सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कार्यरत है।

SACHET प्रणाली द्वारा 19 से अधिक भाषाओं में एसएमएस अलर्ट भेजे जाते हैं ताकि स्थानीय स्तर पर समझ और चेतावनी सुनिश्चित की जा सके। इसके तहत अब तक 6,899 करोड़ से अधिक अलर्ट भेजे जा चुके हैं।

Static GK Fact: कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (CAP) आपातकालीन संदेशों के लिए एक वैश्विक मानक प्रारूप है।

सेल ब्रॉडकास्ट तकनीक की शुरुआत

अब सरकार सेल ब्रॉडकास्ट (CB) तकनीक भी लागू कर रही है, जो नेटवर्क की परवाह किए बिना सभी मोबाइल फोनों तक त्वरित संदेश पहुंचाने में सक्षम है। यह प्रणाली भूकंप और सूनामी जैसे त्वरित खतरे में विशेष रूप से उपयोगी है।

C-DOT (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलिमैटिक्स) इस तकनीक का विकास कर रहा है जो रीयलटाइम में बहुभाषी चेतावनी संदेश भेजेगी।

Static GK Tip: सेल ब्रॉडकास्ट मोबाइल नेटवर्क को बाधित नहीं करता और लाखों लोगों तक एक साथ संदेश पहुंचा सकता है।

परीक्षण चरण में CB प्रणाली

सेल ब्रॉडकास्ट प्रणाली का 2 से 4 सप्ताह का परीक्षण चरण चल रहा है, जिसमें अंग्रेज़ी और हिंदी में परीक्षण संदेश मोबाइल फोनों पर भेजे जा रहे हैं। ये केवल परीक्षण के लिए हैं और जनता को किसी प्रतिक्रिया की आवश्यकता नहीं है।

इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यह प्रणाली शहरी और दूरदराज़ क्षेत्रों सहित सभी टेलीकॉम नेटवर्क पर प्रभावी ढंग से कार्य करे।

नागरिकों का सहयोग है आवश्यक

DoT ने लोगों से परीक्षण संदेशों को लेकर घबराने से बचने और सहयोग करने की अपील की है। ये परीक्षण भविष्य में असली आपदा चेतावनी प्रणाली के निर्बाध कार्यान्वयन के लिए आवश्यक हैं।

पूर्ण रूप से लागू होने के बाद, यह प्रणाली कई भारतीय भाषाओं में अलर्ट भेजेगी जिससे हर नागरिक तक सूचना समय पर पहुंचे।

राष्ट्रीय लचीलापन की दिशा में कदम

यह एकीकृत संचार प्रयास भारत की आपदा प्रबंधन प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव का संकेत है। इससे भारत अधिक सजग और तैयार राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर हो रहा है।

Static GK Fact: आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 भारत की आपदा प्रतिक्रिया प्रणाली का विधिक आधार है।

Static Usthadian Current Affairs Table (Hindi)

विषय विवरण
साचेत्त प्रणाली का विभाग दूरसंचार विभाग (DoT)
प्रयुक्त प्रोटोकॉल कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (CAP)
संचालन प्राधिकरण राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA)
SACHET का पूर्ण रूप ब्रांड नाम (आधिकारिक विस्तार नहीं)
समर्थित भाषाएं 19 से अधिक
भेजे गए अलर्ट 6,899 करोड़ से अधिक
सेल ब्रॉडकास्ट का विकासकर्ता C-DOT
परीक्षण चरण में भाषा अंग्रेज़ी और हिंदी
परीक्षण अवधि 2 से 4 सप्ताह
प्रासंगिक कानून आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005
Disaster Communication Systems in India
  1. दूरसंचार विभाग (DoT) और NDMA भारत में आपदा चेतावनी प्रणाली को बेहतर बना रहे हैं।
  2. उन्नत प्रणाली आपात स्थितियों के दौरान वास्तविक समय, स्थान-विशिष्ट अलर्ट को लक्षित करती है।
  3. SACHET आपदा चेतावनी देने के लिए भारत की एकीकृत चेतावनी प्रणाली है।
  4. SACHET, ITU द्वारा वैश्विक आपातकालीन प्रारूप कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (CAP) का उपयोग करता है।
  5. चेतावनी प्रणाली सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में संचालित होती है।
  6. SACHET विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्रों में लोगों को SMS-आधारित अलर्ट प्रदान करता है।
  7. इसकी स्थापना के बाद से 6,899 करोड़ से अधिक अलर्ट भेजे जा चुके हैं।
  8. यह प्रणाली स्थानीय संचार के लिए 19 से अधिक भारतीय भाषाओं का समर्थन करती है।
  9. CAP रेडियो, टीवी, सायरन, SMS और इंटरनेट अलर्ट में एकीकरण को सक्षम बनाता है।
  10. तत्काल जन संदेश के लिए सेल ब्रॉडकास्ट (CB) तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।
  11. सीबी संदेश मोबाइल नेटवर्क की परवाह किए बिना, लक्षित क्षेत्र में सभी फोन तक पहुंचते हैं।
  12. एसएमएस के विपरीत, सीबी नेटवर्क को भीड़भाड़ नहीं करता है और लाखों लोगों को तुरंत सूचित कर सकता है।
  13. सी-डॉट सीबी प्रणाली विकसित कर रहा है, जो कई भाषाओं में अलर्ट प्रदान करता है।
  14. परीक्षण चरण (2-4 सप्ताह) चल रहा है, अंग्रेजी और हिंदी में अलर्ट भेज रहा है।
  15. परीक्षण अलर्ट गैर-कार्रवाई योग्य हैं और इसका उद्देश्य पूरे नेटवर्क में दक्षता की जांच करना है।
  16. दूरसंचार विभाग ने नागरिकों से सीबी परीक्षण चरण के दौरान घबराने की अपील नहीं की है।
  17. आपदाओं के दौरान विविध आबादी तक पहुँचने के लिए बहुभाषी अलर्ट महत्वपूर्ण हैं।
  18. यह प्रयास प्राकृतिक आपदाओं के प्रबंधन में भारत की तन्यकता और तैयारी को बढ़ाता है।
  19. संपूर्ण ढांचा आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत संचालित होता है।
  20. यह पहल भारत के आपातकालीन संचार बुनियादी ढांचे में एक बड़ी छलांग का प्रतिनिधित्व करती है।

Q1. भारत के SACHET अलर्ट सिस्टम के पीछे मुख्य तकनीक क्या है?


Q2. भारत में सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम को विकसित करने वाली संस्था कौन-सी है?


Q3. SACHET प्रणाली वर्तमान में SMS-आधारित अलर्ट के लिए कितनी भाषाओं को सपोर्ट करती है?


Q4. SMS की तुलना में सेल ब्रॉडकास्ट तकनीक का मुख्य लाभ क्या है?


Q5. भारत में आपदा प्रबंधन प्रयासों की कानूनी नींव कौन-से अधिनियम पर आधारित है?


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