जुलाई 18, 2025 9:44 अपराह्न

भारत ने लॉन्च की पहली जीनोम-संपादित चावल किस्में: DRR राइस 100 और Pusa DST राइस 1

करेंट अफेयर्स: भारत ने पहली जीनोम-संपादित चावल किस्में लॉन्च की: डीआरआर चावल 100 और पूसा डीएसटी चावल 1, जीनोम-संपादित चावल भारत 2025, कृषि में सीआरआईएसपीआर-कैस, डीआरआर चावल 100 कमला, पूसा डीएसटी चावल 1, आईसीएआर जीनोम चावल, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, जलवायु-लचीली फसलें भारत

India Launches First Genome-Edited Rice Varieties: DRR Rice 100 and Pusa DST Rice 1

चालू घटनाएँ: जीनोम-संपादित चावल भारत 2025, कृषि में CRISPR-Cas, DRR राइस 100 कमला, Pusa DST राइस 1, ICAR जीनोम चावल, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, जलवायु सहनशील फसलें भारत, UPSC TNPSC SSC के लिए स्टैटिक जीके

कृषि जैवप्रौद्योगिकी में ऐतिहासिक कदम

4 मई 2025 को भारत ने दुनिया में पहली बार आधिकारिक रूप से जीनोमसंपादित चावल किस्मों को जारी किया। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नई दिल्ली स्थित भारत रत्न सी. सुब्रमण्यम सभागार में DRR राइस 100 (कमला) और Pusa DST राइस 1 नामक उन्नत किस्मों का शुभारंभ किया। ये किस्में ICAR-IIRR और ICAR-IARI द्वारा विकसित की गई हैं और इनका उद्देश्य उच्च उपज, जलवायु सहनशीलता और ग्रीनहाउस गैसों को कम करना है।

इस नवाचार के पीछे की तकनीक

नई किस्मों में CRISPR-Cas तकनीक का उपयोग किया गया है, खासकर SDN-1 और SDN-2 तकनीकों के माध्यम से। ये विधियाँ बिना किसी बाहरी डीएनए को शामिल किए जीन को सटीक रूप से संपादित करती हैं। यह प्रक्रिया तेज, सुरक्षित और भारत की बायोसुरक्षा मानदंडों के अनुरूप है। इसके जरिये फसलों में शीघ्र परिपक्वता, लवणीयता सहनशीलता और उच्च उत्पादकता जैसे गुण जोड़े जाते हैं।

नई किस्मों की विशेषताएँ और प्रदर्शन

DRR राइस 100 (कमला) को हैदराबाद स्थित ICAR-IIRR ने विकसित किया है और यह सांबा महासूरी (BPT 5204) पर आधारित है। यह किस्म 20 दिन पहले परिपक्व हो जाती है, जिससे पानी की बचत होती है और मीथेन उत्सर्जन में कमी आती है। इसमें मजबूत तना और प्रति पौधा अधिक दाने होते हैं। वहीं, Pusa DST राइस 1, जिसे ICAR-IARI, नई दिल्ली ने विकसित किया है, MTU 1010 पर आधारित है और यह लवणीय और क्षारीय मिट्टी में 30.4% तक अधिक उपज देती है।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव और कवरेज

इन चावल किस्मों से 19% अधिक उपज, 20% तक GHG उत्सर्जन में कमी, और 7,500 मिलियन क्यूबिक मीटर जल की बचत संभव है। इन्हें 13 राज्यों में तैनात किया जाएगा, जिनमें तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। इन किस्मों को अपनाने से भारत के ₹48,000 करोड़ के बासमती निर्यात को मजबूती मिलेगी और खाद्य सुरक्षा भी बढ़ेगी।

परीक्षा हेतु Static GK स्नैपशॉट

विषय विवरण
घोषणा तिथि 4 मई 2025
घोषित करने वाले श्री शिवराज सिंह चौहान (केंद्रीय कृषि मंत्री)
लॉन्च की गई किस्में DRR राइस 100 (कमला), Pusa DST राइस 1
विकास संस्थान ICAR-IIRR (हैदराबाद), ICAR-IARI (नई दिल्ली)
उपयोग की गई तकनीक CRISPR-Cas जीनोम संपादन (SDN-1 और SDN-2)
प्रमुख लाभ अधिक उपज, शीघ्र परिपक्वता, जलवायु सहनशीलता, जल संरक्षण
लक्षित राज्य AP, तेलंगाना, TN, केरल, MP, ओडिशा, बिहार, UP आदि
जल बचत 7,500 मिलियन क्यूबिक मीटर
उत्सर्जन में कमी 20% तक
जीनोम संपादन के लिए बजट ₹500 करोड़ (केंद्रीय बजट 2023–24)
निर्यात सहयोग ₹48,000 करोड़ बासमती बाजार को समर्थन

 

India Launches First Genome-Edited Rice Varieties: DRR Rice 100 and Pusa DST Rice 1
  1. भारत आधिकारिक रूप से जीनोमसंपादित धान किस्मों को लॉन्च करने वाला पहला देश बन गया है।
  2. यह लॉन्च 4 मई 2025 को भारत रत्न सी. सुब्रमणियम ऑडिटोरियम में हुआ।
  3. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन धान किस्मों का अनावरण किया।
  4. दो नई किस्में हैं – DRR Rice 100 (कमला) और Pusa DST Rice 1
  5. DRR Rice 100 को ICAR-IIRR, हैदराबाद ने विकसित किया है।
  6. Pusa DST Rice 1 को ICAR-IARI, नई दिल्ली ने तैयार किया है।
  7. इन किस्मों में CRISPR-Cas जीनोम एडिटिंग तकनीक (SDN-1 और SDN-2) का उपयोग किया गया है।
  8. यह तकनीक विदेशी डीएनए के बिना जीन में परिवर्तन की अनुमति देती है।
  9. ये किस्में जल्दी पकती हैं, नमकसहिष्णु हैं और अधिक उपज देती हैं।
  10. DRR Rice 100 20 दिन पहले पकती है जिससे सिंचाई जल की बचत होती है।
  11. यह मीथेन उत्सर्जन भी कम करती है जिससे जलवायुअनुकूल खेती को बढ़ावा मिलता है।
  12. Pusa DST Rice 1 नमक और क्षारीय मिट्टी में 4% अधिक उपज देती है।
  13. ये धान किस्में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को 20% तक घटा सकती हैं।
  14. इससे 7,500 मिलियन घन मीटर जल की बचत होने का अनुमान है।
  15. यह पहल भारत की दूसरी हरित क्रांति के दृष्टिकोण का हिस्सा है।
  16. इन किस्मों को 13 राज्यों में तैनात किया जाएगा जिनमें तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल शामिल हैं।
  17. यह नवाचार भारत के ₹48,000 करोड़ के बासमती निर्यात को समर्थन देगा।
  18. जीनोम-संपादन पहल के लिए केंद्रीय बजट 2023-24 में ₹500 करोड़ का आवंटन किया गया था।
  19. ये फसलें जलवायुप्रभावित क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा को बढ़ाएंगी।
  20. ये किस्में सतत कृषि और जैवप्रौद्योगिकी आधारित विकास को प्रोत्साहित करेंगी।

Q1. ICAR-IIRR द्वारा लॉन्च की गई किस्म का नाम क्या है?


Q2. इन चावल किस्मों को विकसित करने में कौन-सी जीनोम एडिटिंग तकनीक का उपयोग किया गया?


Q3. Pusa DST Rice 1 का एक प्रमुख लाभ क्या है?


Q4. मई 2025 में जीनोम-संपादित चावल किसने लॉन्च किए?


Q5. नई चावल किस्मों से कितनी मात्रा में पानी की बचत होने की उम्मीद है?


Your Score: 0

Daily Current Affairs May 5

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

दिन की खबरें

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.