सितम्बर 1, 2025 1:12 अपराह्न

भारत ने पठानकोट की गुलाब-सुगंधित लीची का कतर को किया निर्यात

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India exports rose-scented litchis from Pathankot to Qatar

वैश्विक बाजार में भारत की सुगंधित लीची

भारत ने पहली बार गुलाबसुगंधित लीची का निर्यात किया है, जो पंजाब के पठानकोट से कतर भेजी गई। यह उपलब्धि APEDA (कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) और पंजाब बागवानी विभाग की साझेदारी से संभव हुई। इससे पता चलता है कि भारत अब प्रीमियम फलों के वैश्विक निर्यात पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

निर्यात का महत्व

कुल मिलाकर, 1 मीट्रिक टन लीची कतर और 0.5 मीट्रिक टन दुबई, यूएई भेजी गई। यह दर्शाता है कि भारत अब पारंपरिक फलों जैसे आम और केले के अलावा, खाड़ी देशों के विशेष फलों के बाजार को भी लक्षित कर रहा है।

प्रगतिशील खेती से प्रेरणा

इस निर्यात के लिए लीचियां प्रभात सिंह, एक प्रगतिशील किसान, द्वारा उगाई गई थीं। उनका योगदान यह दर्शाता है कि भारत की कृषि निर्यात नीति में किसानप्रेरित नवाचार की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है। लीचियों को प्रशीतित पैलेट्स में भेजा गया, जिससे ताजगी बनी रही।

पंजाब की बढ़ती भूमिका

पंजाब ने वित्त वर्ष 2023–24 में 71,490 मीट्रिक टन लीची का उत्पादन किया, जो भारत के कुल उत्पादन का 12% है। पठानकोट का जलवायु गुलाब-सुगंधित लीची जैसी विशेष किस्मों के लिए अनुकूल है।

स्थैतिक जानकारी: पंजाब जहाँ एक ओर बासमती चावल के निर्यात में अग्रणी है, वहीं अब वह प्रीमियम बागवानी में भी अग्रसर हो रहा है।

वैश्विक स्तर पर भारतीय बागवानी की छवि

भारत ने FY 2023–24 में कुल 639.53 मीट्रिक टन लीची का निर्यात किया। गुलाब-सुगंधित लीची के साथ अब भारत विशिष्ट स्वाद वाली किस्मों की मूल्यआधारित निर्यात रणनीति को अपनाकर वैश्विक बाज़ार में एक नई पहचान बना रहा है।

सरकारी समर्थन और कोल्ड-चेन विस्तार

APEDA, जो वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत आता है, किसानों को प्रशिक्षण और निर्यात ढाँचा उपलब्ध कराकर भारत के कृषि उत्पादों को वैश्विक मंच पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कोल्डचेन लॉजिस्टिक्स अब निर्यात विकास का केंद्रीय स्तंभ बन चुका है।

स्थैतिक जानकारी: एपीडा की स्थापना 1985 में APEDA अधिनियम के तहत की गई थी।

निर्यात क्षेत्र में वृद्धि

भारत के फल और सब्ज़ी निर्यात में FY 2024–25 में 5.67% की वृद्धि हुई, जिसका मूल्य USD 3.87 बिलियन रहा। यह दर्शाता है कि बढ़ती वैश्विक मांग, बेहतर लॉजिस्टिक्स, और उत्पाद ब्रांडिंग से भारत का कृषि निर्यात तेज़ी से बढ़ रहा है।

भविष्य की राह

इस लीची निर्यात से यह संदेश जाता है कि अन्य राज्य भी प्रीमियम फलों के निर्यात, कोल्डचेन में निवेश, और विशेष किस्मों पर ध्यान दें। इससे उच्च मूल्य प्राप्ति और ग्रामीण आय में वृद्धि संभव है।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
निर्यात उत्पाद गुलाब-सुगंधित लीची
निर्यातक प्रभात सिंह, सुजानपुर
समन्वय संस्थाएँ एपीडा और पंजाब बागवानी विभाग
गंतव्य देश कतर और यूएई
निर्यात मात्रा कतर को 1 मीट्रिक टन, यूएई को 0.5 मीट्रिक टन
कोल्ड-चेन व्यवस्था प्रशीतित पैलेट्स का उपयोग
पंजाब का लीची उत्पादन 71,490 मीट्रिक टन (भारत का 12%)
भारत का कुल लीची निर्यात 639.53 मीट्रिक टन (FY 2023–24)
भारत का फल-सब्ज़ी निर्यात USD 3.87 बिलियन (FY 2024–25)
एपीडा स्थापना वर्ष 1985 (वाणिज्य मंत्रालय के तहत)
India exports rose-scented litchis from Pathankot to Qatar
  1. भारत ने 2025 में पंजाब के पठानकोट से कतर को गुलाब की खुशबू वाली लीची का पहला बैच निर्यात किया।
  2. निर्यात का समन्वय APEDA और पंजाब बागवानी विभाग द्वारा किया गया।
  3. कुल 1 मीट्रिक टन लीची दोहा और5 मीट्रिक टन दुबई भेजी गई।
  4. निर्यात की गई लीची सुजानपुर के प्रगतिशील किसान प्रभात सिंह द्वारा उगाई गई थी।
  5. फलों को परिवहन के दौरान ताज़गी बनाए रखने के लिए रेफ्रिजरेटेड पैलेट का उपयोग करके भेजा गया था।
  6. पंजाब ने वित्त वर्ष 2023-24 में 71,490 मीट्रिक टन लीची का उत्पादन किया, जो भारत के उत्पादन का 12% है।
  7. पठानकोट की जलवायु उच्च गुणवत्ता वाली, सुगंधित लीची की खेती का समर्थन करती है।
  8. यह पहल प्रीमियम फलों के निर्यात की ओर भारत के बदलाव का संकेत देती है।
  9. भारत ने वित्त वर्ष 2023-24 में वैश्विक स्तर पर53 मीट्रिक टन लीची का निर्यात किया।
  10. निर्यात भारत के कृषि-निर्यात विविधीकरण और मूल्यवर्धित ब्रांडिंग का समर्थन करता है।
  11. भारत-कतर व्यापार संबंध विशेष बागवानी उत्पादों में विस्तार कर रहे हैं।
  12. वाणिज्य मंत्रालय के तहत एपीडा ऐसे बागवानी निर्यात की सुविधा प्रदान करता है।
  13. वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का फल और सब्जी निर्यात87 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया।
  14. निर्यात खाड़ी बाजारों में भारतीय विदेशी फलों की बढ़ती मांग को दर्शाता है।
  15. कोल्ड-चेन इंफ्रास्ट्रक्चर भारत के खराब होने वाले सामान के निर्यात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  16. यह पहल निर्यात-आधारित विकास के माध्यम से ग्रामीण आय को बढ़ावा देने की भारत की रणनीति का हिस्सा है।
  17. पंजाब, जो पहले से ही बासमती में अग्रणी है, अब प्रीमियम बागवानी निर्यात में बढ़ रहा है।
  18. यह कदम अन्य राज्यों को सुगंधित और विशिष्ट फल बाजारों की खोज करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  19. कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात को बढ़ावा देने के लिए 1985 में एपीडा की स्थापना की गई थी।
  20. यह निर्यात भारत के लिए विशिष्ट, वैश्विक फल क्षेत्रों में प्रवेश की दिशा तय करता है।

Q1. भारत से पहली बार गुलाब-सुगंधित लीचियों का निर्यात किस देश को किया गया?


Q2. पंजाब से निर्यात की गई गुलाब-सुगंधित लीचियों की खेप किसने उगाई थी?


Q3. कतर और यूएई को गुलाब-सुगंधित लीचियों के निर्यात का समन्वय किन दो एजेंसियों ने किया?


Q4. परिवहन के दौरान लीचियों की ताजगी बनाए रखने के लिए कौन-से निर्यात अवसंरचना का उपयोग किया गया?


Q5. वित्तीय वर्ष 2023–24 में भारत के कुल लीची उत्पादन में पंजाब का योगदान कितना था?


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Daily Current Affairs July 1

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