भारत का शंघाई स्टेज 2 में प्रभावशाली प्रदर्शन
शंघाई में मई 2025 में आयोजित तीरंदाजी विश्व कप स्टेज 2 में भारत ने 2 स्वर्ण, 1 रजत और 4 कांस्य सहित कुल सात पदक अपने नाम किए। यह आयोजन भारत के तीरंदाजी अभियान का एक महत्वपूर्ण मोड़ बन गया, जो पेरिस ओलंपिक की गंभीर तैयारी और वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को दर्शाता है। यह प्रदर्शन भारतीय तीरंदाजों की निरंतरता और कौशल को दर्शाता है।
दीपिका की वापसी और पार्थ का उदय
अनुभवी तीरंदाज दीपिका कुमारी ने कोरियाई खिलाड़ी कांग चाए–यंग को हराकर महिला रिकर्व व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य पदक जीतते हुए अपना 18वां विश्व कप पदक हासिल किया। वहीं पार्थ सालुंके ने फ्रांस के बैपटिस्ट एडिस को 6–4 से हराकर अपने करियर का पहला सीनियर अंतरराष्ट्रीय पदक जीता। यह उपलब्धियां भारत की टीम में अनुभव और नवप्रवेशी प्रतिभा के बेहतरीन संतुलन को दर्शाती हैं।
कंपाउंड तीरंदाजों ने दिलाए भारत को स्वर्ण
भारत की कंपाउंड टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। महिला कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में मधुरा धमणगांवकर ने अमेरिका की कार्सन क्राहे को 139–138 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। वहीं पुरुष कंपाउंड टीम—अभिषेक वर्मा, ऋषभ यादव और ओजस देवताले—ने बेहतरीन समन्वय और सटीकता दिखाते हुए स्वर्ण पदक जीता।
रजत और कांस्य ने भारत की स्थिति को मजबूत किया
महिला कंपाउंड टीम—ज्योति सुरेखा वेन्नम, मधुरा और चिकिता तनीपार्थी—ने रजत पदक जीता। मिक्स्ड कंपाउंड जोड़ी—अभिषेक वर्मा और मधुरा—ने कांस्य पदक जीता। साथ ही, ऋषभ यादव ने दक्षिण कोरिया के किम जोंघो को शूट–ऑफ में हराकर एक और कांस्य पदक जीता। ये परिणाम भारत की रणनीतिक परिपक्वता और बढ़ती बेंच स्ट्रेंथ को दर्शाते हैं।
ओलंपिक और एशियाई मुकाबलों की तैयारी
भारत की यह सफलता सिर्फ पदकों की गिनती नहीं है, बल्कि यह खिलाड़ी विकास, संतुलित टीम चयन और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा की तत्परता का प्रमाण है। दीपिका जैसे अनुभवी खिलाड़ी और पार्थ जैसे नवागंतुक भारत के तीरंदाजी भविष्य को उज्ज्वल बनाते हैं। साथ ही, यह उपलब्धियां पुरुषों और महिलाओं को खेल में समान अवसर देने के भारत के प्रयासों को भी मजबूती प्रदान करती हैं।
स्थैतिक जीके स्नैपशॉट
| विषय | विवरण |
| कुल पदक | 7 (2 स्वर्ण, 1 रजत, 4 कांस्य) |
| प्रमुख खिलाड़ी | दीपिका कुमारी, पार्थ सालुंके, मधुरा धमणगांवकर |
| रिकर्व उपलब्धियाँ | दीपिका – 18वां विश्व कप पदक, पार्थ – पहला सीनियर पदक |
| कंपाउंड स्वर्ण विजेता | महिला – मधुरा; पुरुष टीम – वर्मा, यादव, ओजस |
| आगामी आयोजन | पेरिस ओलंपिक 2024, एशियाई तीरंदाजी चैंपियनशिप |
| विश्व तीरंदाजी महासंघ मुख्यालय | लुसाने, स्विट्ज़रलैंड |





