नई दिल्ली में भारत का वैश्विक वस्त्र दृष्टिकोण प्रस्तुत
भारत टेक्स 2025, जो 14 से 17 फरवरी तक नई दिल्ली में आयोजित हुआ, भारत की वस्त्र यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव बन गया है। बारह प्रमुख निर्यात संवर्धन परिषदों और कपड़ा मंत्रालय द्वारा समर्थित यह विशाल एक्सपो भारतीय वस्त्र उत्कृष्टता का वैश्विक मंच बना। उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2030 तक भारत के वस्त्र निर्यात को ₹3 लाख करोड़ से बढ़ाकर ₹9 लाख करोड़ करने का दृष्टिकोण साझा किया, जिससे भारत को वैश्विक वस्त्र मूल्य श्रृंखला का अगुवा बनाने की योजना है।
अंतरराष्ट्रीय भागीदारी और विशाल प्रदर्शन
इस वर्ष के एक्सपो में 5,000 से अधिक प्रदर्शक और 110 देशों से 6,000+ खरीदार शामिल हुए, जिससे वैश्विक स्तर पर भारतीय वस्त्रों के प्रति विश्वास की पुष्टि हुई। अमेरिका, जापान और यूएई जैसे देशों ने विशेष रुचि दिखाई। 2.2 मिलियन वर्ग फुट में फैला यह आयोजन भारत की विनिर्माण क्षमता और निर्यात सामर्थ्य का प्रतीक बना।
नवाचार के केंद्र में सतत विकास
भारत टेक्स 2025 का मुख्य फोकस पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार उत्पादन पर रहा। जैविक कच्चे माल से लेकर कम ऊर्जा उपकरणों तक, प्रदर्शनी में ऐसे विकल्प प्रस्तुत किए गए जो पर्यावरणीय क्षरण को कम करें। खासतौर पर महिला–नेतृत्व वाले उद्यमों को प्रोत्साहित करते हुए आर्थिक सशक्तिकरण और पारिस्थितिक जागरूकता के समन्वय पर जोर दिया गया।
ज्ञान-साझाकरण और नीति संवाद
इस आयोजन में 70 से अधिक सत्र आयोजित हुए, जिसमें उद्योग विशेषज्ञों, नीति–निर्माताओं और शोधकर्ताओं ने भाग लिया। एआई तकनीक, वैश्विक व्यापार एकीकरण, और उन्नत विनिर्माण जैसे विषयों पर चर्चा ने भारत की वैश्विक वस्त्र आपूर्ति श्रृंखला में गहरी भागीदारी की रूपरेखा तय की।
डिजिटल प्लेटफॉर्म से वैश्विक जुड़ाव
आयोजन में एक मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया गया, जिससे सीधा संवाद, वर्चुअल मीटिंग्स, और प्रदर्शकों की प्रोफाइल तक आसान पहुंच सुनिश्चित हुई। इस तकनीकी नवाचार ने वैश्विक सहभागिता को आसान, तेज़ और प्रभावी बनाया।
भारत-ईयू सहयोग से सतत विकास को बढ़ावा
इस अवसर पर भारत में सात ईयू समर्थित सतत वस्त्र परियोजनाओं की घोषणा की गई। EU ग्लोबल गेटवे स्ट्रैटेजी के तहत €9.5 मिलियन (₹85.5 करोड़) का समर्थन प्राप्त इन योजनाओं का उद्देश्य सर्कुलर प्रोडक्शन मॉडल, ग्रामीण महिला उद्यमिता, और संसाधनों की दक्षता को बढ़ाना है। यह परियोजनाएं झारखंड, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश समेत नौ राज्यों में 35,000 लोगों को प्रभावित करेंगी और 2 लाख महिलाओं को आगामी 5 वर्षों में लाभ प्रदान करेंगी।
रोजगार, चुनौतियाँ और आगे की राह
भारतीय वस्त्र उद्योग में लगभग 4.5 करोड़ लोग कार्यरत हैं, जिनमें 60% महिलाएं हैं। फिर भी, यह क्षेत्र ऊर्जा खपत, पुनर्चक्रण ढांचे की कमी, और पर्यावरणीय दबाव जैसी चुनौतियों का सामना करता है। भारत टेक्स 2025 इन समस्याओं को नीति सुधार, वैश्विक साझेदारी, और तकनीकी नवाचार के माध्यम से हल करने का साहसिक संकल्प है।
STATIC GK SNAPSHOT: भारत टेक्स 2025
विषय | विवरण |
आयोजन | भारत टेक्स 2025 |
स्थान और तिथि | नई दिल्ली, 14–17 फरवरी 2025 |
आयोजक | 12 निर्यात संवर्धन परिषदें और वस्त्र मंत्रालय |
2030 निर्यात लक्ष्य | ₹9 लाख करोड़ |
वैश्विक खरीदारों की संख्या | 110 देशों से 6,000+ |
वस्त्र कार्यबल | लगभग 4.5 करोड़ (60% महिलाएं) |
ईयू-भारत परियोजना फंडिंग | €9.5 मिलियन (₹85.5 करोड़) |
महिला लाभार्थी लक्ष्य | 2 लाख महिलाएं (3–5 वर्षों में) |
प्रमुख विषय | सतत विकास, एआई, वैश्विक सहयोग, सर्कुलर इकोनॉमी |
प्रमुख पहलें | सतत भारत मिशन, ईयू ग्लोबल गेटवे परियोजनाएं |