विज्ञान शिक्षा के अग्रदूत को श्रद्धांजलि
भारत के विज्ञान संग्रहालय आंदोलन के जनक कहे जाने वाले सरोज घोष का हाल ही में निधन हो गया। वे केवल एक प्रशासक नहीं, बल्कि एक दूरदर्शी विचारक थे, जिन्होंने सार्वजनिक विज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए। उन्होंने विज्ञान को कक्षा की सीमाओं से बाहर लाकर आम जनता तक पहुँचाने का कार्य किया।
संग्रहालय निर्माण में उनका योगदान
सरोज घोष ने 1979 से 1997 तक लगभग दो दशकों तक राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (NCSM) के महानिदेशक के रूप में कार्य किया। इस दौरान उन्होंने भारत में विज्ञान संग्रहालय संस्कृति की नींव रखी। यदि आपने कोलकाता की साइंस सिटी या किसी क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र का दौरा किया है, तो आपने उनके योगदान की झलक अवश्य देखी होगी।
उन्होंने इंटरऐक्टिव प्रदर्शनी, मोबाइल विज्ञान वैन, और लाइव डेमो जैसी पहलें शुरू कीं, जिससे छात्रों और आम जनता में वैज्ञानिक जिज्ञासा को प्रोत्साहन मिला।
जन शिक्षा में NCSM की भूमिका
NCSM की स्थापना 1978 में हुई थी और इसका मुख्यालय कोलकाता में स्थित है। यह संस्था अब संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त निकाय के रूप में कार्य करती है। भारत भर में इसके 26 विज्ञान केंद्र हैं, जिनमें से 7 राष्ट्रीय स्तर के हैं और ये देश के पाँचों क्षेत्रों—उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम, और उत्तर–पूर्व में फैले हैं।
यह केवल तथ्य प्रस्तुत करने का मंच नहीं है, बल्कि विज्ञान मेलों, कार्यशालाओं और रोबोटिक्स प्रदर्शनियों के माध्यम से विज्ञान को जीवंत बनाता है।
अन्य स्थैतिक तथ्य
- NCSM का मुख्यालय कोलकाता में है।
- यह संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है, शिक्षा मंत्रालय के नहीं।
- यह संस्था वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51A(h) में स्थान मिला है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
व्यक्तित्व का नाम | सरोज घोष |
उपाधि | भारत के विज्ञान संग्रहालय आंदोलन के जनक |
स्थापित संस्था | राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (NCSM) |
स्थापना वर्ष | 1978 |
मुख्यालय | कोलकाता |
महानिदेशक कार्यकाल | 1979–1997 |
मंत्रालय | केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय |
विज्ञान केंद्रों की संख्या | 26 |
क्षेत्रीय कवरेज | उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम, उत्तर-पूर्व |
स्थैतिक जीके अनुच्छेद | अनुच्छेद 51A(h): वैज्ञानिक दृष्टिकोण का संवर्धन |
राष्ट्रीय स्तर के विज्ञान केंद्र | 7 |