हिमालयी साम्राज्य से भारतीय राज्य तक
सिक्किम, पूर्वी हिमालय की गोद में बसा एक संप्रभु राज्य था, जहाँ नामग्याल वंश के चोग्याल (राजा) का शासन था। यह वंश 1642 से 1975 तक तीन सदियों से अधिक समय तक शासन करता रहा। भारत की स्वतंत्रता के बाद, सिक्किम ने तत्काल भारत में शामिल होने के बजाय, 1950 में भारत के साथ एक संरक्षित राज्य (protectorate) का समझौता किया। इसके तहत भारत को रक्षा, संचार और विदेश नीति का अधिकार मिला, जबकि आंतरिक प्रशासन सिक्किम के पास रहा।
इतिहास को बदलने वाला जनमत संग्रह
25 वर्षों तक अर्ध-स्वायत्त स्थिति बनाए रखने के बाद, राजनीतिक परिवर्तन और जनता की भावना धीरे-धीरे लोकतांत्रिक एकीकरण की ओर झुकी। अप्रैल 1975 में एक ऐतिहासिक जनमत संग्रह आयोजित किया गया, जिसमें 97.5% लोगों ने भारत में शामिल होने के पक्ष में मतदान किया। यह निर्णय भारत के इतिहास में सबसे शांतिपूर्ण और संवैधानिक तरीके से किसी विदेशी क्षेत्र के एकीकरण का उदाहरण बन गया।
36वां संविधान संशोधन
जनमत संग्रह के बाद, भारतीय संसद ने तीव्र गति से कार्रवाई की। 23 अप्रैल 1975 को लोकसभा में 36वां संविधान संशोधन विधेयक पारित हुआ। इसके माध्यम से संविधान में अनुच्छेद 371F जोड़ा गया, जो सिक्किम को विशेष अधिकार देता है—इसमें पूर्व विलय कानूनों की सुरक्षा, भूमि अधिकार, और समुदाय प्रतिनिधित्व शामिल हैं। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद, 16 मई 1975 को सिक्किम आधिकारिक रूप से भारत का 22वां राज्य बना।
अनुच्छेद 371F का महत्व
अनुच्छेद 371F सिक्किम की विशिष्ट पहचान और स्वायत्तता की गारंटी देता है। यह सिक्किम विधानसभा को यह तय करने का अधिकार देता है कि “सिक्किमी” कौन है, खासकर भूमि स्वामित्व और नौकरियों में आरक्षण जैसे मुद्दों पर। इससे भूटिया, लेपचा और नेपाली समुदायों के हितों की रक्षा होती है, जिससे विलय के बावजूद उनकी सांस्कृतिक विरासत सुरक्षित रहती है।
50 वर्ष बाद: शांतिपूर्ण एकता का उत्सव
2025 में सिक्किम अपनी राज्य स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मना रहा है। यह राज्य भारत के लिए शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक विलय का आदर्श उदाहरण बन चुका है। जहाँ देश के अन्य भागों में राज्य एकीकरण संघर्षों से भरे रहे, वहीं सिक्किम का एकीकरण जन–समर्थन, संसदीय प्रक्रिया और संवैधानिक प्रावधानों के माध्यम से हुआ। आज सिक्किम न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता के लिए जाना जाता है, बल्कि शिक्षा, जैविक खेती और पारिस्थितिकी संरक्षण में भी अग्रणी है।
STATIC GK SNAPSHOT
पहलू | विवरण |
पूर्व स्थिति | संप्रभु राज्य (नामग्याल वंश) |
भारत का संरक्षित राज्य बना | 1950 |
जनमत संग्रह आयोजित | अप्रैल 1975 |
जनमत संग्रह परिणाम | 97.5% भारत में शामिल होने के पक्ष में |
संवैधानिक संशोधन | 36वां संशोधन, 1975 |
जोड़ा गया अनुच्छेद | अनुच्छेद 371F |
राज्य बनने की तिथि | 16 मई 1975 |
भारत का कौन-सा राज्य बना | 22वां राज्य |
राजधानी | गंगटोक |
सिक्किम के पहले राज्यपाल | बी. बी. लाल |
सीमाएं | नेपाल, भूटान, तिब्बत (चीन), और पश्चिम बंगाल |