जुलाई 17, 2025 9:43 अपराह्न

भारत का पहला राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र पटना में उद्घाटित

करेंट अफेयर्स: राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र भारत 2025, गंगा डॉल्फिन संरक्षण, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम अनुसूची I, विक्रमशिला डॉल्फिन अभयारण्य बिहार, प्रोजेक्ट डॉल्फिन 2021, भारत राष्ट्रीय जलीय जीव, CITES परिशिष्ट I, बिहार पर्यावरण पहल

India’s First National Dolphin Research Centre Inaugurated in Patna

नदीय वन्यजीव संरक्षण में ऐतिहासिक पहल

भारत ने गंगा नदी डॉल्फिन संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए देश का पहला राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र (NDRC) पटना, बिहार में फरवरी 2025 में उद्घाटित किया। यह एशिया का अपनी तरह का पहला संस्थान है, जो मीठे पानी की डॉल्फिन (सुसु) के संरक्षण, अनुसंधान और जनजागरूकता के लिए समर्पित है। यह केंद्र गंगा नदी के समीप स्थित है और नदी पारिस्थितिकी और डॉल्फिन व्यवहार पर अनुसंधान का प्रमुख केंद्र बनेगा।

क्यों जरूरी है गंगा डॉल्फिन का संरक्षण

गंगेटिक डॉल्फिन भारत की राष्ट्रीय जलजीव घोषित है और मुख्य रूप से गंगाब्रह्मपुत्रमेघना और कर्णफुलीसंगू नदी प्रणालियों में पाई जाती है। यह डॉल्फिन अंधी होती है और इकोलोकेशन (ध्वनि तरंगों) की सहायता से शिकार करती है। प्रदूषण, नदी यातायात और आवास क्षरण के कारण इनकी संख्या में भारी गिरावट आई है। IUCN ने इसे लुप्तप्राय श्रेणी में रखा है और यह वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची-I में शामिल है, जिससे इसे भारत में सर्वोच्च कानूनी संरक्षण प्राप्त है।

NDRC को विशेष क्यों माना जा रहा है

यह अनुसंधान केंद्र केवल विज्ञान के लिए नहीं, बल्कि प्रजाति के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। यह डॉल्फिन की जनसंख्या निगरानी, प्रजनन अध्ययन और नदी स्वास्थ्य मूल्यांकन में मदद करेगा। यह एक जनजागरूकता केंद्र के रूप में भी कार्य करेगा, जहां स्थानीय समुदायों और युवाओं को संरक्षण अभियान से जोड़ा जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण दिशा-निर्देश और राज्य-स्तरीय संरक्षण रणनीति का विकास भी यहीं से होगा।

डॉल्फिन संरक्षण को लेकर व्यापक योजना

भारत सरकार ने 2021 मेंप्रोजेक्ट डॉल्फिन की शुरुआत के साथ संरक्षण को प्राथमिकता दी। इसके तहत बिहार के विक्रमशिला गंगेटिक डॉल्फिन अभयारण्य जैसे संरक्षित क्षेत्र विकसित किए गए हैं। हर वर्ष 5 अक्टूबर कोराष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस मनाया जाता है। साथ ही 2022–2047 के लिए 25 वर्षीय संरक्षण कार्य योजना बनाई गई है, ताकि दीर्घकालिक संरक्षण संभव हो सके।

पटना क्यों बना आदर्श स्थान

पटना, गंगा नदी के किनारे स्थित है जो गंगेटिक डॉल्फिन का मुख्य आवास है। बिहार में पहले से ही विक्रमशिला डॉल्फिन अभयारण्य मौजूद है और यहां संरक्षण प्रयास मजबूत हैं। पटना में केंद्र की स्थापना से वैज्ञानिकों को प्रत्यक्ष अवलोकन और क्षेत्रीय अनुसंधान का लाभ मिलेगा। इससे बिहार का योगदान राष्ट्रीय पर्यावरणीय अनुसंधान नेटवर्क में और सुदृढ़ होगा।

STATIC GK SNAPSHOT: राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र 2025

विषय विवरण
केंद्र का नाम राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र (NDRC)
उद्घाटन तिथि फरवरी 2025
स्थान पटना, बिहार
लक्षित प्रजाति गंगेटिक डॉल्फिन (Platanista gangetica)
संरक्षण स्थिति (IUCN) लुप्तप्राय (Endangered)
राष्ट्रीय दर्जा भारत का राष्ट्रीय जलजीव
भारत में कानूनी संरक्षण अनुसूची-I, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972
CITES स्थिति परिशिष्ट-I (व्यापार पूर्णतया निषिद्ध)
संबंधित पहलें प्रोजेक्ट डॉल्फिन 2021, संरक्षण योजना 2022–2047
जागरूकता दिवस राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस – 5 अक्टूबर
प्रमुख अभयारण्य विक्रमशिला गंगेटिक डॉल्फिन अभयारण्य, बिहार
India’s First National Dolphin Research Centre Inaugurated in Patna
  1. भारत का पहला राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र (NDRC) फरवरी 2025 में पटना, बिहार में उद्घाटित हुआ।
  2. यह एशिया का पहला मीठे पानी की डॉल्फिन पर केंद्रित अनुसंधान केंद्र है।
  3. इसका मुख्य उद्देश्य गंगा डॉल्फिन (Platanista gangetica) का संरक्षण है, जो भारत का राष्ट्रीय जलीय पशु है।
  4. गंगा डॉल्फिन को IUCN रेड लिस्ट में लुप्तप्राय के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
  5. इसे वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची-I के तहत सबसे उच्च कानूनी संरक्षण प्राप्त है।
  6. यह CITES परिशिष्ट-I में भी शामिल है, जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रतिबंधित है।
  7. गंगा डॉल्फिन अंधी होती हैं और गूंजस्थान तकनीक (echolocation) से दिशा और शिकार करती हैं।
  8. इनके लिए प्रमुख खतरे हैं – प्रदूषण, नदी यातायात, और आवासीय क्षरण
  9. यह केंद्र डॉल्फिन पारिस्थितिकी, प्रजनन व्यवहार, और नदी स्वास्थ्य पर अनुसंधान करेगा।
  10. NDRC एक जनजागरूकता और शैक्षिक केंद्र के रूप में भी कार्य करेगा।
  11. यह प्रदूषण नियंत्रण रणनीतियों और राज्य स्तरीय संरक्षण नीतियों को मार्गदर्शन देगा।
  12. यह उद्घाटन 2021 में शुरू किए गए प्रोजेक्ट डॉल्फिन का समर्थन करता है।
  13. डॉल्फिन एक्शन प्लान (2022–2047) के तहत 25 वर्षों की दीर्घकालिक संरक्षण योजना बनाई गई है।
  14. विक्रमशिला गंगा डॉल्फिन अभयारण्य, बिहार में प्रमुख संरक्षित क्षेत्र है।
  15. भारत में हर वर्ष 5 अक्टूबर को राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस मनाया जाता है।
  16. NDRC गंगा नदी में डॉल्फिन आबादी की वास्तविक समय निगरानी में सहायक होगा।
  17. पटना को इसकी महत्वपूर्ण डॉल्फिन आवासों के निकटता के कारण चुना गया।
  18. यह केंद्र बिहार की पर्यावरण अनुसंधान और संरक्षण में अग्रणी भूमिका को और सुदृढ़ करता है।
  19. NDRC भारत के नदी जैव विविधता और सतत पारिस्थितिकी तंत्र पर बढ़ते फोकस का प्रतीक है।
  20. यह केंद्र वैज्ञानिक अनुसंधान और समुदाय भागीदारी मंच की दोहरी भूमिका निभाता है।

Q1. भारत का पहला राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र कहां उद्घाटित किया गया?


Q2. राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का मुख्य फोकस किस प्रजाति पर है?


Q3. गंगेटिक डॉल्फिन को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की किस अनुसूची में सूचीबद्ध किया गया है?


Q4. IUCN के अनुसार गंगेटिक डॉल्फिन की संरक्षण स्थिति क्या है?


Q5. बिहार में डॉल्फिन संरक्षण से जुड़ा प्रमुख अभयारण्य कौन-सा है?


Your Score: 0

Daily Current Affairs February 17

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

दिन की खबरें

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.