जुलाई 17, 2025 8:14 अपराह्न

भारत और यूक्रेन ने संयुक्त कार्य समूह के माध्यम से कृषि साझेदारी शुरू की

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India and Ukraine Begin Agricultural Partnership through Joint Working Group

भारत और यूक्रेन के बीच कृषि संबंधों को मज़बूती

18 जून 2025 को भारत और यूक्रेन के बीच कृषि पर पहली संयुक्त कार्य समूह (JWG) बैठक आयोजित की गई। यह वर्चुअल बैठक दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुई। भारत की ओर से श्री अजीत कुमार साहू (संयुक्त सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग) ने बैठक की अध्यक्षता की, जबकि यूक्रेन की ओर से श्रीमती ओक्साना ओस्माचको (उप मंत्री, कृषि नीति एवं खाद्य मंत्रालय) ने चर्चा का नेतृत्व किया। यह केवल औपचारिक कूटनीति नहीं थी, बल्कि कृषि नवाचार, खाद्य प्रणाली, और प्रौद्योगिकी साझेदारी को लेकर व्यावहारिक विचार-विमर्श हुआ।

भारत की नवाचारी पहलें

भारत ने इस बैठक के दौरान अपनी कई प्रगतिशील योजनाओं को प्रस्तुत किया। इनमें नाम (e-NAM) ऑनलाइन बिक्री प्लेटफॉर्म, राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन, और दालों के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन शामिल थे। इन पहलों का उद्देश्य कृषि को उत्पादक, जलवायु के अनुकूल, और छोटे किसानों के लिए सुरक्षित बनाना है। साथ ही भारत ने डिजिटल टूल्स, ऋण योजनाओं द्वारा जोखिम कम करना, और जलवायुरोधी फसलें जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जोर दिया।

यूक्रेन की सहयोगात्मक दृष्टि

यूक्रेन ने भारत के साथ साझेदारी में गहरी रुचि दिखाई, खासकर खाद्य प्रसंस्करण, कृषि यंत्रीकरण, और जीनोम संपादन द्वारा पौध प्रजनन में। यूक्रेन ने मृदा उर्वरता सुधार और कृषि मानचित्रण के लिए भारत से ज्ञान साझा करने की इच्छा जताई। इससे स्पष्ट है कि यूक्रेन, भारत की कृषि अनुभव और संस्थागत ताकत को अग्रणी एग्रीटेक प्रगति में सहायक मानता है।

सहयोग के प्रमुख क्षेत्र

बैठक में कई साझा सहयोग क्षेत्रों को पहचाना गया, जिनमें शामिल हैं:

  • बागवानी और फसल विविधीकरण
  • ICAR और FSSAI जैसी संस्थाओं के माध्यम से अनुसंधान सहयोग
  • प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और प्रशिक्षण कार्यक्रम
  • बाजार पहुंच और खाद्य सुरक्षा मानकों में सुधार

यह सहयोग भारत के खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय सहित अन्य विभागों के तहत भी आगे बढ़ाया जाएगा।

साझेदारी का वैश्विक महत्व

यह पहली आधिकारिक कृषि बैठक है, जो भारत और यूक्रेन के बीच सहयोग की नई शुरुआत का संकेत देती है। यह पहल खाद्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, और कृषि स्थिरता जैसे वैश्विक मुद्दों से निपटने में सहायक होगी। इसके साथ ही, भारत की वैश्विक कृषि नेतृत्व की छवि को भी मज़बूती मिलती है।

Static GK Snapshot (हिंदी में)

प्रमुख विषय विवरण
पहली JWG बैठक की तिथि 18 जून 2025
बैठक का प्रारूप वर्चुअल
भारत की सह-अध्यक्षता श्री अजीत कुमार साहू
यूक्रेन की सह-अध्यक्षता श्रीमती ओक्साना ओस्माचको
भारत की प्रमुख योजनाएं ई-नाम, खाद्य तेल मिशन, दालों का खाद्य सुरक्षा मिशन
यूक्रेन के फोकस क्षेत्र जीनोम एडिटिंग, यंत्रीकरण, मृदा मानचित्रण
शामिल संस्थाएं ICAR, FSSAI, खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय
प्रमुख विषयवस्तु डिजिटल कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, तकनीकी सहयोग
स्थैतिक जानकारी ICAR की स्थापना 1929 में हुई थी और यह कृषि अनुसंधान में अग्रणी है
वैश्विक प्रासंगिकता सतत विकास लक्ष्य (SDG) के तहत खाद्य सुरक्षा में सहयोग
India and Ukraine Begin Agricultural Partnership through Joint Working Group
  1. भारत और यूक्रेन ने 18 जून, 2025 को वर्चुअल मोड के माध्यम से कृषि पर अपना पहला संयुक्त कार्य समूह (JWG) आयोजित किया।
  2. बैठक की सह-अध्यक्षता श्री अजीत कुमार साहू (भारत) और सुश्री ओक्साना ओस्माचको (यूक्रेन) ने की।
  3. चर्चाओं में डिजिटल कृषि, मशीनीकरण, पादप आनुवंशिकी और खाद्य प्रसंस्करण शामिल थे।
  4. भारत ने ऑनलाइन कृषि विपणन के लिए अपने ई-एनएएम प्लेटफॉर्म का प्रदर्शन किया।
  5. खाद्य तेलों पर राष्ट्रीय मिशन-तिलहन को भारत की एक प्रमुख पहल के रूप में प्रस्तुत किया गया।
  6. भारत ने दलहन के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन पर भी प्रकाश डाला।
  7. जलवायु-लचीली फसलों और ऋण जोखिम न्यूनीकरण रणनीतियों पर जोर दिया गया।
  8. यूक्रेन ने जीनोम संपादन और कृषि मशीनीकरण में गहरी रुचि दिखाई।
  9. मृदा उर्वरता मानचित्रण और कृषि-तकनीक ज्ञान का आदान-प्रदान यूक्रेन के मुख्य फोकस क्षेत्र थे।
  10. सहयोग योजनाओं में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं।
  11. आईसीएआर और एफएसएसएआई जैसी संस्थाओं से प्रमुख भूमिका निभाने की उम्मीद है।
  12. संयुक्त प्रयासों का उद्देश्य बाजार पहुंच और खाद्य सुरक्षा मानकों को बढ़ाना है।
  13. भारत ने टिकाऊ और छोटे किसानों के अनुकूल खेती के महत्व पर प्रकाश डाला।
  14. यूक्रेन ने कृषि में भारत की संस्थागत ताकत को स्वीकार किया।
  15. यह साझेदारी खाद्य सुरक्षा और टिकाऊ कृषि पर संयुक्त राष्ट्र एसडीजी का समर्थन करती है।
  16. संयुक्त कार्य समूह फसल विविधीकरण और बागवानी संबंधों का भी पता लगाएगा।
  17. खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय आगे के सहयोग को सुगम बनाएगा।
  18. यह संवाद कृषि-तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी के रूप में भारत की वैश्विक छवि को बढ़ाता है।
  19. यह दोनों देशों के बीच पहली औपचारिक कृषि वार्ता थी।
  20. यह सहयोग जलवायु परिवर्तन और खाद्य असुरक्षा से निपटने के प्रयासों को मजबूत करता है।

Q1. भारत और यूक्रेन के बीच कृषि पर पहली संयुक्त कार्य समूह (JWG) बैठक कब आयोजित की गई थी?


Q2. भारत-यूक्रेन कृषि बैठक की सह-अध्यक्षता किस भारतीय अधिकारी ने की?


Q3. बैठक के दौरान भारत ने किसानों को ऑनलाइन फसल बेचने के लिए किस प्लेटफॉर्म को प्रमुख रूप से प्रस्तुत किया?


Q4. उन्नत तकनीकों के उपयोग से सहयोग के लिए यूक्रेन ने किस क्षेत्र में रुचि दिखाई?


Q5. यूक्रेन के साथ संभावित अनुसंधान सहयोग के लिए किस भारतीय संस्थान का उल्लेख किया गया?


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