नई पहलों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को सशक्त बनाना
जनवरी 2025 में, भारत और इंडोनेशिया ने पाँच महत्त्वपूर्ण समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए, जब इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के रूप में पधारे। ये समझौते स्वास्थ्य, समुद्री सुरक्षा, पारंपरिक चिकित्सा, डिजिटल सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दर्शाते हैं।
किन क्षेत्रों में हुए समझौते
- स्वास्थ्य क्षेत्र में समझौता हुआ जिसमें चिकित्सा अनुसंधान, सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों और संक्रामक रोगों के प्रबंधन में सहयोग शामिल है।
- समुद्री सहयोग हेतु भारतीय तटरक्षक बल और इंडोनेशिया की समुद्री सुरक्षा एजेंसी BAKAMLA के बीच समझौता किया गया, जो इंडो–पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा और बचाव कार्यों पर केंद्रित है।
- भारतीय चिकित्सा प्रणाली और होम्योपैथी आयोग और इंडोनेशिया की औषधि और खाद्य प्राधिकरण के बीच पारंपरिक चिकित्सा के मानकीकरण को लेकर समझौता हुआ।
- चौथा MoU डिजिटल सहयोग पर केंद्रित है, जिसमें साइबर सुरक्षा, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक स्टार्टअप्स के विकास को प्राथमिकता दी गई है।
- पाँचवाँ समझौता 2025–2028 के लिए सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम को लेकर हुआ, जिसके तहत कलात्मक प्रदर्शनी, सांस्कृतिक प्रदर्शन और शैक्षिक भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा।
साझा ऐतिहासिक और सभ्यतागत संबंध
भारत और इंडोनेशिया के बीच संबंध 2,000 वर्षों से अधिक पुराने सांस्कृतिक और समुद्री सम्पर्कों पर आधारित हैं। हिंदू और बौद्ध प्रभावों के साथ-साथ समुद्री व्यापार ने इन संबंधों को ऐतिहासिक रूप से मज़बूती दी है, जो अब एक आधुनिक रणनीतिक साझेदारी में परिवर्तित हो चुकी है।
आर्थिक साझेदारी: तीसरा CEO फोरम
इन समझौतों के साथ ही 25 जनवरी 2025 को नई दिल्ली में तीसरा भारत–इंडोनेशिया CEO फोरम आयोजित हुआ। भारत की ओर से अजय श्रीराम और इंडोनेशिया की ओर से अनिंद्य बकरी के नेतृत्व में हुए इस फोरम में कृषि, ऊर्जा, हेल्थकेयर, निर्माण, और डिजिटल प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों पर चर्चा हुई। दोनों देशों के कारोबारियों ने सीमा–पार निवेश और व्यापार में सुगमता लाने पर विचार साझा किए।
रणनीतिक साझेदारी की ओर आगे बढ़ते कदम
इन समझौतों से यह स्पष्ट होता है कि भारत और इंडोनेशिया इंडो–पैसिफिक क्षेत्र में रणनीतिक रूप से एक–दूसरे के महत्त्वपूर्ण सहयोगी बनते जा रहे हैं। यह सहयोग भारत की “एक्ट ईस्ट नीति” के अनुरूप है और इससे क्षेत्रीय स्थिरता, व्यापार, नवाचार और सांस्कृतिक कूटनीति को मजबूती मिलेगी।
STATIC GK SNAPSHOT
विषय | विवरण |
सहभागी देश | भारत और इंडोनेशिया |
अवसर | गणतंत्र दिवस 2025 के दौरान पाँच MoUs पर हस्ताक्षर |
मुख्य क्षेत्र | स्वास्थ्य, समुद्री सुरक्षा, पारंपरिक चिकित्सा, डिजिटल, संस्कृति |
व्यापार मंच | तीसरा भारत–इंडोनेशिया CEO फोरम, नई दिल्ली |
प्रमुख चर्चाएँ | कृषि, स्वास्थ्य, निर्माण, ऊर्जा, तकनीक |
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति | प्रबोवो सुबियांतो |
राजधानी | जकार्ता |
मुद्रा | इंडोनेशियन रूपिया |
कूटनीतिक उपलब्धि | 2025 में द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ |