करंट अफेयर्स: टाइगर क्लॉ 2025, भारत-अमेरिका वायुसेना अभ्यास, गरुड़ स्पेशल फोर्सेस, अमेरिका वायुसेना विशेष बल, इंडो-पैसिफिक सैन्य सहयोग, गरुड़ रेजिमेंटल प्रशिक्षण केंद्र, चांदीनगर अभ्यास, वायुसेना संयुक्त विशेष अभियान, भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग
सैन्य साझेदारी के नए चरण की शुरुआत
भारत और अमेरिका ने हाल ही में ‘टाइगर क्लॉ 2025’ नामक एक प्रमुख संयुक्त सैन्य अभ्यास संपन्न किया है। यह पहली बार है जब भारतीय वायुसेना के गरुड़ कमांडो और अमेरिकी वायुसेना के विशेष बलों ने मिलकर एक विशेष अभ्यास किया। यह अभ्यास 26 मई से 10 जून 2025 तक उत्तर भारत के चांदीनगर (बागपत, उत्तर प्रदेश) में आयोजित हुआ।
यह केवल शक्ति प्रदर्शन नहीं है, बल्कि भारत-अमेरिका के बीच वायु आधारित विशेष अभियानों में गहराते रक्षा सहयोग का संकेत है। खासकर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी समान चिंताओं को देखते हुए, यह अभ्यास रणनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
टाइगर क्लॉ अभ्यास के उद्देश्य
इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच इंटरऑपरेबिलिटी यानी एक साथ युद्ध संचालन की क्षमता को मजबूत करना था। सेनाओं ने बंधक बचाव, हवाई पट्टी पर नियंत्रण और शत्रु क्षेत्र में विशेष अभियान जैसे युद्धाभ्यास किए। इसका उद्देश्य साझा युद्ध तत्परता विकसित करना था, ताकि दोनों सेनाएं एकजुट होकर कार्रवाई कर सकें।
साथ ही, प्रशिक्षण के दौरान सर्वोत्तम युद्ध तकनीकों का आदान-प्रदान भी हुआ। भारतीय गरुड़ कमांडो, जो वायुसेना संपत्तियों की सुरक्षा और आतंकवाद-रोधी अभियानों में विशेषज्ञ हैं, ने अमेरिकी बलों के साथ प्रशिक्षण साझा किया।
प्रशिक्षण स्थल और इसका महत्व
यह अभ्यास भारतीय वायुसेना स्टेशन, चांदीनगर (बागपत, उत्तर प्रदेश) में स्थित गरुड़ रेजिमेंटल ट्रेनिंग सेंटर में आयोजित हुआ। यह केंद्र 2004 में गठित गरुड़ बल का मुख्य प्रशिक्षण स्थल है, जो अब रणनीतिक विदेशी सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है।
इस अभ्यास ने यह भी दिखाया कि भारत अब उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभ्यासों की मेज़बानी करने में पूरी तरह सक्षम है।
रणनीतिक दृष्टि से व्यापक प्रभाव
टाइगर क्लॉ सिर्फ एक युद्ध अभ्यास नहीं है, बल्कि यह भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक विश्वास को मजबूत करता है। यह क्वाड (भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) देशों के बीच इंटरऑपरेबिलिटी को भी बढ़ावा देता है।
ऐसे अभ्यास भारत की क्षेत्रीय और वैश्विक रक्षा भूमिका को मजबूत करते हैं और आधुनिक युद्ध की जटिलताओं से निपटने के लिए साझा समझ विकसित करते हैं।
स्थैतिक ‘Usthadian’ करंट अफेयर्स तालिका
सारांश / स्थायी तथ्य | विवरण |
अभ्यास का नाम | टाइगर क्लॉ 2025 |
भाग लेने वाली सेनाएं | IAF गरुड़ कमांडो, USAF स्पेशल फोर्सेस |
अभ्यास अवधि | 26 मई – 10 जून 2025 |
स्थान | चांदीनगर, बागपत, उत्तर प्रदेश |
प्रशिक्षण स्थल | गरुड़ रेजिमेंटल प्रशिक्षण केंद्र |
मुख्य उद्देश्य | इंटरऑपरेबिलिटी और विशेष अभियान समन्वय |
प्रमुख ड्रिल्स | बंधक बचाव, हवाई पट्टी नियंत्रण, दुश्मन क्षेत्र में अभियान |
महत्व | अमेरिका के साथ पहला विशेष वायुसेना अभ्यास |
गरुड़ बल की स्थापना | फरवरी 2004 |
रणनीतिक ध्यान | इंडो-पैसिफिक सैन्य सहयोग |