मानव संसाधन विकास की दिशा में क्रांतिकारी कदम
India Skills Accelerator पहल भारत की मानव पूंजी सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक नीति पहल है। यह कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) और विश्व आर्थिक मंच (WEF) के सहयोग से शुरू की गई है।
इसका उद्देश्य है कि भारत का युवा कार्यबल भविष्य की मांगों के अनुरूप तैयार हो, खासकर तकनीकी बदलावों के इस दौर में जहाँ री–स्किलिंग और अप–स्किलिंग की भारी जरूरत है।
सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों का साझा मॉडल
यह मंच एक सार्वजनिक–निजी सहयोग पर आधारित है जो शैक्षणिक संस्थानों, सरकार और उद्योगों के बीच संघटनात्मक नवाचार को प्रोत्साहित करता है।
इस मॉडल के माध्यम से रोजगार योग्य प्रशिक्षण, तेज करियर बदलाव, और बाजार–आधारित कौशल समाधान संभव होंगे।
Static GK तथ्य: कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) की स्थापना 2014 में हुई थी।
पहल के मुख्य उद्देश्य
इस पहल का लक्ष्य है कि शिक्षा और उद्योग की वास्तविक आवश्यकताओं के बीच की दूरी को पाटा जाए।
यह विशेष रूप से AI, रोबोटिक्स, क्लीन एनर्जी, और एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित है, जो आने वाले वर्षों में सबसे अधिक रोजगार उत्पन्न करने वाले क्षेत्र माने जाते हैं।
Static GK टिप: वर्ल्ड बैंक के अनुसार, भारत को 2030 तक 40 करोड़ श्रमिकों को अपस्किल करना होगा ताकि वह वैश्विक प्रतिस्पर्धा में बना रह सके।
WEF की Reskilling Revolution का हिस्सा
यह पहल विश्व आर्थिक मंच की Reskilling Revolution का हिस्सा है जिसका लक्ष्य 2030 तक एक अरब लोगों को री–स्किल करना है।
इंडिया स्किल्स एक्सेलेरेटर इस वैश्विक लक्ष्य के साथ आगे बढ़ते हुए हर वर्ग के श्रमिकों को सुलभ, व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
यह समावेशी दृष्टिकोण आर्थिक बदलावों के समय में एक लचीला कार्यबल तैयार करने में मदद करेगा।
भारत के रोजगार बाज़ार पर प्रभाव
भारत की युवा आबादी एक जनसांख्यिकीय लाभ है, लेकिन यह तभी सार्थक होगा जब उन्हें उचित और आधुनिक कौशल प्रदान किए जाएँ।
यह पहल संरचनात्मक बेरोजगारी को कम करने और नई तकनीकी नौकरियों के लिए तैयार करने में अहम भूमिका निभाएगी।
यह आत्मनिर्भर भारत और स्किल इंडिया मिशन के तहत भारत को “स्किल कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड” बनाने की दिशा में सहायक है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
किसके द्वारा शुरू किया गया | कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) और WEF |
मुख्य उद्देश्य | AI, रोबोटिक्स, क्लीन एनर्जी में उद्योग-आधारित कौशल |
मॉडल का प्रकार | सार्वजनिक-निजी सहयोग (Public-Private Partnership) |
वैश्विक जुड़ाव | WEF की Reskilling Revolution का हिस्सा |
लक्षित समूह | हर प्रकार के श्रमिक, शिक्षा/रोजगार की स्थिति से परे |
अंतिम लक्ष्य | लचीला करियर ट्रांजिशन और स्केलेबल प्रशिक्षण |
राष्ट्रीय रणनीति | स्किल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के साथ तालमेल |
MSDE स्थापना वर्ष | 2014 |
WEF का लक्ष्य | 2030 तक 1 अरब लोगों को अपस्किल करना |
भारत की स्किल आवश्यकता | 2030 तक 400 मिलियन श्रमिकों को अपस्किल करना |