जुलाई 17, 2025 8:21 अपराह्न

बिहार का पहला परमाणु ऊर्जा संयंत्र बदलेगा राज्य की ऊर्जा तस्वीर

करेंट अफेयर्स: बिहार परमाणु ऊर्जा संयंत्र 2025, परमाणु ऊर्जा मिशन, छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर, बैटरी स्टोरेज प्रोजेक्ट बिहार, व्यवहार्यता अंतर वित्तपोषण, भारत ऊर्जा विजन 2035, केंद्रीय बजट 2025-26 बिजली आवंटन

Bihar's First Nuclear Power Plant Set to Transform State's Energy Landscape

बिहार ने रचा ऊर्जा क्षेत्र में इतिहास

बिहार का पहला परमाणु ऊर्जा संयंत्र अब स्वीकृत हो चुका है, जो राज्य की ऊर्जा व्यवस्था में एक ऐतिहासिक बदलाव लाने वाला है। यह सिर्फ बिजली उत्पादन की बात नहीं है, बल्कि यह भारत के न्यूक्लियर एनर्जी मिशन का हिस्सा है। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब राज्य में विधानसभा चुनाव भी नजदीक हैं, जिससे इसका राजनीतिक महत्व भी बढ़ गया है।

भारत में परमाणु ऊर्जा का विस्तार

परमाणु ऊर्जा मिशन का उद्देश्य भारत के हर राज्य में साफ और स्थिर ऊर्जा उपलब्ध कराना है। केंद्रीय बजट 2025-26 में इस योजना के लिए ₹20,000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। सरकार चाहती है कि हर राज्य में कम से कम एक परमाणु संयंत्र स्थापित हो, जिससे देश की दीर्घकालीन ऊर्जा ज़रूरतें पूरी की जा सकें।

स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर (SMRs) क्या हैं?

बिहार का यह संयंत्र स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर तकनीक पर आधारित होगा। यह तकनीक पारंपरिक रिएक्टरों से छोटी, सस्ती और सुरक्षित मानी जाती है। SMR सिस्टम छोटे ग्रिड के लिए उपयुक्त हैं और आसान प्रबंधन योग्य होते हैं। अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन जैसे देश पहले से ही इस तकनीक में निवेश कर रहे हैं।

बिहार के लिए इसका क्या मतलब है?

बिहार में लंबे समय से बिजली की अस्थिरता और कमी रही है। इससे उद्योग, घरेलू उपभोक्ता और अस्पताल सभी प्रभावित हुए हैं। नया संयंत्र इन समस्याओं को हल करने के लिए बनाया गया है। इससे न केवल बिजली की आपूर्ति सुधरेगी, बल्कि नई फैक्ट्रियाँ, रोजगार और बेहतर बुनियादी ढांचा भी तैयार हो सकेगा।

बैटरी स्टोरेज से मिलेगा ग्रिड स्थायित्व

बिजली स्टोरेज के लिए केंद्र सरकार ने 1,000 मेगावाट की बैटरी परियोजना को भी मंजूरी दी है। इससे जब सौर, पवन और परमाणु ऊर्जा एक साथ ग्रिड में आएंगी, तब संतुलन बनाए रखना संभव होगा। सरकार इस परियोजना के लिए ₹18 लाख प्रति मेगावाट की वायबिलिटी गैप फंडिंग देगी।

भविष्य की ऊर्जा योजना

पॉवर विजन 2035 के तहत सरकार थर्मल, सौर, पवन, परमाणु और स्टोरेज स्रोतों का मिश्रण अपनाना चाहती है। बिहार का यह संयंत्र इस योजना की शुरुआत का प्रतीक है। आगे चलकर देश के अन्य राज्य भी इस दिशा में कदम उठाएंगे।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
बिहार का पहला परमाणु संयंत्र 2025 में स्वीकृत
उपयोग की गई तकनीक स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर (SMRs)
केंद्रीय बजट 2025-26 में आवंटन ₹20,000 करोड़
बैटरी स्टोरेज क्षमता 1,000 मेगावाट
वायबिलिटी गैप फंडिंग ₹18 लाख प्रति मेगावाट
व्यापक योजना पॉवर विजन 2035
SMRs का वैश्विक उपयोग अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन
बिहार की पूर्व ऊर्जा स्थिति बिजली की कमी, औद्योगिक विकास में बाधा
SMR का उद्देश्य सस्ती, कॉम्पैक्ट और ग्रिड-अनुकूल तकनीक
केंद्रीय लक्ष्य हर राज्य में एक परमाणु संयंत्र
Bihar's First Nuclear Power Plant Set to Transform State's Energy Landscape
  1. बिहार के पहले परमाणु ऊर्जा संयंत्र को 2025 में मंजूरी दी गई, जो एक प्रमुख ऊर्जा मील का पत्थर है।
  2. यह स्वच्छ और स्थिर बिजली का विस्तार करने के लिए भारत के परमाणु ऊर्जा मिशन का हिस्सा है।
  3. केंद्रीय बजट 2025-26 ने परमाणु बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए 20,000 करोड़ रुपये आवंटित किए।
  4. बिहार का संयंत्र कॉम्पैक्ट और सुरक्षित ऊर्जा के लिए छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (एसएमआर) तकनीक का उपयोग करेगा।
  5. एसएमआर को लागत प्रभावी, विश्वसनीय और छोटे ग्रिड के लिए उपयुक्त बनाया गया है।
  6. एसएमआर को वैश्विक रूप से अपनाने वालों में अमेरिका, कनाडा और यूके शामिल हैं।
  7. बिहार लंबे समय से बिजली की कमी और अनियमित बिजली आपूर्ति से जूझ रहा है।
  8. नए संयंत्र का उद्देश्य ऊर्जा उपलब्धता को स्थिर करना और नए उद्योगों को आकर्षित करना है।
  9. परियोजना स्थानीय रोजगार भी पैदा करेगी और बुनियादी ढांचे में सुधार करेगी।
  10. केंद्र ने बिहार में ग्रिड स्थिरता के लिए 1,000 मेगावाट की बैटरी भंडारण परियोजना को मंजूरी दी।
  11. बैटरी सिस्टम ऑफ-पीक समय में बाद में उपयोग के लिए ऊर्जा भंडारण की अनुमति देगा।
  12. बैटरी भंडारण को व्यवहार्य बनाने के लिए 18 लाख रुपये प्रति मेगावाट की व्यवहार्यता अंतर निधि की पेशकश की जाएगी।
  13. इस संयंत्र से बिहार के आर्थिक और औद्योगिक पुनरुद्धार में सहायता मिलने की उम्मीद है।
  14. यह कदम विविध ऊर्जा मिश्रण के पावर विजन 2035 के अनुरूप है।
  15. 2035 के विजन में तापीय, सौर, पवन, भंडारण और परमाणु ऊर्जा शामिल हैं।
  16. भारत का केंद्रीय लक्ष्य हर राज्य में कम से कम एक परमाणु संयंत्र स्थापित करना है।
  17. घोषणा का समय बिहार चुनाव से पहले राजनीतिक प्रासंगिकता जोड़ता है।
  18. पारंपरिक परमाणु रिएक्टरों की तुलना में एसएमआर अधिक सुरक्षित और अधिक प्रबंधनीय हैं।
  19. यह परियोजना स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा स्रोतों की ओर भारत के बदलाव को दर्शाती है।
  20. बिहार का परमाणु संयंत्र राज्य की विद्युत विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ का प्रतिनिधित्व करता है।

Q1. बिहार के पहले परमाणु ऊर्जा संयंत्र में किस प्रकार की रिएक्टर तकनीक का उपयोग किया जाएगा?


Q2. केंद्र सरकार के बजट 2025–26 में न्यूक्लियर एनर्जी मिशन के लिए कितनी राशि आवंटित की गई है?


Q3. बिहार में परमाणु संयंत्र के साथ स्वीकृत बैटरी परियोजना की संग्रहण क्षमता कितनी है?


Q4. निम्नलिखित में से कौन से देश पहले से ही स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) तकनीक में निवेश कर रहे हैं?


Q5. 2025–26 की योजना के अनुसार भारत के न्यूक्लियर एनर्जी मिशन का मुख्य उद्देश्य क्या है?


Your Score: 0

Daily Current Affairs June 29

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

दिन की खबरें

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.