बाल साहित्य की विविध आवाज़ों को सम्मान
भारत की समृद्ध साहित्यिक विरासत बाल साहित्य पुरस्कार 2025 की घोषणा के साथ और भी रंगीन हो गई है। साहित्य अकादमी द्वारा घोषित इस पुरस्कार में 24 भारतीय भाषाओं में रचित उत्कृष्ट बाल साहित्य को सम्मानित किया गया। श्री माधव कौशिक की अध्यक्षता वाली समिति ने ऐसे लेखकों को चुना जिन्होंने बच्चों की कल्पनाशक्ति और सोच को समृद्ध किया है।
2019 से 2023 तक के कार्यों को मान्यता
पुरस्कार के लिए पात्र पुस्तकें 1 जनवरी 2019 से 31 दिसंबर 2023 के बीच प्रकाशित होनी चाहिए थीं। यह समयसीमा यह सुनिश्चित करती है कि चयनित रचनाएँ आधुनिक, पठनीय, और प्रासंगिक हों। इससे उभरती प्रतिभाओं और पारंपरिक कथाओं के नए दृष्टिकोणों को पहचानने में मदद मिली।
भाषाई और सांस्कृतिक विविधता की झलक
इस पुरस्कार की विशेषता इसकी भाषाई समावेशिता है। विजयी रचनाएं 24 अलग–अलग भारतीय भाषाओं से हैं—जैसे असमिया, तमिल, हिंदी, उर्दू और अंग्रेज़ी। उदाहरण के लिए, “Indian Myths and Fables Retold” (अंग्रेज़ी) और “ஒற்றை சிறகோ ஒர்வா“ (तमिल) जैसी कृतियाँ क्षेत्रीय संस्कृति, कल्पना और भाषा की विविधता को प्रस्तुत करती हैं।
पहचानी गई विभिन्न विधाएं
2025 के बाल साहित्य पुरस्कारों में कई साहित्यिक विधाओं को मान्यता मिली:
- कविता: महाभारतर पद्य (असमिया), बालवियम (संस्कृत)
- लघुकथाएँ: नोटबुक (कन्नड़), एक काले बारा (हिंदी)
- उपन्यास: रंगमंडलाचे याद्रावदी (मलयालम)
- नाटक: अंगांगिनगे शमाहुंगसिदा (मणिपुरी)
- निबंध: कौमी सितारे (उर्दू)
इस विविधता से यह सुनिश्चित होता है कि हर क्षेत्र के बच्चों को उनकी संस्कृति से जुड़ी कहानियाँ मिल सकें।
विजेताओं को क्या मिलता है?
प्रत्येक विजेता को तांबे की पट्टिका एक विशेष संदूक में और ₹50,000 की राशि दी जाती है। यह केवल आर्थिक पुरस्कार नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक मान्यता है कि साहित्य बच्चों की सोच और मूल्य निर्माण में अहम भूमिका निभाता है।
बाल साहित्य के माध्यम से संस्कृति को संजोना
आज के डिजिटल युग में यह पुरस्कार याद दिलाता है कि अच्छी किताबें बच्चों के लिए कितनी ज़रूरी हैं। जब कहानियाँ मातृभाषा में होती हैं, तो वे केवल ज्ञान ही नहीं, संवेदना और पहचान भी देती हैं। मैथिली, संताली, कोंकणी जैसी भाषाओं में लेखन को प्रोत्साहन देना भारतीय भाषाओं को जीवंत बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Static GK Snapshot (हिंदी में)
विषय | विवरण |
पुरस्कार का नाम | बाल साहित्य पुरस्कार |
आयोजक संस्था | साहित्य अकादमी |
संबद्ध मंत्रालय | संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार |
वर्ष | 2025 |
कुल विजेता | 24 |
पात्रता प्रकाशन अवधि | 2019 से 2023 |
पुरस्कार राशि | ₹50,000 |
मान्यता का स्वरूप | तांबे की पट्टिका + नकद पुरस्कार |
निर्णायक अध्यक्ष | श्री माधव कौशिक |
मान्य विधाएं | कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक, लेख |
सम्मिलित भाषाएं | 24 भारतीय भाषाएं |
आयोजन प्रकार | वार्षिक |
उद्देश्य | भारत में बाल साहित्य को प्रोत्साहन देना |
मुख्य भाषाएं | असमिया, तमिल, अंग्रेज़ी, हिंदी, उर्दू |
नवीनतम संस्करण | 2025 |
प्रथम आयोजन | 2010 (Static GK) |
लक्षित पाठक वर्ग | बच्चे और किशोर |