अभूतपूर्व फरवरी: ऐतिहासिक तापमान वृद्धि
भारत ने 1901 के बाद सबसे गर्म फरवरी का अनुभव किया, जैसा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की नवीनतम रिपोर्ट में बताया गया है। औसत तापमान 22.04°C रहा, जो सामान्य से 1.49°C अधिक था। मध्य भारत में यह वृद्धि और भी गंभीर रही—1.94°C अधिक। अधिकतम तापमान 29.07°C दर्ज हुआ, जो 1953 के 29.5°C के बाद दूसरा सबसे अधिक है। यह केवल रिकॉर्ड नहीं हैं—यह जलवायु आपदा की चेतावनी हैं।
मध्य भारत में वर्षा लगभग गायब
जब तापमान चरम पर था, तब वर्षा भी बेहद कम हुई। फरवरी 2025 में भारत ने 59% वर्षा की कमी दर्ज की। मध्य भारत में 89.3% की भारी गिरावट रही—सिर्फ 50.2 मिमी वर्षा के साथ यह 2001 के बाद सबसे शुष्क फरवरी रही। पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में स्थिति थोड़ी बेहतर रही, लेकिन वहाँ भी सामान्य से कम वर्षा हुई। यह ताप और सूखे का संयुक्त प्रभाव कृषि, जल आपूर्ति और ग्रामीण जीवन पर गंभीर प्रभाव डाल रहा है।
जलवायु परिवर्तन अब दूर की बात नहीं
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह चरम मौसम घटना संयोग नहीं है। वैश्विक तापमान में वृद्धि और पश्चिमी विक्षोभ की कमी ने मिलकर यह स्थिति पैदा की है। 2024 में ही भारत का औसत तापमान 1.5°C ऊपर था। इन बदलावों की दोहराव दर जितनी अधिक होगी, उनके प्रभावों को संभालना उतना ही कठिन होता जाएगा।
शहरी क्षेत्र सबसे पहले झेलते हैं गर्मी का असर
दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरी क्षेत्र सबसे ज्यादा जोखिम में हैं। शहरी इलाकों में “अर्बन हीट आइलैंड प्रभाव” के कारण तापमान ग्रामीण इलाकों की तुलना में अधिक तेज़ी से बढ़ता है। कंक्रीट संरचनाएं गर्मी को फँसाती हैं, और हरियाली की कमी स्थिति को और बिगाड़ देती है। दिहाड़ी मजदूरों, बुजुर्गों और बच्चों के लिए यह जीवन–मरण का प्रश्न बन जाता है।
आगामी हीटवेव की चेतावनी
IMD ने मार्च से मई 2025 के बीच ऊपर–औसत हीटवेव दिनों की भविष्यवाणी की है। राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश में गर्मी की लहरें सामान्य से अधिक दिन तक चल सकती हैं। इससे बिजली की माँग, कृषि उत्पादन, और जन स्वास्थ्य पर भारी दबाव पड़ेगा। तुरंत कार्यवाही की आवश्यकता है।
जलवायु लचीलापन की आवश्यकता
इस फरवरी ने एक स्पष्ट चेतावनी दी है। वैज्ञानिक और मौसम विभाग कह रहे हैं कि अब ज़रूरत है—जल्दी चेतावनी प्रणाली, सतत ऊर्जा, ठंडी छतों, प्रतिबिंबित पेंट, सौर ऊर्जा, और जल संरक्षण उपायों की। भविष्य तेज़ी से गरम हो रहा है—हमें अपनी प्रतिक्रिया उससे भी तेज़ करनी होगी।
STATIC GK SNAPSHOT (प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु सारांश)
विषय | विवरण |
सबसे गर्म फरवरी | फरवरी 2025 (22.04°C औसत तापमान) |
तापमान विसंगति | राष्ट्रीय स्तर पर +1.49°C, मध्य भारत में +1.94°C |
वर्षा घाटा (फरवरी 2025) | राष्ट्रीय –59%, मध्य भारत –89.3% |
दूसरा सबसे अधिक अधिकतम तापमान | 29.07°C (1953 में 29.5°C था) |
हीटवेव पूर्वानुमान | मार्च–मई 2025: पश्चिम भारत में ऊँची गर्मी |
सर्वाधिक प्रभावित शहर | दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु |
दीर्घकालिक रुझान | 2024–25: वार्षिक औसत तापमान +1.5°C |