चंडीगढ़ अव्वल, लेकिन कोई राज्य शीर्ष ग्रेड तक नहीं पहुँचा
18 जून 2025 को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स (PGI) 2.0 जारी किया गया। यह रिपोर्ट राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए एक शैक्षिक रिपोर्ट कार्ड की तरह है। इस बार किसी भी राज्य ने 761 से 1000 अंकों वाले शीर्ष ग्रेड को प्राप्त नहीं किया। यह दिखाता है कि देश भर में शिक्षा के क्षेत्र में अब भी काफी सुधार की जरूरत है।
ग्रेडिंग संरचना को समझना
PGI स्कोरिंग प्रणाली कुल 1000 अंकों पर आधारित है, जिसमें शिक्षण परिणाम, स्कूल अवसंरचना, शिक्षक प्रशिक्षण, और शिक्षा प्रणाली की शासन व्यवस्था जैसे व्यावहारिक मानक शामिल हैं। उच्चतम श्रेणी में 761–1000 अंक होते हैं, परंतु कोई भी राज्य इस श्रेणी में नहीं आया।
चंडीगढ़ की शानदार उपलब्धि
चंडीगढ़ ने 719 अंक हासिल कर प्रचेस्टा-1 श्रेणी (701–760) में स्थान प्राप्त किया। इसका अर्थ है कि चंडीगढ़ ने सीखने के परिणामों और बुनियादी सुविधाओं में देश के अन्य हिस्सों की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया है।
अन्य राज्यों की स्थिति
पंजाब, दिल्ली और अन्य 8 राज्य प्रचेस्टा-3 श्रेणी (581–640) में रहे। ये राज्य मध्यम स्तर पर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन उच्च ग्रेड तक पहुँचने में अभी समय लगेगा। वहीं, मेघालय को केवल 417 अंक मिले, जिससे वह आकांक्षी-3 (सबसे निचली श्रेणी) में आ गया।
कमजोर राज्यों की चुनौतियाँ
असम और तेलंगाना ने 461 से 520 के बीच स्कोर किया, जिससे वे आकांक्षी-2 श्रेणी में रखे गए। ये राज्य शिक्षण की निरंतरता, स्कूल संरचना, और छात्र प्रदर्शन में पीछे हैं, जिसके लिए विशेष प्रयासों की आवश्यकता है।
शिक्षा तक पहुँच में प्रगति
PGI रिपोर्ट में शैक्षिक पहुँच एक महत्वपूर्ण मानदंड है, जिसमें दाखिला, ड्रॉपआउट रेट, और उच्च कक्षा में जाने वाले छात्रों की संख्या देखी जाती है। इस वर्ष बिहार और तेलंगाना ने इस क्षेत्र में अच्छी प्रगति दिखाई।
बुनियादी ढांचे में सुधार
स्कूलों में स्वच्छ पेयजल, प्रभावी शौचालय, पुस्तकालय, और इंटरनेट कनेक्टिविटी जैसे मानकों से अवसंरचना का मूल्यांकन हुआ। दिल्ली, जम्मू–कश्मीर, और तेलंगाना ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार दिखाए।
स्कोरिंग प्रक्रिया कैसे काम करती है?
PGI स्कोर प्रत्येक संकेतक के भार और प्रदर्शन प्रतिशत पर आधारित होता है। उदाहरण के लिए, यदि कक्षा 5 के 50% छात्र गणित में अच्छे हैं और उस संकेतक का कुल वेटेज 20 अंक है, तो राज्य को 0.5 × 20 = 10 अंक मिलते हैं। इससे स्कोरिंग वास्तविक परिणामों पर आधारित रहती है, न कि महज कागज़ी आंकड़ों पर।
Static GK Snapshot (हिंदी में)
राज्य/केंद्र शासित प्रदेश | PGI श्रेणी | स्कोर रेंज | प्रमुख उपलब्धि |
चंडीगढ़ | प्रचेस्टा-1 | 701–760 | सबसे उच्च स्कोर – 719 |
पंजाब, दिल्ली (10 राज्य) | प्रचेस्टा-3 | 581–640 | मध्यम प्रदर्शन |
असम, तेलंगाना | आकांक्षी-2 | 461–520 | सुधार की आवश्यकता |
मेघालय | आकांक्षी-3 | 401–460 | सबसे कम स्कोर |
बिहार, तेलंगाना | शैक्षिक पहुँच | – | छात्रों की पहुँच में अधिक सुधार |
दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना | अवसंरचना | – | सुविधाओं में उन्नति |
कुल संकेतक | – | 1000 में | सीखना, शासन, संरचना आधारित |