उन अभ्यर्थियों के लिए नया अवसर जो अंतिम सूची से चूक गए
हर UPSC अभ्यर्थी जो मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू पास करता है, जरूरी नहीं कि अंतिम चयन सूची में स्थान पाए। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उसकी मेहनत व्यर्थ जाए। प्रतिभा सेतु नामक पहल के माध्यम से संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने इन योग्य अभ्यर्थियों के लिए नया करियर प्लेटफॉर्म शुरू किया है, जिससे वे सरकारी और निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकें।
पहले की योजना से उन्नत, अधिक प्रभावी प्रणाली
इससे पहले Public Disclosure Scheme के तहत UPSC केवल उन अभ्यर्थियों की सूची वेबसाइट पर प्रकाशित करता था जिन्होंने अपनी जानकारी साझा करने की सहमति दी थी। वह सूची स्थैतिक और सीमित थी। लेकिन अब प्रतिभा सेतु एक इंटरैक्टिव और सुरक्षित लॉगिन–आधारित प्लेटफॉर्म है, जो रोजगारदाताओं और योग्य अभ्यर्थियों को सीधे जोड़ता है।
यह प्लेटफॉर्म कैसे काम करता है?
प्रतिभा सेतु एक लॉगिन–आधारित प्रणाली है, जिसमें केवल सत्यापित सरकारी और निजी संस्थान ही उन अभ्यर्थियों की प्रोफाइल देख सकते हैं जिन्होंने UPSC की सभी चरणों को पार किया लेकिन अंतिम चयन से चूक गए। यह प्रक्रिया पूरी तरह स्वैच्छिक है – यानी केवल वही अभ्यर्थी दिखेंगे जो अपनी प्रोफाइल साझा करने की अनुमति देंगे।
किसे मिलेगा लाभ और कैसे?
वर्षों की UPSC तैयारी के बाद जब कोई कुछ अंकों से चूकता है तो हताशा होती है। प्रतिभा सेतु ऐसे ही अभ्यर्थियों को एक प्लेटफॉर्म देता है, जिससे वे अपनी योग्यता को प्रदर्शित कर सकें। वहीं, कंपनियों और संस्थानों को देश की सबसे कठिन परीक्षा से छंटे हुए प्रतिभाशाली युवा मिलते हैं। इससे भारत की मानव पूंजी का बेहतर उपयोग संभव होता है।
एक रणनीतिक और मानवीय पहल
यह पहल न केवल रणनीतिक दृष्टि से अहम है, बल्कि यह मानव संसाधन की बर्बादी को रोकने की दिशा में एक संवेदनशील कदम भी है। UPSC द्वारा चयनित न हो पाने वाले, लेकिन योग्यता सिद्ध करने वाले उम्मीदवारों को अब नई पहचान और नया मंच मिल रहा है। इससे रोजगार और प्रशासन के क्षेत्र में नवाचार को बल मिलेगा।
Static GK Snapshot (हिंदी में)
विषय | विवरण |
योजना का नाम | प्रतिभा सेतु |
शुरू करने वाली संस्था | संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) |
आरंभ तिथि | 20 जून 2025 |
पूर्व नाम | सार्वजनिक प्रकटीकरण योजना |
उद्देश्य | गैर-सिफारिशित UPSC उम्मीदवारों को रोजगारदाताओं से जोड़ना |
भागीदारी का तरीका | स्वैच्छिक (Opt-in) |
प्लेटफॉर्म एक्सेस | सत्यापित सरकारी व निजी क्षेत्र के नियोक्ता |
प्रमुख विशेषता | लॉगिन-आधारित सुरक्षित प्रोफ़ाइल साझा प्रणाली |
लक्षित समूह | वे अभ्यर्थी जिन्होंने सभी चरण पास किए लेकिन अंतिम चयन से चूके |
UPSC संबंधित अनुच्छेद | अनुच्छेद 315, भारतीय संविधान |