तीर्थनगरी को नगर निगम का दर्जा
भारत की प्रमुख धार्मिक नगरी पुरी को अब नगर निगम का दर्जा मिल गया है, जिससे यह ओडिशा का छठा नगर निगम बन गया है। यह घोषणा मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने 5 जुलाई 2025 को बहुदा यात्रा से पहले की।
इस फैसले का उद्देश्य शहर के आधारभूत ढांचे में सुधार, शासन की दक्षता और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के प्रभावी प्रबंधन को सुनिश्चित करना है।
ओडिशा के प्रमुख नगरों की सूची में पुरी की एंट्री
पुरी अब भुवनेश्वर, कटक, संबलपुर, बेरहामपुर और राउरकेला जैसे नगर निगमों की श्रेणी में शामिल हो गया है।
नए दर्जे के साथ, स्वच्छता, पेयजल, सड़कों की मरम्मत, और ड्रेनेज व्यवस्था जैसी सेवाओं का बेहतर संचालन संभव होगा। साथ ही पुरी सदर और ब्रह्मगिरि ब्लॉकों की 7–8 ग्राम पंचायतों को भी निगम में जोड़ा जाएगा।
Static GK तथ्य: ओडिशा में सबसे पहले भुवनेश्वर को 1994 में नगर निगम घोषित किया गया था।
प्रशासनिक विस्तार की ज़रूरत क्यों पड़ी
प्रशासनिक अपग्रेडेशन की ज़रूरत इसलिए पड़ी क्योंकि रथ यात्रा जैसे विशाल धार्मिक आयोजनों के दौरान मौजूदा नगर पालिका व्यवस्था पर भारी दबाव पड़ता था।
हर साल लाखों श्रद्धालु पुरी आते हैं, जिससे सुरक्षा, सफाई और सेवाओं के वितरण में अड़चनें आती थीं। अब निगम स्तर पर अधिक सशक्त प्रशासनिक ढांचा इन चुनौतियों से निपट सकेगा।
सांस्कृतिक संस्थानों का निर्माण भी होगा
केवल ढांचागत सुधार नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री ने श्री जगन्नाथ म्यूज़ियम, पुस्तकालय और अनुसंधान केंद्र की भी घोषणा की।
इन संस्थानों का उद्देश्य जगन्नाथ संस्कृति के संरक्षण और प्रसार को बढ़ावा देना है। साथ ही 300 सीटों वाला ऑडिटोरियम भी बनाया जाएगा, जहां लाइट एंड साउंड शो के ज़रिए जगन्नाथ की कथाओं को दर्शाया जाएगा।
Static GK टिप: पुरी का जगन्नाथ मंदिर हिंदू धर्म के चार धामों में से एक है।
2036 तक आधुनिक आध्यात्मिक शहर का विज़न
पुरी को नगर निगम बनाना ओडिशा सरकार की “विज़न 2036” योजना का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य राज्य की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने तक पुरी को आधुनिक, स्वच्छ, हरित और सांस्कृतिक पर्यटन हब बनाना है।
मुख्यमंत्री ने ज़ोर दिया कि यह कदम आर्थिक विकास और पर्यटन आधारित रोज़गार को भी बढ़ावा देगा।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
घोषणा की तारीख | 5 जुलाई 2025 |
घोषणाकर्ता | मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी |
नया दर्जा | नगर निगम |
ओडिशा में क्रम | छठा नगर निगम |
अन्य नगर निगम | भुवनेश्वर, कटक, संबलपुर, बेरहामपुर, राउरकेला |
किस उत्सव से जुड़ा | बहुदा यात्रा |
अतिरिक्त परियोजनाएँ | जगन्नाथ म्यूज़ियम, पुस्तकालय, अनुसंधान केंद्र |
लक्ष्य वर्ष (विकास हेतु) | 2036 |
जोड़ी गई पंचायतें | 7–8 ग्राम पंचायतें |
ऑडिटोरियम क्षमता | 300 सीटें |