जनस्वास्थ्य में अभिनव पहल
पुडुचेरी देश का पहला केंद्रशासित प्रदेश बन गया है जिसने फैमिली अडॉप्शन कार्यक्रम के साथ टीबी स्क्रीनिंग को जोड़ा है। यह मॉडल बीमारी की शुरुआती पहचान और समय पर उपचार के बीच की खाई को पाटने के लिए सामुदायिक-आधारित दृष्टिकोण को अपनाता है।
मेडिकल छात्र जब अपने द्वारा गोद ली गई परिवारों से मिलते हैं, तब वे टीबी लक्षणों की जांच भी करते हैं।
भविष्य के चिकित्सकों की भूमिका
इस पहल में मेडिकल छात्रों को फ्रंटलाइन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता की भूमिका दी गई है। लक्षणों की पहचान होते ही वे तुरंत जांच, परामर्श और फॉलो–अप सुनिश्चित करते हैं, जिससे रोग की पहचान में विलंब कम होता है।
यह रणनीति विशेष रूप से वंचित समुदायों तक पहुंचने और स्वास्थ्य सेवा की समयबद्धता में सहायक है।
Static GK तथ्य: पुडुचेरी में 9 मेडिकल कॉलेज हैं, जो इस मॉडल के क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
टीबी मृत्यु विश्लेषण में वर्बल ऑटोप्सी
टीबी से हुई मौतों के विश्लेषण के लिए पुडुचेरी में वर्बल ऑटोप्सी का उपयोग किया जा रहा है। इसमें परिवारजनों से संरचित बातचीत के ज़रिए मौत से पहले के चिकित्सा प्रयासों की जानकारी ली जाती है।
शुरुआती अध्ययन दर्शाते हैं कि कई मौतें टीबी के निदान के दो सप्ताह से अधिक बाद हुईं, जिससे जल्द इलाज की ज़रूरत स्पष्ट होती है।
Static GK टिप: WHO ने वर्बल ऑटोप्सी को उन क्षेत्रों में मान्यता दी है जहां मृत्यु प्रमाणन प्रणाली सीमित है।
कॉलेजों की नेतृत्व भूमिका
पुडुचेरी के मेडिकल कॉलेजों का योगदान टीबी नियंत्रण के 45% मामलों की अधिसूचना के साथ उल्लेखनीय है। वे:
- एक्टिव केस फाइंडिंग (ACF) अभियान चला रहे हैं
- जांच सुविधाएं और उपचार बेड उपलब्ध करवा रहे हैं
- सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं
आधुनिक जांच तकनीक से सटीक पहचान
टीबी की प्रारंभिक पहचान को बढ़ावा देने के लिए अब AI-सक्षम चेस्ट एक्स–रे और NAAT (न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्ट) का उपयोग किया जा रहा है, खासकर उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों में।
जिन व्यक्तियों में पूर्व स्थितियाँ हैं, उन्हें अगली स्क्रीनिंग के लिए निगरानी सूची में रखा जा रहा है।
Static GK तथ्य: NAAT टेस्ट टीबी की तेज़ और सटीक पहचान के लिए वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
पुडुचेरी में NTEP की संरचना
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP) पुडुचेरी में 2004 से लागू है। यह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवा विभाग के अधीन काम करता है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा समर्थित है।
क्षेत्र में 13.92 लाख लोगों को कवर करने वाली एकल TB जिला इकाई है, जिसमें विशेष प्रयोगशाला, कल्चर टेस्टिंग और ड्रग रेसिस्टेंस जांच की सुविधाएं हैं।
Static GK टिप: पुडुचेरी का गवर्नमेंट चेस्ट हॉस्पिटल IRL यानी इंटरमीडिएट रेफरेंस लैब का संचालन करता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
पुडुचेरी की पहल | पहला UT जिसने TB स्क्रीनिंग को फैमिली अडॉप्शन प्रोग्राम में जोड़ा |
फैमिली अडॉप्शन प्रोग्राम | मेडिकल छात्र 3–5 परिवारों को अपनाकर स्वास्थ्य देखभाल निगरानी करते हैं |
टीबी जांच उपकरण | AI चेस्ट एक्स-रे, NAAT टेस्ट |
प्रमुख संस्था | इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGMC) |
मृत्यु विश्लेषण पद्धति | वर्बल ऑटोप्सी |
टीबी अधिसूचना में कॉलेजों की हिस्सेदारी | 45% |
NTEP आरंभ तिथि | 20 फरवरी 2004 |
टीबी कवरेज आबादी | 13.92 लाख |
IRL स्थान | गवर्नमेंट हॉस्पिटल फॉर चेस्ट डिज़ीज़ |
मेडिकल आयोग निर्देश | फैमिली अडॉप्शन प्रोग्राम सभी कॉलेजों के लिए अनिवार्य |