एक प्रतीकात्मक तकनीकी-सांस्कृतिक कूटनीति
13 फरवरी 2025 को, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के आधिकारिक दौरे के दौरान टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क से ब्लेयर हाउस, वॉशिंगटन डी.सी. में मुलाकात की। इस मुलाकात में विज्ञान और संस्कृति से जुड़े प्रतीकात्मक उपहारों का आदान–प्रदान हुआ। मस्क ने मोदी को स्पेसएक्स के स्टारशिप फ्लाइट टेस्ट 5 में प्रयोग की गई सिरेमिक हीटशील्ड टाइल भेंट की। बदले में पीएम मोदी ने मस्क के बच्चों को तीन भारतीय साहित्यिक कृतियां भेंट कीं—जो परंपरा और आधुनिकता का सुंदर मेल दर्शाती हैं।
अंतरिक्ष अन्वेषण का प्रतीक: स्टारशिप हीटशील्ड टाइल
यह हीटशील्ड टाइल अत्यधिक गर्मी और वायुमंडलीय पुनः प्रवेश को सहन करने के लिए डिज़ाइन की गई है। यह अक्टूबर 2024 की स्टारशिप फ्लाइट टेस्ट 5 का हिस्सा थी, जिसमें सुपर हैवी बूस्टर की सफल वापसी और पकड़ को दर्शाया गया। इस टाइल पर मिशन से जुड़ी जानकारी खुदी हुई है, जो इसे वैज्ञानिक धरोहर और वैश्विक सहयोग का प्रतीक बनाती है।
भारतीय पुस्तकों का उपहार: ज्ञान और मूल्य
पीएम मोदी ने मस्क के बच्चों को “द क्रेसेंट मून” (रवींद्रनाथ टैगोर), “आर. के. नारायण कलेक्शन“, और “पंचतंत्र“ भेंट किए। ये पुस्तकें भारतीय कहानी परंपरा, नैतिक मूल्यों और सांस्कृतिक विरासत का परिचय कराती हैं। बाद में, मोदी ने सोशल मीडिया पर मस्क के बच्चों की इन किताबों को पढ़ते हुए तस्वीरें साझा कीं—जिससे यह सांस्कृतिक पहल वैश्विक चर्चा का विषय बन गई।
प्रमुख चर्चाएं: भविष्य की साझेदारी
इस बैठक में अंतरिक्ष अन्वेषण, इलेक्ट्रिक वाहन, स्वच्छ ऊर्जा, और प्रौद्योगिकी आधारित शासन पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने भारत के “न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन” मॉडल की व्याख्या की, जिससे वैश्विक टेक कंपनियां भारत में निवेश के लिए आकर्षित हो रही हैं। मस्क ने भारत के ईवी और स्पेस टेक इकोसिस्टम में गहरी रुचि दिखाई, जिससे स्पेसएक्स और टेस्ला की साझेदारी की संभावनाएं मजबूत हुईं।
पहले भी मिल चुके हैं मोदी और मस्क
यह पहली मुलाकात नहीं थी। 2015 में पीएम मोदी ने टेस्ला के सैन जोस प्लांट का दौरा किया था, जहां मस्क ने उन्हें सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहनों पर जानकारी दी थी। समय के साथ, भारत–अमेरिका तकनीकी संबंधों में इन दोनों की बातचीत महत्वपूर्ण रही है।
विज्ञान और परंपरा का संगम
यह मुलाकात सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि संस्कृति और विज्ञान के सुंदर मेल का प्रतीक बन गई। हीटशील्ड टाइल जहां भारत–अमेरिका अंतरिक्ष सहयोग का प्रतीक है, वहीं भारतीय पुस्तकें ज्ञान और परंपरा की जड़ें दर्शाती हैं। यह पूर्व और पश्चिम के बीच ज्ञान के आदान–प्रदान की समग्र कहानी प्रस्तुत करती है।
STATIC GK SNAPSHOT (स्थैतिक जीके जानकारी)
विषय | विवरण |
बैठक की तिथि | 13 फरवरी 2025 |
स्थान | ब्लेयर हाउस, वॉशिंगटन डी.सी., अमेरिका |
मस्क का उपहार | स्टारशिप की सिरेमिक हीटशील्ड टाइल (फ्लाइट टेस्ट 5) |
मोदी का उपहार | भारतीय साहित्य: द क्रेसेंट मून, पंचतंत्र, आर. के. नारायण कलेक्शन |
चर्चा के विषय | अंतरिक्ष तकनीक, ईवी, एआई, शासन सुधार |
स्टारशिप उपलब्धि | सुपर हैवी बूस्टर की सफल वापसी और पुनः प्रवेश परीक्षण |
पहली मोदी-मस्क मुलाकात | 2015, टेस्ला प्लांट, सैन जोस |
भारतीय लेखक | रवींद्रनाथ टैगोर, आर. के. नारायण, विष्णु शर्मा |
स्पेसएक्स स्थापना वर्ष | 2002 (एलन मस्क द्वारा) |
संबंधित मंत्रालय (भारत) | विदेश मंत्रालय एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय |