शांत बैसरन घाटी में आतंकी कहर
22 अप्रैल 2025 को, जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में स्थित बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने राज्य की पर्यटन बहाली की उम्मीदों को गहरी चोट पहुंचाई।
करीब 26 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए जब 2 से 3 आतंकवादियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी।
यह हमला पर्यटन सीज़न के चरम पर हुआ, जिससे केवल पीड़ितों पर ही नहीं, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार पर भी सीधा असर पड़ा।
सुरक्षा तंत्र पर उठते सवाल
बैसरन, जो केवल पैदल या टट्टू के माध्यम से ही पहुंचा जा सकता है, को अब तक सुरक्षित पर्यटन स्थल माना जाता था।
लेकिन इस बार इस दुर्गमता का फायदा उठाते हुए, हमलावर घने जंगलों की ओर भाग निकले।
जम्मू–कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने तुरंत मोर्चा संभालकर बचाव व तलाशी अभियान चलाया।
फिर भी, यह घटना घाटी में पर्यटक सुरक्षा व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े करती है—विशेषकर ऐसे समय में जब अमरनाथ यात्रा और चुनाव निकट हैं।
पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर असर
यह हमला कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र के लिए बड़ा झटका है, जो 2018 से लगातार सुधार की राह पर था।
घटना के बाद,
- होटल बुकिंग्स रद्द,
- अमरनाथ यात्रा मार्गों पर अनिश्चितता,
- और ट्रैवल एजेंसियों की योजनाओं में अव्यवस्था देखी जा रही है।
शिकारा चालक, टट्टू गाइड, होटल कर्मचारी जैसे हजारों स्थानीय लोगों की आजीविका अब फिर संकट में पड़ गई है।
राजनीतिक और रणनीतिक संकेत
2025 में यह पहला पर्यटक हमला है और यह मई 2024 में हुए इसी तरह के हमले के कुछ ही महीनों बाद हुआ है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह हमला शांति और चुनाव प्रक्रिया को कमजोर करने के उद्देश्य से किया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, और स्थानीय नेता जैसे महबूबा मुफ्ती और सज्जाद लोन ने इस हमले की कड़ी निंदा की है।
अब सुरक्षा समीक्षा और प्रचार अभियानों पर विराम जैसी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान झलक (STATIC GK SNAPSHOT)
विषय | विवरण |
घटना | पहलगाम आतंकी हमला, 22 अप्रैल 2025 |
स्थान | बैसरन घाटी, अनंतनाग जिला, दक्षिण कश्मीर |
हताहत | 26 मारे गए, कई घायल |
निशाना | शांतिपूर्ण स्थल पर निहत्थे पर्यटक |
हमले का तरीका | 2–3 आतंकियों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग |
प्रतिक्रिया टीमें | जम्मू-कश्मीर पुलिस, भारतीय सेना, सीआरपीएफ |
प्रभावित क्षेत्र | पर्यटन (होटल, गाइड, परिवहन) |
पिछला ऐसा हमला | मई 2024, कश्मीर घाटी |
प्रमुख पर्यटन स्थल | पहलगाम – अमरनाथ यात्रा मार्ग |
व्यापक प्रभाव | पर्यटन, सुरक्षा व्यवस्था और चुनावी माहौल पर असर |