वैश्विक जैव विविधता का ‘हॉटस्पॉट’
पश्चिमी घाट विश्व के आठ सबसे महत्वपूर्ण जैव विविधता हॉटस्पॉट्स में शामिल है। यह भारत के छह राज्यों में फैला हुआ है और गोदावरी, कृष्णा और कावेरी जैसी प्रमुख नदियों का उद्गम स्थल है। इसमें कई स्थानिक (endemic) प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
Static GK: 2012 में पश्चिमी घाट को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
पारिस्थितिक संरक्षण की पिछली कोशिशें
2012 में माधव गाडगिल समिति ने संपूर्ण पश्चिमी घाट को पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र (ESA) घोषित करने की सिफारिश की थी, परन्तु राज्य सरकारों के विरोध के कारण इसे खारिज कर दिया गया। इसके बाद कस्तूरीरंगन समिति का गठन हुआ जिसने केवल 56,825 वर्ग किमी क्षेत्र को ESA घोषित करने की सिफारिश की।
2025 की नई समीक्षा और त्वरित प्रक्रिया
2025 में संजय कुमार समिति के नेतृत्व में गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में ESA की समीक्षा की जा रही है। तीनों राज्य वर्तमान में पैनल के साथ सहयोग कर रहे हैं। सरकार अब राज्यों के लिए अलग–अलग अधिसूचना जारी करने की योजना बना रही है ताकि संरक्षण कार्य में तेजी लाई जा सके।
Static GK: पश्चिमी घाट का सबसे छोटा भाग गुजरात में है जबकि केरल में सबसे अधिक ESA क्षेत्र है।
राज्यवार जवाबदेही और विरोध
- गुजरात ने बहुत कम ESA क्षेत्र रिपोर्ट किया है।
- महाराष्ट्र ने अद्यतन डेटा प्रस्तुत किया है।
- गोवा ने समिति के निर्देशों का पूर्ण पालन किया है।
कर्नाटक जैसे राज्य अभी भी विरोध कर रहे हैं, विशेष रूप से रियल एस्टेट और बागवानी उद्योगों पर प्रभाव के कारण। इससे विकास और संरक्षण के बीच टकराव स्पष्ट होता है।
कानूनी प्राथमिकता और आपदा से चेतावनी
पैनल राज्यों को प्रोत्साहन देने और कानूनी रूप से टिकाऊ समाधान ढूँढने पर काम कर रहा है। हाल ही में केरल के वायनाड जिले में आए भूस्खलन ने संकट की गंभीरता को उजागर कर दिया है।
Static GK: वायनाड, केरल के उत्तरी पश्चिमी घाट क्षेत्र में स्थित है और हर साल भारी मानसून वर्षा से प्रभावित होता है।
आगे की राह
समिति अगस्त 2025 तक अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंपेगी और फेज़–आधारित अधिसूचना जारी की जाएगी। इससे राज्य आपसी सहमति की प्रतीक्षा किए बिना संरक्षण कार्य आरंभ कर सकते हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table (Hindi)
विषय | विवरण |
कस्तूरीरंगन द्वारा प्रस्तावित ESA | 56,825 वर्ग किमी |
यूनेस्को विश्व धरोहर टैग वर्ष | 2012 |
ESA पुनरीक्षण समिति अध्यक्ष | संजय कुमार |
वर्तमान समीक्षा में राज्य | गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा |
माधव गाडगिल समिति वर्ष | 2012 |
भूस्खलन प्रभावित जिला | वायनाड, केरल |
पश्चिमी घाट में कुल राज्य | 6 |
प्रमुख नदियाँ | गोदावरी, कृष्णा, कावेरी |
जैव विविधता स्थिति | वैश्विक हॉटस्पॉट |
गोवा की समिति को प्रतिक्रिया | सहमति |