कृषि को ऑनलाइन लाने की दिशा में कदम
भारतीय कृषि ने डिजिटल युग में एक नया अध्याय शुरू किया है, जिसमें आईआईटी मद्रास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने मिलकर ‘परियोजना विस्तार‘ की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य है कि किसानों को पारंपरिक सलाह तंत्र की बजाय डिजिटल माध्यमों से तेज़ और प्रामाणिक जानकारी दी जाए। यह पहल ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंच बनाकर कृषि में स्मार्ट निर्णय लेने की दिशा में मदद करेगी।
‘विस्तार’ से किसानों को क्या मिलेगा?
इस योजना का पूरा नाम है Virtually Integrated System to Access Agricultural Resources। यह किसानों को फसल उत्पादन, बाजार रणनीतियों, सरकारी योजनाओं, और सप्लाई चेन से जुड़ी जानकारी डिजिटल तरीके से उपलब्ध कराएगा। अब किसान मोबाइल पर सूचनाएं, कीट नियंत्रण उपाय, और मौसम की भविष्यवाणी जैसी जानकारियां सीधे प्राप्त कर सकेंगे।
स्टार्टअप्स बने तकनीक के इंजन
इस परियोजना का प्रमुख आधार है स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी। आईआईटी मद्रास के वाईएनओएस वेंचर इंजन के तहत 12,000 से अधिक एग्री–टेक स्टार्टअप्स को जोड़ा गया है। ये स्टार्टअप्स स्मार्ट सिंचाई, मिट्टी परीक्षण ऐप, फसल मूल्य निर्धारण तकनीक जैसी सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं जो पहले दूरस्थ किसानों के लिए उपलब्ध नहीं थीं।
पूरे भारत में समान पहुँच
डिजिटल कृषि विस्तार प्रणाली से केवल सुविधा ही नहीं बढ़ेगी, बल्कि समानता भी आएगी। अक्सर सीमांत और छोटे किसान जानकारी से वंचित रह जाते हैं। अब, स्मार्टफोन और सरल ऐप्स की मदद से वे पारंपरिक ज्ञान, कीट रोग अलर्ट, और नई सरकारी योजनाओं की जानकारी समय पर प्राप्त कर सकेंगे। इससे राज्यों और सामाजिक–आर्थिक स्तरों के बीच का अंतर कम होगा।
दीर्घकालीन विकास हेतु साझेदारी
तकनीकी संस्थान और केंद्रीय मंत्रालय की यह साझेदारी केवल प्रतीकात्मक नहीं है, बल्कि यह भारत के सतत और डिजिटल कृषि के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। परियोजना के तहत न केवल सेवाएं दी जाएंगी, बल्कि प्रशिक्षण और क्षमतावर्धन कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे किसान इन तकनीकों का पूर्ण लाभ उठा सकें। यह केवल एक ऐप नहीं है — यह भारतीय कृषि व्यवस्था में संरचनात्मक बदलाव है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
परियोजना लॉन्च | आईआईटी मद्रास और कृषि मंत्रालय की साझेदारी |
पूरा नाम | Virtually Integrated System to Access Agricultural Resources |
उद्देश्य | कृषि विस्तार सेवाओं का डिजिटलीकरण |
स्टार्टअप भागीदारी | 12,000+ एग्री-टेक स्टार्टअप्स |
मुख्य उद्देश्य | फसल सलाह, विपणन, सरकारी योजनाएं |
तकनीकी भागीदार | YNOS Venture Engine (IIT Madras) |
कृषि मंत्री | शिवराज सिंह चौहान |
आईआईटी मद्रास स्थान | चेन्नई, तमिलनाडु |
तमिलनाडु तथ्य | मुख्यमंत्री: एम.के. स्टालिन; राज्यपाल: आर.एन. रवि |
योजना का लाभ | दूरदराज के किसानों को वास्तविक समय में जानकारी और सुझाव |