जुलाई 18, 2025 8:31 पूर्वाह्न

पंजाब में कपास की खेती में 20% की उछाल, जल-संरक्षण की ओर बड़ा कदम

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Punjab Sees Cotton Revival with 20 Percent Growth in 2025

कपास की खेती फिर से जोर पकड़ रही है

पंजाब में वर्ष 2025 में कपास की खेती ने उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है, जिसमें कुल 2.98 लाख एकड़ भूमि पर कपास बोया गया है। 2024 में यह आंकड़ा 2.49 लाख एकड़ था, जिससे लगभग 20% की वृद्धि यानी 49,000 एकड़ की बढ़ोतरी हुई है। यह बदलाव फसल विविधीकरण नीति के तहत हुआ है, जो किसानों को पानी-बहुल धान से दूर करने का प्रयास है।

फाजिल्का, मानसा, बठिंडा और श्री मुक्तसर साहिब जैसे जिले जहां पहले कपास की भरपूर खेती होती थी, अब दोबारा इस पर लौट रहे हैं। कीट हमलों और लागत बढ़ने से कपास की खेती पिछड़ गई थी, लेकिन अब सरकार के प्रयासों से यह क्षेत्र पुनर्जीवित हो रहा है।

बीज सब्सिडी ने बढ़ाया रुझान

कपास बीजों पर 33% की सब्सिडी ने किसानों को फिर से कपास की ओर आकर्षित किया है। इससे खेती की लागत में कमी आई है और किसान ज्यादा आत्मविश्वास से इस दिशा में कदम उठा रहे हैं। ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली से इस योजना को पारदर्शी और सुलभ बनाया गया है, जिसमें अब तक 49,000 से अधिक किसान शामिल हो चुके हैं। पंजीकरण की अंतिम तिथि 15 जून 2025 है।

डिजिटल तकनीक से खेती को नया रूप

प्रमुख कृषि अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने जिलों में 100% किसानों का पंजीकरण सुनिश्चित करें। इससे बीज वितरण, सब्सिडी प्रबंधन और निगरानी प्रणाली अधिक सटीक और प्रभावी हो रही है। यह बिचौलियों की भूमिका को खत्म करता है और सरकारी लाभ सीधे किसानों तक पहुंचाता है।

धान से हटकर कपास की ओर क्यों?

पंजाब में पारंपरिक रूप से धान की खेती हावी रही है, लेकिन इससे भूजल स्तर तेजी से घटा है। वहीं कपास की खेती में अपेक्षाकृत कम पानी लगता है, जिससे यह पर्यावरण के लिहाज से अधिक टिकाऊ विकल्प बन गया है। यह पहल पूर्व-हरित क्रांति काल की कपास-प्रधान अर्थव्यवस्था को फिर से स्थापित करने का संकेत भी देती है।

सरकार के प्रयास रंग ला रहे हैं

फसल विविधीकरण, बीज सब्सिडी, और डिजिटल पहल जैसे कदम पंजाब को स्थायी कृषि की दिशा में ले जा रहे हैं। अब कपास जोखिम वाली फसल नहीं, बल्कि योजना-बद्ध खेती का हिस्सा बन चुकी है।

Static Usthadian Current Affairs Table

सारांश विवरण
कुल कपास क्षेत्र (2025) 2.98 लाख एकड़
कुल कपास क्षेत्र (2024) 2.49 लाख एकड़
वृद्धि 49,000 एकड़ (लगभग 20%)
प्रमुख उत्पादक जिले फाजिल्का, मानसा, बठिंडा, श्री मुक्तसर साहिब
सरकारी सब्सिडी कपास बीजों पर 33%
पंजीकरण की अंतिम तिथि 15 जून 2025
अब तक पंजीकृत किसान 49,000+
फसल विविधीकरण लक्ष्य धान पर निर्भरता कम करना
कृषि में डिजिटल बदलाव कपास खेती हेतु ऑनलाइन पंजीकरण
ऐतिहासिक रैंकिंग भारत – विश्व में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक
Punjab Sees Cotton Revival with 20 Percent Growth in 2025
  1. पंजाब में कपास की खेती का रकबा 2025 में 20 प्रतिशत बढ़कर98 लाख एकड़ हो गया।
  2. यह 2024 के49 लाख एकड़ के आंकड़े से 49,000 एकड़ की तीव्र वृद्धि दर्शाता है।
  3. पंजाब सरकार ने कपास की खेती को बढ़ावा देने के लिए 33 प्रतिशत बीज सब्सिडी शुरू की।
  4. फाजिल्का, मनसा, बठिंडा और श्री मुक्तसर साहिब जैसे जिले कपास की खेती में सुधार की अगुआई कर रहे हैं।
  5. कीटों के हमलों के कारण पिछली गिरावट के बाद इन जिलों में कपास की खेती फिर से शुरू हो गई है।
  6. यह वृद्धि पंजाब की फसल विविधीकरण नीति का हिस्सा है, जो धान पर निर्भरता को कम करती है।
  7. धान की खेती भूजल पर दबाव डालती है, जबकि कपास कम पानी का उपयोग करती है, जो स्थिरता का समर्थन करती है।
  8. 49,000 से अधिक किसानों ने ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से कपास की खेती के लिए पंजीकरण कराया है।
  9. डिजिटल पंजीकरण पारदर्शिता सुनिश्चित करता है और किसानों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण सुनिश्चित करता है।
  10. पंजीकरण 15 जून, 2025 तक खुला है, जिससे भागीदारी बढ़ेगी।
  11. मुख्य कृषि अधिकारियों को 100% किसान पंजीकरण सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया है।
  12. इस कदम का उद्देश्य बीज वितरण पर नज़र रखना और बिचौलियों को खत्म करना है।
  13. पंजाब बेहतर प्रशासन के लिए पारंपरिक खेती को आधुनिक डिजिटल उपकरणों के साथ जोड़ता है।
  14. राज्य भारत की दुनिया में दूसरे सबसे बड़े कपास उत्पादक के दर्जे के अनुरूप है।
  15. कपास के पुनरुद्धार ने पंजाब को हरित क्रांति से पहले की कृषि जड़ों से फिर से जोड़ा है।
  16. टिकाऊ खेती के लक्ष्य पंजाब के बदलते फसल परिदृश्य के केंद्र में हैं।
  17. बढ़ती पर्यावरणीय चिंताओं के बीच कपास बनाम धान की बहस जोर पकड़ रही है।
  18. कपास अब जोखिम भरी नहीं रही बल्कि राज्य के मार्गदर्शन में एक नियोजित फसल है।
  19. 33% कपास बीज सब्सिडी किसानों के आत्मविश्वास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
  20. पंजाब की रणनीति भारत में फसल विविधीकरण के लिए एक सक्रिय मॉडल को दर्शाती है।

Q1. 2025 में पंजाब में कपास की कुल खेती का क्षेत्रफल कितना है?


Q2. पंजाब में कपास की खेती के प्रति फिर से रुचि बढ़ने में किस सरकारी पहल का सबसे बड़ा योगदान है?


Q3. 2025 में पंजाब में कपास की खेती के लिए किसानों का ऑनलाइन पंजीकरण करने की अंतिम तिथि क्या है?


Q4. पंजाब में कपास की खेती के पुनरुत्थान में कौन से जिले मुख्य योगदानकर्ता हैं?


Q5. पंजाब में धान की तुलना में कपास की खेती को क्यों बढ़ावा दिया जा रहा है?


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Daily Current Affairs June 14

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