स्थानीय शासन पर राष्ट्रीय सूचकांक जारी
पंचायती राज मंत्रालय ने 13 फरवरी 2025 को नई दिल्ली में पंचायती विकेन्द्रीकरण सूचकांक 2025 जारी किया। यह सूचकांक राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा पंचायती राज संस्थाओं (PRI) को प्रशासनिक, वित्तीय और कार्यात्मक अधिकार सौंपने के स्तर का तुलनात्मक आकलन प्रस्तुत करता है। इसे भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (IIPA) द्वारा तैयार किया गया है।
कार्यात्मक विकेन्द्रीकरण में तमिलनाडु का दबदबा
सभी राज्यों में तमिलनाडु ने “कार्यक्षेत्र” (Functions) श्रेणी में पहला स्थान और कुल मिलाकर तीसरा स्थान प्राप्त किया है। यह 73वें संविधान संशोधन के प्रभावी कार्यान्वयन को दर्शाता है, जो ग्राम स्तर पर सत्ता हस्तांतरण और स्व–शासन को प्रोत्साहन देने के लिए बनाया गया था।
जमीनी स्तर के सशक्तिकरण के छह आयाम
सूचकांक में छह प्रमुख आयाम शामिल हैं: कानूनी प्रावधान, अधिकारों का हस्तांतरण, बजट आवंटन, स्टाफ समर्थन, क्षमता निर्माण, और पारदर्शिता तंत्र। “Functions” श्रेणी में तमिलनाडु ने अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए सबसे अधिक अंक प्राप्त किए।
पारदर्शिता और भागीदारी पर आधारित मॉडल
रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु की ग्राम पंचायतें विकास कार्यक्रमों की योजना और कार्यान्वयन में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। ग्राम स्तर के कर्मचारी और निर्वाचित प्रतिनिधि आपस में समन्वय करते हुए निर्णय लेते हैं, जिससे जनता की जवाबदेही और पारदर्शिता को बढ़ावा मिलता है।
प्रशिक्षण में भी अग्रणी
प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण और क्षमता विकास के क्षेत्र में तमिलनाडु दूसरे स्थान पर रहा। राज्य सरकार ने प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना और सीखने की जरूरतों की पहचान में निवेश किया है, जिससे स्थानीय प्रशासनिक नेतृत्व सशक्त हुआ है।
वित्तीय सहायता और स्टाफिंग में मजबूती
तमिलनाडु ने वित्तीय सहायता श्रेणी में तीसरा और मानव संसाधन तैनाती में दूसरा स्थान प्राप्त किया। पंचायतों को नियमित और पर्याप्त फंडिंग दी गई है और विभिन्न विभागों के बीच प्रभावी समन्वय स्थापित किया गया है।
विकेन्द्रीकृत योजना निर्माण का राष्ट्रीय मॉडल
तमिलनाडु का प्रदर्शन दर्शाता है कि ग्राम पंचायतें केवल प्रतीकात्मक निकाय नहीं, बल्कि स्थानीय विकास की असली इकाइयाँ हैं। यह राज्य अब भागीदारी आधारित शासन और स्थानीय निर्णय–निर्माण का राष्ट्रीय मॉडल बन गया है।
STATIC GK SNAPSHOT: भारत में पंचायत विकेन्द्रीकरण
विषय | विवरण |
सूचकांक जारीकर्ता | पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार |
तैयार किया गया | भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (IIPA) |
जारी करने की तिथि | 13 फरवरी 2025 |
तमिलनाडु का कुल स्थान | तीसरा |
शीर्ष रैंकिंग (श्रेणी) | कार्यात्मक विकेन्द्रीकरण में पहला स्थान |
संबंधित संविधान संशोधन | 73वां संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 |
पंचायत स्तर | ग्राम पंचायत, प्रखंड पंचायत, जिला पंचायत |
संविधान अनुच्छेद | अनुच्छेद 243, भाग IX |
अतिरिक्त तथ्य | तमिलनाडु, उच्च शहरीकरण दर के बावजूद ग्रामीण शासन में अग्रणी |