कूनूर में हरियाली का उत्सव
तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में कैटेरी पार्क, कूनूर में पहली बार “प्लांटेशन शो“ का आयोजन किया गया। यह आयोजन नीलगिरि समर फेस्टिवल 2025 का हिस्सा था और इसका उद्देश्य क्षेत्र की जैव विविधता, बागवानी संपदा और ईको–पर्यटन को बढ़ावा देना है। स्थानीय लोग, पर्यटक और प्रकृति प्रेमी इस शो में बड़ी संख्या में शामिल हुए।
संस्कृति और संरक्षण का समन्वय
यह शो पारंपरिक फूल प्रदर्शनी से हटकर था। इसमें सजावटी पौधों के साथ–साथ औषधीय जड़ी–बूटियां, सुगंधित झाड़ियाँ और पश्चिमी घाट की मूल प्रजातियाँ भी प्रदर्शित की गईं। इसका मुख्य उद्देश्य हरित आवरण के संरक्षण की आवश्यकता को लोगों तक पहुँचाना था। साथ ही, यह प्रदर्शनी चाय, नीलगिरी, मिर्च जैसी प्लांटेशन फसलों के पारंपरिक उपयोग को भी उजागर करती है।
ईको-पर्यटन और पर्यावरणीय जागरूकता
ऊटी और कूनूर जैसे हिल स्टेशनों में पर्यटन अक्सर केवल प्राकृतिक सुंदरता तक सीमित रहा है। लेकिन अब सरकार ईको–पर्यटन और जलवायु चेतना को बढ़ावा दे रही है। यह प्लांटेशन शो उसी दिशा में एक कदम है, जिससे पर्यटक वनस्पति विविधता और स्थानीय समुदायों के संरक्षण प्रयासों की सराहना कर सकें।
क्षेत्र से जुड़ी अन्य जानकारी
नीलगिरि पहाड़ियाँ पश्चिमी घाट का हिस्सा हैं और इन्हें UNESCO विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। कूनूर, ऊटी के बाद नीलगिरियों का दूसरा सबसे बड़ा हिल स्टेशन है। कैटेरी पार्क, कूनूर-मेट्टूपालयम मार्ग के पास स्थित है और फूलों के बाग और दृश्य सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का शीतोष्ण जलवायु बागवानी और प्लांटेशन के लिए आदर्श माना जाता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
कार्यक्रम का नाम | पहला प्लांटेशन शो |
स्थान | कैटेरी पार्क, कूनूर, तमिलनाडु |
अवसर | नीलगिरि समर फेस्टिवल 2025 का समापन |
मुख्य उद्देश्य | प्लांटेशन संरक्षण, ईको-पर्यटन, देशी वनस्पतियाँ |
निकटवर्ती आकर्षण | सिम्स पार्क, डॉल्फिन नोज़, लैम्ब्स रॉक |
नीलगिरि पहाड़ियाँ | पश्चिमी घाट का हिस्सा, UNESCO विश्व धरोहर |
प्लांटेशन फसलें | चाय, नीलगिरी, मसाले |
पर्यटन में बदलाव | केवल दृश्य दर्शन से ईको-जागरूकता की ओर |
राज्य | तमिलनाडु |
क्षेत्र का उपनाम | हिल स्टेशनों की रानी |